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साइंस

पेट के कैंसर से बचा सकता है बैंगनी आलू

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पेट के कैंसर, बैंगनी आलू, स्टेम कोशिकाओं, पेन्सिल्वेनिया स्टेट यूनिवर्सिटी, भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान

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न्यूयॉर्क| बैंगनी आलू को अपने भोजन में शामिल कर आप पेट के कैंसर से बच सकते हैं। एक नए खोज के मुताबिक, बैंगनी आलू पेट के कैंसर के लिए जिम्मेदार स्टेम कोशिकाओं को नष्ट कर देते हैं तथा इस घातक बीमारी को फैलने से रोकते हैं। अमेरिका की पेन्सिल्वेनिया स्टेट यूनिवर्सिटी में खाद्य विज्ञान के सहायक प्रोफेसर जयराम वानामाला ने बताया कि कैंसर का मुकाबला करने के लिए स्टेम कोशिकाओं पर हमला करना एक प्रभावी तरीका है।

भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (आईएआइरआई) के पूर्व छात्र वानामाला ने कहा कि लोग चाहें तो कैंसर की स्टेम कोशिकाओं की तुलना झाड़ियों की जड़ों से कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि लोग भले ही झाड़ी को काट डालें, लेकिन जब तक जड़ बची रहती है, वे फिर उग आते हैं। इसी तरह अगर कैंसर की स्टेम कोशिकाएं जिंदा हैं, तो कैंसर फिर बढ़ेगा और फैलेगा।

शोधकर्ताओं ने शोध के लिए उबले बैंगनी आलू का इस्तेमाल किया कि क्या सब्जियों में पकने के बाद भी कैंसर रोधी गुण रहते हैं। पहले प्रयोग में उन्होंने पाया कि उबला बैंगनी आलू पेट के कैंसर की स्टेम कोशिकाओं के प्रसार को रोकता है। शोधकर्ताओं के अनुसार बैंगनी रंग के आलू में कई पदार्थ ऐसे हो सकते हैं, जो पेट के कैंसर की स्टेम कोशिकाओं को खत्म करने के लिए अलग-अलग तरह से काम करते हैं।

वानामाला ने सुझाव दिया कि बैंगनी रंग के आलू को कैंसर के लिए पहली और दूसरी रोकथाम रणनीति में इस्तेमाल किया जा सकता है। प्रथम रणनीति का लक्ष्य कैंसर के पहले प्रभाव को रोकना है, जबकि दूसरी रणनीति का लक्ष्य रोगियों को कैंसर से मुक्त कराना है। इस शोध को ‘न्यूट्रीशनल बॉयोकेमिस्ट्री’ पत्रिका में प्रकाशित किया गया है।

Success Story

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में शिया मुसलमानों से भरी पैसेंजर वैन पर आतंकी हमला, 50 की मौत

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इस्लामाबाद। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में शिया मुसलमानों से भरी एक पैसेंजर वैन पर हुए आतंकी हमले में 50 करीब लोगों की मौत हो गई। ये घटना खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कुर्रम जिले की है। पाकिस्तान की उत्तर-पश्चिमी सीमा पर लगे अफगानिस्तान के साथ पाराचिनार जिले में अक्सर हिंसा का अनुभव होता रहता है। इसके सुन्नी और शिया मुस्लिम समुदाय जमीन और सत्ता पर काबिज हैं।

इस क्षेत्र के शिया अल्पसंख्यक हैं, उन्हें 241 मिलियन की आबादी वाला मुख्य रूप से सुन्नी मुस्लिम राष्ट्र भी कहा जाता है। स्थानीय पुलिस अधिकारी अजमत अली का इस मामले में बयान सामने आया है, उन्होंने बताया कि कुछ गाड़ियां एक काफिले में पाराचिनार शहर से खैबर पख्तूनख्वा की राजधानी पेशावर की ओर जा रही थी।

इस दौरान बीच रास्ते में काफिले पर हमला हो गया। प्रांतीय मंत्री आफताब आलम ने कहा है कि अधिकारी हमले में शामिल लोगों का पता लगाने के लिए जांच कर रहे हैं। साथ ही गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने गोलीबारी को आतंकवादी हमला बताया। वहीं प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने हमले की निंदा की और कहा कि निर्दोष नागरिकों की हत्या के पीछे के लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।

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