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प्रादेशिक

गायत्री परिवार ने छेड़ा पर्यावरण मित्र प्रतिमा अभियान

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हरिद्वार, | प्लास्टर ऑफ पेरिस की मूर्तियों के स्थान पर पर्यावरण मित्र प्रतिमाएं स्थापित करने के अभियान में जुटी अखिल विश्व गायत्री परिवार गणेश पूजन के बाद अब दुर्गा पूजा के दौरान लोगों को जागरूक करने में जुट गया है। इसके लिए मिट्टी एवं सुपारी की मूर्तियों को बढ़ावा दिया जा रहा है। अखिल विश्व गायत्री परिवार के प्रमुख डॉ. प्रणव पण्ड्या ने बताया की गणेश पूजन के दौरान अभियान को मिली सफलता के बाद दुर्गा पूजन के दौरान भी यह मुहिम जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि आठ करोड़ साधकों के गायत्री परिवार ने पर्यावरण मित्र प्रतिमाओं की एक देशव्यापी मुहिम चलायी है। इसके लिए मिट्टी एवं सुपारी की मूर्तियों को बढ़ावा दिया जा रहा है।
अखिल विश्व गायत्री परिवार के मुख्यालय शांतिकुंज में पर्यावरण कार्यकर्ताओं की एक गोष्ठी को संबोधित करते हुए देव संस्कृति विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉ. प्रणव पण्ड्या ने कहा, “हमारी संस्कृति प्रकृति की आराधक है इसलिए किसी भी देवी-देवता की आराधना प्रकृति को क्षति पहुंचाकर नहीं, बल्कि उसका संरक्षण करके ही की जा सकती है।”

प्लास्टर ऑफ पेरिस की मूर्तियों के निर्माण के प्रमुख केंद्र बुरहानपुर, मध्य प्रदेश में पर्यावरण मित्र प्रतिमाओं की पहल कर रहे मनोज तिवारी के मुताबिक, इस शहर में इस साल लगभग आठ हजार मिट्टी की गणेश प्रतिमाओं का निर्माण हुआ, जो लगभग कुल मूर्ति निर्माण का पचीस फीसदी था। पर्यावरण मित्र प्रतिमाओं का संदेश लोगों तक पहुंचाने के लिए गायत्री परिवार ने लगभग दस हजार विद्यार्थियों को अपनी मुहिम से जोड़ा। इसके अलावा मूर्तियों के साथ विसर्जित होने वाले वस्त्र, हार, पूजन सामग्री आदि को विघटित कर खाद बनाने की मुहिम भी परिवार ने चलाई है।

गायत्री परिवार के मुंबई युवा प्रकोष्ठ के प्रवक्ता जतिन दवे ने बताया कि मुंबई के युवाओं ने गणेश विसर्जन के दूसरे दिन जुहू चौपाटी पर श्रमदान के माध्यम से स्वच्छता अभियान चलाया। दवे के मुताबिक, प्लास्टर ऑफ पेरिस की मूर्तियों के कारण स्थान स्थान पर अर्धविसर्जित मूर्तियों के जैविक विघटन का अभियान चलाया गया, ताकि जल को प्रदूषित होने से बचाया जा सके।
गायत्री परिवार में सप्त आंदोलन प्रभारी केदार प्रसाद दुबे ने बताया कि गायत्री परिवार ने नदियों के संरक्षण के लिए हरी चूनर अभियान चलाया है, जिसके अंतर्गत मध्य प्रदेश में नर्मदा और ताप्ती, राजस्थान की बनास आदि नदियों के किनारों छायादार वृक्ष लगाने का कार्य प्रगति पर है।  उन्होंने कहा कि हर पर्व पर गायत्री परिवार प्रसाद के रूप में पौधा वितरण का अभियान चला रहा है। अब तक एक करोड़ पौधों का वितरण किया जा चुका है, जिसका परिणाम आने वाले वर्षो में समाज को मिलेगा।

 

उत्तर प्रदेश

योगी सरकार के प्रयासों से दिव्य, भव्य अयोध्या में फिर से लौटने लगा ‘राम राज्य’

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अयोध्या। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार के प्रयासों से दिव्य और भव्य अयोध्या में एक बार फिर से रामराज्य लौटने लगा है। इसे भवगान श्रीराम की विशेष कृपा ही कहेंगे कि अयोध्या में ऑनलाइन की जाने वाली शिकायतों का समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण ढंग से निस्तारण हो रहा है। हर शिकायतों का प्राथमिकता के आधार पर समाधान किया जा रहा है। ऐसा हम नहीं कह रहे बल्कि मुख्यमंत्री कार्यालय से आई एक अक्टूबर की रिपोर्ट बता रही है, जिसमें जिले के 19 में से 18 थाने प्रदेश में पहली रैंक पर आए हैं। इसमें कोतवाली नगर टॉप पर है।

जनपद पुलिस ने आईजीआरएस यानि एकीकृत शिकायत निवारण प्रणाली पोर्टल पर ऑनलाइन आने वाली जन शिकायतों के समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण में पहली रैंक प्राप्त की है। पिछले कई महीनों बाद यह मौका आया है, जब अयोध्या पुलिस को यह सफलता मिली है। एसएसपी ने बेहतर प्रदर्शन करने वाले थानेदारों को सराहते हुए फेहरिस्त में निचले पायदान पर मौजूद थाने को बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रेरित किया है। प्रदेश सरकार ने जनता की शिकायतों के निस्तारण के लिए आईजीआरएस पोर्टल की व्यवस्था तैयार की है। नियमानुसार, इस पोर्टल पर आने वाली ऑनलाइन शिकायत का 30 दिन के भीतर गुणवत्तापरक तरीके से निस्तारण करना होता है। समय समय पर इन शिकायतों से जुड़ा फीडबैक लखनऊ में बैठे आला अफसर लेते हैं। डिफाल्टर या असंतोष की स्थिति में शिकायतों को वापस लौटाया जाता है, ताकि उनका निस्तारण हो सके। जनपद में अक्टूबर माह में 19 थानों में तकरीबन 2700 शिकायतें आईजीआरएस पर हुई हैं। 100 फीसदी शिकायतों का निस्तारण हो चुका है।

नगर कोतवाली नंबर वन

एसपी ग्रामीण बलवंत चौधरी ने बताया कि आईजीआरएस के पोर्टल पर दर्ज शिकायतों के निस्तारण के मामले में कोतवाली नगर ने बाजी मारी है। इसके बाद सर्वाधिक शिकायतों को हल कर दूसरे नम्बर पर स्थान बनाने वाला थाना इनायतनगर है। बताया जाता है कि पुलिस में आई सभी ऑनलाइन शिकायतों के निस्तारण के लिए एक दारोगा मौके पर अवश्य जाता है। वहां से जीपीएस की तस्वीरें आती हैं, जिससे पता चलता है मामले को निपटाने में पुलिस दिलचस्पी दिखाती है।

रैंक वार थाना – प्राप्त शिकायतें व निस्तारण

1- कोतवाली नगर- 354
2- इनायतनगर- 297
3- अयोध्या कोतवाली- 272
4- कोतवाली बीकापुर- 243
5- महराजगंज- 241
6- रौनाही- 227
7- रुदौली- 209
8- गोसाईगंज- 160
9- तारुन- 156
10- खंडासा- 140
11- हैदरगंज- 133
12- कैंट- 112
13- कुमारगंज- 89
14- रामजन्मभूमि- 85
15- पटरंगा- 66
16- बाबा बाजार- 61
17- मवई- 59
18- थाना महिला- 48
19- पूराकलंदर- 324

नोट- थाना पूराकलंदर ने ऑनलाइन शिकायत पत्र देखने में देरी लगाई। इस कारण उसकी रैंक बहुत गिर गई है।

क्‍या है आइजीआरएस

एसएसपी राजकरण नैयर ने बताया कि आईजीआरएस जनसुनवाई के लिये एक आनलाइन माध्यम है। इस माध्यम से किसी भी व्यक्ति को शिकायत करने के लिये कहीं चक्कर लगाने की जरूरत नहीं पड़ती है‌। पीड़ित व्यक्ति इसके पोर्टल पर आनलाइन शिकयत दर्ज कराता है। संबंधित विभाग उसकी जांच कराकर निस्तारण कराने का प्रयास करता है। इस माध्यम से दर्ज कराई गई शिकायत पर जवाबदेही भी रहती है। शिकायत की हर स्थित से शिकायतकर्ता को जानकारी भी मिलती है।

प्रत्‍येक माह होती है शासन स्‍तर पर समीक्षा

आईजी प्रवीण कुमार ने बताया कि जनसुनवाई के इस पोर्टल पर दर्ज कराई गई शिकायतों के निस्तारण की प्रत्येक माह शासन स्तर पर समीक्षा होती है। आईजीआरएस पर दर्ज कराई गई शिकायतों के निस्तारण का फीडबैक लेते हुए शासन के मानकों के हिसाब से पीड़ित संतुष्ट है या असंतुष्ट, इसकी समीक्षा करके रैंक जारी की जाती है। उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश रहेगी अयोध्या के सभी थाने हमेशा अग्रणी रहें।

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