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मप्र: ‘मिशन इंद्रधनुष’ की मॉनिटरिंग चुनाव जैसी होगी

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भोपाल| मध्य प्रदेश में टीकाकरण से वंचित बच्चों और गर्भवतियों के लिए चलाए जा रहे ‘मिशन इंद्रधनुष’ के तहत विशेष टीकाकरण अभियान का दूसरा चरण सात अक्टूबर से शुरू हो रहा है। इस अभियान की मॉनिटरिंग चुनाव के मतदान जैसी होगी। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, राज्य में मिशन इंद्रधनुष के तहत चलाए जा रहे इस विशेष अभियान में ऐसे बच्चों और गर्भवती माताओं को लक्ष्य किया गया है, जिन्हें या तो टीका लगा ही नहीं है या फिर कुछ टीके लगने से रह गए हैं। इसके लिए घर-घर जाकर ऐसे बच्चों की पहचान की जाती है और गांव-गांव में टीकाकरण सत्र आयोजित किए जाएंगे।

मिशन इंद्रधनुष का दूसरा चरण आरंभ होने से पहले सोमवार को राजधानी भोपाल में एक कार्यशाला आयोजित हुई। इसमें स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख सचिव गौरी सिंह ने कहा कि अभियान के पहले चरण के नतीजे बहुत उत्साहवर्धक रहे हैं। पिछले चरण में जो खामियां रह गई थीं उन्हें दूर करते हुए इस बार टीकाकरण की मॉनिटरिंग पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इसके अंतर्गत प्रतिदिन टीकाकरण के जितने सत्र आयोजित होंगे, वहां से दिन में दो बार उसी तरह प्रगति की जानकारी मंगवाई जाएगी जिस तरह चुनाव के दौरान मतदान प्रतिशत की जानकारी जुटाई जाती है।

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (मध्य प्रदेश) के मिशन संचालक फैज अहमद किदवई ने कार्यशला को संबोधित करते हुए कहा कि मिशन इंद्रधनुष के पहले चरण में राज्य के 15 जिले लिए गए थे। इस बार 23 नए जिले लिए गए हैं। इन जिलों के अलावा पहले चरण के दो जिले नए चरण में भी शामिल किए गए हैं, ये वे जिले हैं जहां पिछली बार लक्ष्य के मुताबिक काम नहीं हो पाया था।

उन्होंने बताया कि इस काम में स्वास्थ्य विभाग के अलावा अन्य कई संस्थाओं का सहयोग मिल रहा है। इसमें यूनिसेफ जागरूकता की दिशा में काम कर रहा है तो विश्व स्वास्थ्य संगठन(डब्ल्यूएचओ) टीकाकरण की मॉनिटरिंग में मदद कर रहा है। इसी तरह यूएनडीपी कोल्ड चेन के रखरखाव पर निगाह रखता है। रोटरी जैसी कई सामाजिक संस्थाएं भी इस काम में विभाग की मदद कर रही हैं।

यूनिसेफ के संचार विशेषज्ञ अनिल गुलाटी ने मिशन इंद्रधनुष और मीडिया के संबंधों पर प्रकाश डाला। कार्यशाला को स्वास्थ्य विभाग के संचालक डा. संतोष शुक्ला, डब्ल्यूएचओ के डा. तिवारी ने भी संबोधित किया।

 

प्रादेशिक

IPS अधिकारी संजय वर्मा बने महाराष्ट्र के नए डीजीपी, रश्मि शुक्ला के ट्रांसफर के बाद मिली जिम्मेदारी

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महाराष्ट्र। महाराष्ट्र के नए डीजीपी का कार्यभार IPS संजय वर्मा को सौंपा गया है। आईपीएस संजय वर्मा को केंद्रीय चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र के नए पुलिस महानिदेशक के रूप में नियुक्त किया है। कुछ ही दिनों में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव है। उससे पहले चुनाव आयोग ने राज्य कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले की शिकायत मिलने के बाद डीजीपी रश्मि शुक्ला के तबादले का आदेश दिया था।

कौन हैं IPS संजय वर्मा?

IPS संजय वर्मा 1990 बैच के पुलिस अधिकारी हैं। वह महाराष्ट्र में वर्तमान में कानून और तकनीकी के डीजी के रूप में कार्यरत रहे। वह अप्रैल 2028 में सेवानिवृत्त पुलिस सेवा से रिटायर होंगे। दरअसल, डीजीपी रश्मि शुक्ला को लेकर सियासी दलों के बीच पिछले कुछ समय से माहौल गर्म था। कांग्रेस के बाद उद्धव गुट की शिवसेना ने भी चुनाव आयोग को पत्र लिखकर उन्हें हटाने की मांग की थी।

कांग्रेस ने रश्मि शुक्ला की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए चुनाव आयोग से उन्हें महानिदेशक पद से हटाने की मांग की थी। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने उन पर आरोप लगाया था कि वह बीजेपी के आदेश पर सरकार के लिए काम कर रही हैं।

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