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प्रादेशिक

कटे पैर में लाठी बांध हल जोत रहा देवराज 

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बांदा | ‘हिम्मत बुलंद हो तो खुदा भी मदद करता है’| यह कहवत बबेरू क्षेत्र के पतवन गांव के मजरे एमपी का पुरवा निवासी किसान देवराज यादव चरितार्थ कर रहा है। करीब 40 साल पहले डॉक्टरों ने उसका दाहिना पैर काट दिया था, उसने हिम्मत नहीं हारी और पैर में बांस की लाठी बांध कर बखूबी खेती-किसानी के काम को अंजाम दे रहा है।

पतवन गांव के मजरे एमपी का पुरवा में चार बीघे कृषि भूमि का मालिक किसान देवराज यादव (64) जहां विकलांगों के लिए प्रेरणा के स्रोत हैं| वहीं बर्बाद फसल और सूखे के दंश से परेशान आत्महत्या करने वाले किसानों के लिए सबक भी हैं। इनका दाहिना पैर करीब 40 साल पहले डॉक्टरों ने जांघ से काट दिया था। परिवार में दो वक्त की रोटी का संकट आया तो हिम्मत नहीं हारी और कटे पैर में बांस की लाठी बांधकर वह अन्य किसानों की भांति खेत में हल जोत रहा है।

बकौल देवराज करीब 40 साल पहले खेत में हल चलाते समय बैल के लात मारने से लगी चोट से दाहिने पैर में सड़न पैदा हो गई थी। कानपुर के डॉक्टरों ने जांघ के पास से उसका पैर काट कर अलग कर दिया। वह बताता है एक दिन खेत की मेड़ पर बैठकर खेती करने के बारे में सोच ही रहा था कि अचानक लाठी बांधकर हल चलाने का प्रयास किया। कई बार गिरने, चोट खाने के बाद अब अन्य किसानों की भांति अपने खेत में हल चलाकर परिवार के लिए दो वक्त की रोटी का इंतजाम कर लेता हूं।

उसके पास सरकारी कर्ज नहीं है, पर गांव के साहूकारों का 25 हजार रुपये पांच रुपये प्रति सैकड़ा ब्याज की दर वाला कर्ज है, फिर भी भरोसा है कि हिम्मत न हारने वाले की ऊपर वाला भी मदद करता है| आत्महत्या करना बुजदिलों का काम है।उसकी पत्नी रानी बताती है कि उसके पति अब एक पैर व लाठी के सहारे रोजमर्रा के सारे काम कर लेते हैं। चार बीघे की फसल से उनके परिवार का आराम से बसर हो जाता है। सरकारी मदद के नाम पर उसके पति को सिर्फ 500 रुपये प्रति माह पेंशन मिल रही है।

 

उत्तर प्रदेश

डेकोरेटिव लाइट्स से महाकुंभ बनेगा भव्यता का प्रतीक

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प्रयागराज। महाकुंभ 2025 को दिव्य और भव्य बनाने के लिए योगी सरकार अनेक अभिनव प्रयास कर रही है। इसी क्रम में पूरे मेला क्षेत्र को डेकोरेटिव लाइट्स से सजाया जा रहा है। 8 करोड़ की लागत से उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लि. की ओर से पूरे मेला क्षेत्र में 485 डिजाइनर स्ट्रीट लाइट पोल का जाल बिछाया जा रहा है। संगम जाने वाली हर प्रमुख सड़क पर यह अलौकिक पोल और लाइट श्रद्धालुओं का स्वागत करती नजर आएगी। योगी सरकार का यह प्रयास न केवल श्रद्धालुओं को दिव्य अनुभव देगा, बल्कि भारतीय संस्कृति और आधुनिकता का अद्भुत संगम भी प्रस्तुत करेगा।

प्रमुख मार्गों पर अनूठी रोशनी का जादू

अधीक्षण अभियंता महाकुंभ मनोज गुप्ता ने बताया कि सीएम योगी की।मंशा के अनुरूप महाकुंभ को भव्य रूप देने के लिए विद्युत विभाग बड़े पैमाने पर कार्य कर रहा है। डेकोरेटिव लाइट्स और डिजाइनर पोल्स उसी का हिस्सा है। मेला क्षेत्र में लाल सड़क, काली सड़क, त्रिवेणी सड़क और परेड के सभी मुख्य मार्गों को आकर्षक डेकोरेटिव लाइट्स से रोशन किया जा रहा है। ये लाइट्स भगवान शंकर, गणेश और विष्णु को समर्पित हैं, जो श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक शांति और सौंदर्य का अनुभव कराएंगी।

8 करोड़ की भव्य परियोजना

अधिशाषी अभियंता अनूप सिंह ने बताया कि पूरे मेला क्षेत्र में 8 करोड़ से ज्यादा की लागत से 485 डिजाइनर स्ट्रीट लाइट पोल लगाए जा रहे हैं। इस बार टेंपरेरी की बजाय स्थायी पोल्स का निर्माण किया गया है, जो महाकुंभ के बाद भी क्षेत्र की रौनक बनाए रखेंगे। हर पोल को कलश और देवी-देवताओं की आकृतियों से सजाया गया है, जो मेले के वातावरण को सांस्कृतिक वैभव से भर देंगे। 15 दिसंबर तक सभी डेकोरेटिव लाइट्स का कार्य संपन्न कर लिया जाएगा, जिसके बाद रात में मेला क्षेत्र की आभा देखते ही बनेगी।

विद्युत विभाग का अभिनव प्रयास

उन्होंने कहा कि महाकुंभ में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं के अनुभव को यादगार बनाने के लिए यह विद्युत विभाग की ओर से एक अभूतपूर्व पहल है। आधुनिक तकनीक और सांस्कृतिक प्रतीकों के मेल से यह परियोजना महाकुंभ को विश्वस्तरीय भव्य आयोजन का दर्जा देगी। महाकुंभ के लिए लगाए गए ये डेकोरेटिव पोल्स स्थायी रहेंगे, जिससे क्षेत्र में आने वाले पर्यटक भी लंबे समय तक इस भव्यता का आनंद ले सकेंगे। डेकोरेटिव लाइट्स से सजे इस महाकुंभ में हर श्रद्धालु को आध्यात्मिक ऊर्जा और सांस्कृतिक गर्व का अनुभव होगा। यह पहल महाकुंभ को भारतीय संस्कृति की भव्यता और आधुनिक विकास का अद्वितीय प्रतीक बनाएगी।

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