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प्रादेशिक

मप्र : गांव को नगर निगम में शामिल करने पर सरकार को नोटिस

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जबलपुर| मध्य प्रदेश में गांव की परिकल्पना को समाप्त करते हुए गांव को नगर निगमों में शामिल किए जाने के खिलाफ उच्च न्यायालय में दायर की गई जनहित याचिका पर मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति अजय मानिकराव खानविलकर और न्यायमूर्ति संजय यादव की युगलपीठ ने राज्य सरकार और राज्य निर्वाचन आयोग को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।

जनता दल (युनाइटेड) के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद यादव ने नगर निगम सीमा में गांव को शामिल किए जाने के संबंध में नगर पालिका निगम अधिनियम की धारा 405 व नगर पालिका अधिनियम की धारा पांच ए की संवैधानिकता को चुनौती देते हुए उच्च न्यायालय में याचिका दायर की है। याचिका में कहा गया है कि भारत कृषि प्रधान देश है और गांव को नगर निगम में शामिल किया जाएगा तो आदर्श गांवों की परिकल्पना ही समाप्त हो जाएगी।

याचिका में कहा गया है कि नगर पालिका निगम और नगर पालिका अधिनियम के तहत राज्यपाल को नगर निगम क्षेत्र के विस्तार का अधिकार है, जो कि असंवैधानिक है। धारा 243 क्यू में राज्यपाल को नगर निगम के गठन का अधिकार है। जबकि इसी धारा में नगर निगम के गठन संबंधित मापदण्ड भी निर्धारित किए गए हैं। मापदण्ड के अनुसार किसी गांव का विकास व विस्तार होता है तो वह उसका संक्रमण काल होता है तथा उसे नगर पालिका बनाया जाना चाहिए, जबकि हाल में ही प्रदेश के कई नगर निगम क्षेत्रों में गांवों को शामिल किया गया है।

याचिका में यह भी कहा गया है कि भारत कृषि प्रधान देश है और एक-चौथाई आबादी ग्रामीण क्षेत्रों में रहती है। गांव को इस तरह से नगर निगम क्षेत्र में शामिल किया जाएगा तो ग्रामों की परिकल्पना ही समाप्त हो जाएगी। गांवों को नगर निगम में शामिल नहीं करके उन गांव को आदर्श व विकसित बनाना चाहिए।

याचिकाकर्ता के अधिवक्ता राजेन्द्र मिश्रा ने बताया कि याचिका की सुनवाई के बाद युगलपीठ ने अनावेदकों को नोटिस जारी कर चार सप्ताह में जबाव मांगा है।

18+

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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