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केरल सरकार ने शराब नीति पर सर्वोच्च न्यायालय की सहमति को सराहा

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तिरुवनंतपुरम| केरल की सरकार ने सर्वोच्च न्यायालय के मंगलवार के उस फैसले की प्रशंसा की, जिसमें शीर्ष अदालत ने न केवल केरल उच्च न्यायालय के फैसले बल्कि मुख्यमंत्री ओमन चांडी के नेतृत्व वाली सरकार की शराब नीति को भी बरकरार रखा। केरल सरकार की नई शराब नीति के अनुसार, राज्य में केवल 27 पांच सितारा होटलों के बार में शराब परोसने की इजाजत होगी।

केरल के आबकारी मंत्री के. बाबू ने मंगलवार को सर्वोच्च न्यायालय के फैसला सुनाने के बाद संवाददाताओं को बताया, “हमें खुशी है कि सर्वोच्च न्यायालय की खंडपीठ ने हमारे निर्णय को सही ठहराया। हम अब हमारे शराब-विरोधी अभियान कार्यक्रमों को पुरजोर तरीके से आगे बढ़ाएंगे, क्योंकि हम इस बुराई को हमारे समाज से दूर करना चाहते हैं।”

इस साल मार्च में केरल के उच्च न्यायालय ने राज्य की नई शराब नीति को बरकरार रखा एवं इसके खिलाफ दाखिल की गई केरल बार होटल ओनर्स एसोसिएशन की याचिका को खारिज कर दिया था। उच्च न्यायालय के इस फैसले के खिलाफ अध्यक्ष राज कुमार उन्नी की अगुवाई में होटल एसोसिएशन ने शीर्ष अदालत का दरवाजा खटखटाया था।

सर्वोच्च न्यायालय ने इस बाबत मंगलवार को अपना फैसला सुनाया, जिसके मुताबिक, राज्य में एक अप्रैल से केवल 27 पांच सितारा होटलों में ही शराब परोसने की अनुमति होगी।

बार मालिक एलिगेंट बिनॉय ने संवाददाताओं को बताया कि उच्च न्यायालय के इस फैसले से बार एसोसिएशन के सभी रास्ते बंद नहीं हुए हैं।

बिनॉय ने कहा, “गौर करने वाली बात यह है कि राज्य की शराब नीति एक वार्षिक कवायद है और इस नीति में अभी तीन महीने बाकी हैं। एक अप्रैल, 2016 से एक नई नीति लागू होगी, इसलिए हम इंतजार करेंगे और उससे पहले हम धरना भी देंगे एवं हमारे पास मौजूद अन्य कानूनी विकल्पों पर विचार-विमर्श करेंगे।”

उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री चांडी के नेतृत्व वाली केरल सरकार ने अगस्त 2014 में अपनी नई शराब नीति के हिस्से के रूप में घोषणा की थी कि सरकार ने राज्य में अगले 10 वर्षो के लिए पूर्ण शराबबंदी का निर्णय लिया है। सरकार ने इस क्रम में 710 बारों को बंद करने के लिए एक नोटिस जारी किया था।

नेशनल

पीएम मोदी पर लिखी किताब के प्रचार के लिए स्मृति ईरानी चार देशों की यात्रा पर

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नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी एक नवीनतम पुस्तक ‘मोडायलॉग – कन्वर्सेशन्स फॉर ए विकसित भारत’ के प्रचार के लिए चार देशों की यात्रा पर रवाना हो गई हैं। यह दौरा 20 नवंबर को शुरू हुआ और इसका उद्देश्य ईरानी को मध्य पूर्व, ओमान और ब्रिटेन में रहने वाले भारतीय समुदाय के लोगों से जोड़ना है।

स्मृति ईरानी ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा कि,

एक बार फिर से आगे बढ़ते हुए, 4 देशों की रोमांचक पुस्तक यात्रा पर निकल पड़े हैं! 🇮🇳 जीवंत भारतीय प्रवासियों से जुड़ने, भारत की अपार संभावनाओं का जश्न मनाने और सार्थक बातचीत में शामिल होने के लिए उत्सुक हूँ। यह यात्रा सिर्फ़ एक किताब के बारे में नहीं है; यह कहानी कहने, विरासत और आकांक्षाओं के बारे में है जो हमें एकजुट करती हैं। बने रहिए क्योंकि मैं आप सभी के साथ इस अविश्वसनीय साहसिक यात्रा की झलकियाँ साझा करता हूँ

कुवैत, दुबई, ओमान और ब्रिटेन जाएंगी स्मृति ईरानी

डॉ. अश्विन फर्नांडिस द्वारा लिखित यह पुस्तक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शासन दर्शन पर प्रकाश डालती है तथा विकसित भारत के लिए उनके दृष्टिकोण पर ध्यान केंद्रित करती है। कार्यक्रम के अनुसार ईरानी अपनी यात्रा के पहले चरण में कुवैत, दुबई, फिर ओमान और अंत में ब्रिटेन जाएंगी।

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