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प्रादेशिक

पूर्व नक्सली कोसी का कन्यादान करेगी पुलिस

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अजीत कुमार शर्मा 

रायपुर| छत्तीसगढ़ के बस्तर में शहीद जवानों को अंतिम सलामी देने के लिए मातमी धुन बजाने वाली पुलिस की बैंड पार्टी पहली बार शादी समारोह के लिए धुन बजाएगी। समर्पण कर चुकी नक्सली कोसी की शादी 9 जनवरी को होगी। पुलिस घराती बनेगी और समर्पण कर चुके अन्य नक्सली बाराती की भूमिका में होंगे।

पिछले महीने 29 दिसंबर को दरभा इलाके के 23 नक्सलियों के साथ समर्पण करने वाली महिला नक्सली कोसी की नजरें पूर्व में समर्पित नक्सली लक्ष्मण से मिलीं और दोनों के बीच प्यार परवान चढ़ने लगा। इसकी भनक मिलते ही पुलिस अमले ने दो दिलों को मिलाने के लिए कोसी के कन्यादान का फैसला लिया।

पुलिस की बैंड पार्टी पहली दफा किसी शादी समारोह में धुन बजाएगी। पुलिस की इस पहल की सर्वत्र सराहना की जा रही है।

बस्तर के आईजी एस.आर.पी. कल्लूरी के मुताबिक, कोसी ने न केवल खुद समर्पण किया, बल्कि इलाके के दर्जनों नक्सलियों को भी मुख्यधारा में लौटने के लिए प्रेरित किया है। इसलिए उसके सुखद जीवन के लिए पुलिस पहल कर रही है। उसका कन्यादान भी पुलिस विभाग करेगा।

पूर्व नक्सली कोसी ने बताया कि उसने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि कभी उसकी शादी होगी और वह गृहस्थ जीवन जी सकेगी। नक्सलियों ने उसे 16 साल की उम्र से ही जबरन दलम में शामिल कर लिया था। तब से वह केवल हिंसा करने की मशीन बनकर रह गई थी।

कोसी ने बताया कि जंगलों से निकलकर उसे काफी सकून मिल रहा है। उसे जल्द ही पुलिस विभाग में आरक्षक की नौकरी दी जाने वाली है।

ज्ञात हो कि प्रतिबंधित संगठन सीपीआई (माओवादी) की मिल्रिटी कंपनी नंबर 26 की सदस्य रही दरभा ब्लॉक के ग्राम कुडूम खोदरा की कोसी ने एक निर्दोष ग्रामीण राजू का अपहरण कर उसकी हत्या कर दिए जाने से नाराज होकर संगठन से बगावत कर दिया था।

उसने दो दिसंबर को बस्तर पुलिस के समक्ष समर्पण किया। उसके समर्पण करने के 27 दिनों बाद दरभा इलाके के सेक्शन कमांडर समेत 23 नक्सलियों ने एक साथ हथियार छोड़ मुख्यधारा में जुड़ने का ऐलान किया और आईजी के समक्ष समर्पण कर दिया।

कोसी के समर्पण के कुछ दिन पहले ही इंद्रावती एरिया कमेटी के अंतर्गत जनमिलिशिया कमांडर लक्ष्मण उर्फ लच्छू ने पुलिस के समक्ष समर्पण किया था। दोनों ही नक्सल संगठन में आतंक के पर्याय थे।

बताया जाता है कि पुलिस कैम्प में एक दिन लक्ष्मण और कोसी की नजरें मिलीं और उसी दिन से दोनों के बीच प्रेम परवान चढ़ने लगा। इसकी जानकारी पुलिस के अधिकारियों को मिली। उन्होंने संवेदनशीलता का परिचय देते हुए दोनों को परिणय-सूत्र में बांधने का फैसला लिया।

जीवन के 25 बसंत नक्सल संगठन में गंवा चुकी कोसी और लक्ष्मण के पास या उनके परिजनों के पास सामाजिक परंपरा अनुसार विवाह के लिए खर्च जुटाने का सामथ्र्य नहीं है। इसलिए कोसी के कन्यादान की जिम्मेदारी अब बस्तर पुलिस विभाग ने उठाई है।

विभाग की ओर से आईजी कल्लूरी 9 जनवरी को कोसी का कन्यादान करेंगे। इतना ही नहीं विभाग ने कोसी को उपहार में देने के लिए बाकायदा घरेलू सामानों की फेहरिस्त भी बनाई है।

IANS News

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में शिया मुसलमानों से भरी पैसेंजर वैन पर आतंकी हमला, 50 की मौत

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इस्लामाबाद। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में शिया मुसलमानों से भरी एक पैसेंजर वैन पर हुए आतंकी हमले में 50 करीब लोगों की मौत हो गई। ये घटना खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कुर्रम जिले की है। पाकिस्तान की उत्तर-पश्चिमी सीमा पर लगे अफगानिस्तान के साथ पाराचिनार जिले में अक्सर हिंसा का अनुभव होता रहता है। इसके सुन्नी और शिया मुस्लिम समुदाय जमीन और सत्ता पर काबिज हैं।

इस क्षेत्र के शिया अल्पसंख्यक हैं, उन्हें 241 मिलियन की आबादी वाला मुख्य रूप से सुन्नी मुस्लिम राष्ट्र भी कहा जाता है। स्थानीय पुलिस अधिकारी अजमत अली का इस मामले में बयान सामने आया है, उन्होंने बताया कि कुछ गाड़ियां एक काफिले में पाराचिनार शहर से खैबर पख्तूनख्वा की राजधानी पेशावर की ओर जा रही थी।

इस दौरान बीच रास्ते में काफिले पर हमला हो गया। प्रांतीय मंत्री आफताब आलम ने कहा है कि अधिकारी हमले में शामिल लोगों का पता लगाने के लिए जांच कर रहे हैं। साथ ही गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने गोलीबारी को आतंकवादी हमला बताया। वहीं प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने हमले की निंदा की और कहा कि निर्दोष नागरिकों की हत्या के पीछे के लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।

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