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आध्यात्म

अनन्‍त कोटि ब्रह्माण्ड से भी बड़े हैं भगवान्

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kripalu ji maharaj

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kripalu ji maharaj

एक जड़ शक्ति माया और एक जीवशक्ति तटस्‍थ, एक पराशक्ति अन्‍तरंग। तो अनन्‍त शक्तियों का और विरोधी शक्तियों का शक्तिमान् भगवान्। अतएव उसके कार्य भी सब विरोधी होते हैं-

अणोरणीयान् महतो महीयानात्‍मा गुहायां निहितोऽस्‍य जन्‍तोः।

तमक्रतुं पश्‍यति वीतशोको धातुः प्रसादान्‍महिमानमीशम् ।।

(श्‍वेता. 3-20, कठोप 1-2-20)

क्या मतलब? वो श्रीकृष्‍ण भगवान् बहुत छोटे से हैं। छोटे से हैं? अरे जो पैदा होता है सब छोटे से ही होते हैं पहले। अरे नहीं! वो वाले नहीं, श्रीकृष्‍ण। वो वाले, भगवान् श्रीकृष्‍ण। ये तो नन्‍दकुमार हैं। इनका जो ओरीजनल रूप है मैं उसकी बात कर रहा हूँ। वो सबसे छोटे हैं। क्‍यों? सब से छोटे में व्‍याप्‍त होना है उनको। सबसे छोटे न होंगे तो सबसे छोटे में व्‍याप्‍त कैसे होंगे और वो भी उसके हृदय में? सोचो जो सबसे छोटा शरीरधारी होगा उसका हृदय कितना छोटा होगा? तो उसमें कैसे रहेंगे अगर सबसे छोटे से छोटे न होंगे तो?

और-

महतो महीयान् ।

(श्‍वेता. 3-20)

और सबसे बड़े से बड़े हैं। सबसे बड़ा क्‍या है? अनन्‍तकोटि ब्रह्माण्‍ड हैं सबसे बड़ा, अब क्‍या बतावें? हमने तो देखा नहीं सबसे बड़ा। अरे हम तो देखते हैं आकाश सबसे बड़ा है। आकाश। उसके बाद नम्बर दो आता है, समुद्र, फिर नम्‍बर तीन हम रहते ही हैं पृथ्‍वी के ऊपर। लेकिन भगवान् अनन्त कोटि ब्रह्माण्ड से बड़े।

आध्यात्म

महापर्व छठ पूजा का आज तीसरा दिन, सीएम योगी ने दी बधाई

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लखनऊ ।लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा का आज तीसरा दिन है. आज के दिन डूबते सूर्य को सायंकालीन अर्घ्य दिया जाएगा और इसकी तैयारियां जोरों पर हैं. आज नदी किनारे बने हुए छठ घाट पर शाम के समय व्रती महिलाएं पूरी निष्ठा भाव से भगवान भास्कर की उपासना करती हैं. व्रती पानी में खड़े होकर ठेकुआ, गन्ना समेत अन्य प्रसाद सामग्री से सूर्यदेव को अर्घ्य देती हैं और अपने परिवार, संतान की सुख समृद्धि की प्रार्थना करती हैं।

यूपी के मुख्यमंत्री ने भी दी बधाई।

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