Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

असंगठित क्षेत्र के करीब ढाई करोड़ मजदूरों और करीब 60 लाख पंजीकृत मजदूरों को दिसंबर माह से मार्च तक मिलेगा पांच सौ प्रति माह

Published

on

Loading

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विधानसभा सत्र के दौरान पूरे रौ में दिखे। उन्होंने समाजवादी पार्टी को कटघरे में खड़ा करते हुए कई गंभीर आरोप लगाए। सीएम योगी ने गरीबों, मजदूरों, जरूरतमंदों और महिलाओं के लिए खजाना खोला है। उन्होंने निराश्रित महिलाओं, वृदधावस्था और दिव्यांगजन पेंशन की राशि पांच सौ से एक हजार रुपए बढ़ाने और कुष्ठरोगियों को तीन हजार रुपए प्रति माह, असंगठित क्षेत्र के करीब ढाई करोड़ मजदूरों और करीब 60 लाख पंजीकृत मजदूरों को दिसंबर माह से मार्च तक पांच सौ प्रति माह देने की घोषणा की है।
यह बातें उन्होंने बुधवार को विधानसभा सत्र के दौरान अनुपूरक बजट पेश होने के बाद कहीं। सदन में सरकार की ओर से करीब 85 सौ करोड़ रुपए का अनुपूरक बजट पेश किया गया। सीएम योगी ने हर कुष्ठ रोगी को प्रधानमंत्री आवास योजना या मुख्यमंत्री आवास योजना से भी लाभान्वित करने और आयुष्मान भारत की राशि खर्च होने के बाद गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाली महिलाओं को पांच लाख अतिरिक्त राशि देने की घोषणा की है। इस दौरान सीएम योगी ने पिछली सरकार में किए गए कार्यों और भाजपा सरकार में किए गए कार्यों का तुलनात्मक विवरण आंकड़ों सहित रखा। उन्होंने कहा कि फर्क साफ है, यह आपके दिमाग में भी आ गया होगा। जब सरकार की सोच ईमानदार होगी, तो काम भी होगा।

सीएम योगी ने सपा का बिना नाम लिए कहा कि करोड़ों हिंदुओं का कत्लेआम कराने वाला जिन्ना भारत का आदर्श कभी नहीं हो सकता। निर्दोष लोगों का हत्यारा है वह व्यक्ति, लेकिन कुछ लोग जिन्ना को महिमा मंडित अपने क्षणिक वोट बैंक के स्वार्थों के लिए कर रहे हैं, इससे ज्यादा शर्मनाक कुछ नहीं हो सकता।

ऐसे समाजवाद को तिलांजलि देना ही अच्छा: सीएम योगी

सीएम योगी ने कहा कि कहते हैं, समाजवाद ला रहे हैं, यही समाजवाद है। अंधेरा लाना समाजवाद है। गुंडागर्दी समाजवाद है, माफियागिरी समाजवाद है। आतंकवादियों को प्रश्रय देना अगर समाजवाद है, तो ऐसे समाजवाद को तिलांजलि देना ही अच्छा है और उसको तिलांजलि देने के लिए लोगों को तैयार होना ही होगा।

नया समाजवाद स्वार्थ के लिए अपने नेताओं को शक्तिशाली बनाता है: सीएम

सीएम योगी ने कहा कि आचार्य रजनीश ने एक बात कही थी कि जो नया समाजवाद है, समाजवाद अमीरों को गरीब बनाता है, गरीबों को गुलाम बनाता है, बुद्धिजिवियों को बेवकूफ बनाता है। केवल अपने स्वार्थ के लिए अपने नेताओं को शक्तिशाली बनाता है।

जनता भी मानने लगी, समाजवाद एक रेड अलर्ट है और इससे अब मुक्ति मिलनी ही चाहिए: सीएम

सीएम ने कहा कि आज के युग का जो सबसे बड़ा अंधविश्वास है, वह समाजवाद है और इसके कई बहरुपिया ब्रांड है। परिवारवाद समाजवाद, माफियावादी समाजवाद, अराजकतावादी समाजवाद, दंगावादी समाजवाद, आतंकवादी समाजवाद अब ये सभी जो बहरुपिए ब्रांड हैं, प्रदेश की जनता भी अब इस चीज को मानने लग गई है कि समाजवाद एक रेड अलर्ट है और इस रेड अलर्ट से अब मुक्ति मिलनी ही चाहिए।

Continue Reading

उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

Published

on

Loading

संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

Continue Reading

Trending