Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

ऑफ़बीट

आचार्य स्मृति दिवस 2020 : पद्मश्री सुधा वर्गीज को मिला युग प्रेरक सम्मान, गीतकार मनोज मुंतशिर का हुआ नागरिक अभिनंदन

Published

on

Loading

रायबरेली। हिन्दी साहित्य के युग पुरुष आचार्य महाबीर प्रसाद द्विवेदी की स्मृति में आचार्य महाबीर प्रसाद द्विवेदी राष्ट्रीय स्मारक समिति के संयोजन में आचार्य स्मृति दिवस का आयोजन हुआ। शनिवार को फीरोज गांधी कालेज के सभागार में आयोजित इस भव्य कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों में ख्यातिप्राप्त विभूतियों का सम्मान और नागरिक अभिनंदन हुआ। विभूतियों ने समारोह आचार्य महाबीर प्रसाद द्विवेदी की साहित्य साधना को अपने संबोधन में रेखांकित किया। विभूतियों और अतिथियों ने आचार्य पथ स्मारिका, कहानी संग्रह आकाश में कोरोना घना है, 40 साल बाद पुन: प्रकाशित की गई पत्रिका सरस्वती का विमोचन भी किया। संचालन आंचल मिश्रा अवस्थी ने किया। इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ पर सभी अतिथियों ने मां सरस्वती और आचार्य के चित्र पर दीप जलाए और पुष्प माला चढ़ाई। अध्यक्ष विनोद शुक्ल ने समिति की रूपरेखा प्रस्तुत की।

आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी

समारोह में विभूतियों का हुआ अभिनंदन और सम्मान

आचार्य स्मृति दिवस के सम्मान समारोह सत्र में सुप्रसिद्ध विभूतियों का सम्मान एवं नागरिक अभिनंदन किया गया। उनके परिचय के साथ विभूतियों ने अपने विचार भी साझा किए। वर्ष 2019 का सम्मान पत्र सुश्री ऐश्वर्या सिन्हा को दिया गया। एसपी श्लोक कुमार ने सभी विभूतियों को प्रतीक चिन्ह और सम्मान पत्र प्रदान किए। विशेष प्रतीक चिन्ह और सम्मान पत्र समाजसेवी मुकेश बहादुर सिंह ने प्रदान किए।

 

युग प्रेरक सम्मान से नवाजी गईं पद्मश्री सुधा वर्गीज

समारोह में पटना की प्रख्यात सामाजिक कार्यकर्ता साइकिल वाली दीदी के नाम से ख्यातिप्राप्त पद्मश्री से सम्मानित सुधा वर्गीज कोआचार्य महाबीर प्रसाद द्विवेदी युग प्रेरक सम्मान से नवाजा गया। डॉ. अमिता खुबेले ने उनका परिचय प्रस्तुत किया। डॉ. प्रज्ञा अवस्थी, डॉ. रुचि सिंह और शालिनी द्विवेदी ने सहयोग प्रदान किया।

आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी

 

सरस्वती के संपादक को डॉ. राम मनोहर त्रिपाठी लोक सेवा सम्मान

40 वर्ष बाद पुन: प्रकाशित हुई सरस्वती के संपादक प्रोफेसर देवेंद्र शुक्ला एवं सहायक संपादक अनुपम परिहार को डॉ. राम मनोहर त्रिपाठी लोक सेवा सम्मान नवाजा गया। राजीव भार्गव ने संपादकगणों का परिचय प्रस्तुत किया। सुनील मिश्र, करुणाशंकर मिश्र और राजेश वर्मा ने सहयोग प्रदान किया।

आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी

गीतकार मनोज मुंतशिर का हुआ नागरिक अभिनंदन

फिल्म गीतकार एवं अमेठी के निवासी मनोज मुंतशिर का नागरिक अभिनंदन किया गया। विनय द्विवेदी ने उनका परिचय प्रस्तुत किया। अनुराग त्रिपाठी, नीरज सोनी, विनोद शुक्ला, प्रमोद अवस्थी ने उनका माल्यार्पण किया और अंगवस्त्र भेंट किए।

आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी

प्रेम प्रकाश को मिला प्रभाष जोशी स्मृति पत्रकारिता सम्मान

प्रभाष जोशी स्मृति पत्रकारिता सम्मान जनसत्ता नई दिल्ली के वरिष्ठ पत्रकार प्रेम प्रकाश को प्रदान किया गया। घनश्याम मिश्र ‘घन्नू’ ने उनका परिचय दिया। पत्रकारिता जगत के स्तंभ प्रभाष जोशी सभी पत्रकारों के लिए अनुकरणीय और आदरणीय हैं। आज भले ही वे हमारे बीच नहीं हैं, उनकी शिक्षाएं और उपलब्धियां हमारे बीच जीवंत हैं।

आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी

मेधावी अर्चना को मिला शिवानंद मिश्र लाले सम्मान

शिवानंद मिश्र लाले सम्मान यूपी बोर्ड की इंटर की परीक्षा में जिले की टॉपर बाल विद्या मंदिर गंगागंज की मेधावी छात्रा अर्चना कुमारी को प्रदान किया गया। परिचय में डॉ. चंद्रमणि वाजपेयी ने कहा कि अर्चना ने वरीयता सूची में अपना नाम शामिल कराकर अपने स्कूल, माता पिता तथा जिले का नाम रोशन किया है। मुक्ता भार्गव, डॉ. गीता कुमार और क्षमता मिश्रा ने उत्साहवर्धन किया।

 

 

कोरोना प्रोटोकॉल का हुआ पालन, आमंत्रण पत्र से मिला प्रवेश

कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए कार्यक्रम में कोरोना प्रोटोकॉल का पूरी तरह से पालन हुआ। एक-एक व्यक्ति की स्क्रीनिंग हुई और आमंत्रण पत्र से ही प्रवेश दिया गया।

ऑफ़बीट

ऐसे बच्चों ने लिया जन्म देखकर लोगों के उड़े होश

Published

on

By

Loading

मध्य प्रदेश। मध्य प्रदेश के शहडोल से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां ऐसे बच्चों ने जन्म लिया है, जिनके 2 शरीर हैं लेकिन दिल एक ही है। बच्चों के जन्म के बाद से लोग हैरान भी हैं और इस बात की चिंता जता रहे हैं कि आने वाले समय में ये बच्चे कैसे सर्वाइव करेंगे।

क्या है पूरा मामला?

एमपी के शहडोल मेडिकल कालेज में 2 जिस्म लेकिन एक दिल वाले बच्चे पैदा हुए हैं। इन्हें जन्म देने वाली मां समेत परिवार के लोग परेशान हैं कि आने वाले समय में इन बच्चों का क्या भविष्य होगा। उन्हें समझ में ही नहीं आ रहा कि शरीर से एक दूसरे से जुड़े इन बच्चों का वह कैसे पालन-पोषण करेंगे।

परिजनों को बच्चों के स्वास्थ्य की भी चिंता है। बच्चों को ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया है। मेडिकल कालेज प्रबंधन द्वारा इन्हें रीवा या जबलपुर भेजने की तैयारी की जा रही है, जिससे इनका उचित उपचार हो सके। ऐसे बच्चों को सीमंस ट्विन्स भी कहा जाता है।

जानकारी के अनुसार, अनूपपुर जिले के कोतमा निवासी वर्षा जोगी और पति रवि जोगी को ये संतान हुई है। प्रेग्नेंसी के दर्द के बाद परिजनों द्वारा महिला को मेडिकल कालेज लाया गया था। शाम करीब 6 बजे प्रसूता का सीजर किया गया, जिसमें एक ऐसे जुडवा बच्चों ने जन्म लिया, जिनके जिस्म दो अलग अलग थे लेकिन दिल एक ही है, जो जुड़ा हुआ है।

Continue Reading

Trending