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उत्तर प्रदेश

500 वर्ष बाद ‘रामलला की मौजूदगी’ में जलेंगे दीप

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अयोध्या | अपने ‘लला’ के आगमन की खुशी में अयोध्या नगरी झूम रही है। अब इंतजार हो रहा है तो सिर्फ दीपोत्सव का। 500 वर्ष बाद ‘रामलला की मौजूदगी’ में आज रामनगरी में 35 लाख से अधिक व राम की पैड़ी पर 25 लाख से अधिक दीप प्रज्ज्वलित होंगे। बुधवार को दीपों के कीर्तिमान बनने से पहले ही अयोध्या में मेगा शो शुरू हो जाएगा। सुबह से ही अध्यात्म, संस्कृति व परंपरा का अनूठा संगम दिखेगा। इन आयोजनों के साक्षी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय पर्यटन-संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत समेत यूपी के मंत्री भी बनेंगे। अयोध्या में भव्य राम मंदिर में रामलला के विराजमान होने के बाद यह पहला दीपोत्सव है। इसका इंतजार बेसब्री से न सिर्फ अयोध्या, उत्तर प्रदेश बल्कि समूचा उत्तर प्रदेश कर रहा है। पूरी अयोध्या नगरी का दुल्हन की तरह श्रृंगार किया जा चुका है। रामलला की मौजूदगी में यह पहला और योगी सरकार का आठवां दीपोत्सव है।

सुबह 9 बजे साकेत से निकलेंगी 18 झांकिया

आयोजन की शुरुआत साकेत महाविद्यालय से होगी। यहां से कुल 18 झांकिया निकलेंगी। इसमें 11 सूचना व सात पर्यटन विभाग की है। यह झांकिया रामायण के प्रसंगों पर आधारित रहेगी। इस दौरान विभिन्न प्रदेशों के कलाकार अपनी संस्कृति का भी परिचय देंगे। फरुआही, बमरसिया, मयूर, बहरूपिया, अवधी, थारू समेत अनेक लोकनृत्य लोगों को अपनी संस्कृति का परिचय कराएंगे। आगे आतिशबाजी व रंगोली संग शोभायात्रा निकलेगी।

2:30 बजे के करीब होगा मुख्यमंत्री का आगमन

दीपोत्सव के नेतृत्वकर्ता , मुख्यमंत्री व गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ इस बार भी 2:30 बजे तक अयोध्या पहुंच जाएंगे। वह रामकथा पार्क में उतरेंगे। इसके बाद वहां भगवान श्रीराम-सीता के राज्याभिषेक में पहुंचेंगे। सीएम योगी, केंद्रीय मंत्री समेत अन्य मंत्री उनके रथ को खींचेंगे। इसके बाद राज्याभिषेक होगा। मुख्यमंत्री यहां आमजन से मुखातिब भी होंगे।

मुख्यमंत्री की मौजूदगी में बनेगा महाआरती का रिकॉर्ड

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में इस बार एक और बड़ा रिकॉर्ड बनने जा रहा है। यह रिकॉर्ड है सरयू तट पर महाआरती का। शाम को सरयू आरती में1100 बटुक, 157 संत व मुख्यमंत्री मौजूद रहेंगे। सभी बटुक एक ही वेशभूषा में नजर आएंगे। तकरीबन 15 मिनट होने वाली आरती के इतनी संख्या में बटुकों का जुटना भी रिकॉर्ड है।

शाम से शुरू होगा दीपों का प्रज्ज्वलन

शाम के समय ही दीपों को जगमग करने का कार्य शुरू होगा। 25 लाख दीपों को जगमग करने के लिए राम की पैड़ी समेत 55 घाटों पर 28 लाख दीये बिछाए गए हैं। इन्हें प्रज्ज्वलित करने की जिम्मेदारी अवध विश्वविद्यालय के 30 हजार वॉलंटियर्स को दी गई है। शाम तक सभी दीये जल जाएंगे। इसके बाद गिनीज बुक की टीम ड्रोन से गिनती कर आठ बजे तक रिजल्ट घोषित कर देगी।

500 ड्रोन दिखाएंगे श्रीराम की वीर मुद्रा, आतिशबाजी भी दिखेगी

अयोध्या के आकाश में रंग-बिरंगी रोशनी युक्त 500 ड्रोन के जरिए भव्य एरियल ड्रोन शो का आयोजन होगा। शो के जरिए प्रभु श्रीराम, लक्ष्मण और हनुमान जी की वीर मुद्रा का लोग दिव्य दर्शन कर सकेंगे। इस कार्यक्रम में खासतौर से लेजर लाइट्स, वॉयस ओवर और म्यूजिकल नैरेशन लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करता नजर आयेगा। दीपोत्सव के दौरान मुख्य कार्यक्रम में 15 मिनट तक एरियल ड्रोन शो आयोजन होगा। इसमें मेड इन इंडिया ड्रोन्स का इस्तेमाल होगा। ड्रोन शो के जरिए रावण वध, पुष्पक विमान, दीपोत्सव, राम दरबार वाल्मीकि, तुलसीदास व राम मंदिर को भी अयोध्या के आकाश में ड्रोन के जरिए दर्शाया और दिखाया जाएगा। पुराने सरयू पुल पर भव्य आतिशबाजी भी की जाएगी।

मुख्यमंत्री की मौजूदगी में होगा दीपोत्सव

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में दीपोत्सव का आयोजन होना है। इसमें केंद्रीय संस्कृति व पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत भी रहेंगे। 10 नम्बर घाट पर ही मंच इत्यादि बनाया गया है। जहां सीएम मौजूद रहेंगे। यहीं पर मुख्यमंत्री को गिनीज बुक की ओर से कीर्तिमान बनाने का सर्टिफिकेट दिया जाएगा। अभी तक मिली खबरों के मुताबिक मुख्यमंत्री रात में अयोध्या में ही रहेंगे। देर शाम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ श्रीरामकथा पार्क में आयोजित होने वाली रामलीला का भी अवलोकन करेंगे। सुबह हनुमानगढ़ी व रामलला का दर्शन करने के बाद वह गोरखपुर रवाना होंगे।

उत्तर प्रदेश

कानपुर : 1992 के दंगो से बंद पड़े शिव जी के मंदिर को बीजेपी मेयर प्रमिला पांडेय ने खुलवाया

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कानपुर। यूपी के कानपुर से एक बड़ी खबर सामने आई है। यहां मेयर और बीजेपी नेता प्रमिला पांडेय ने मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र में बंद पड़े 2 मंदिरों को खुलवाया और पुलिस अधिकारियों को अतिक्रमण हटवाने के निर्देश दिए। मेयर ने बताया कि 1992 के दंगो के बाद से मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में कई मंदिरों पर कब्जा कर लिया गया था वहीं आज जब शिवालय को खुलवाया तो मंदिर के अंदर से शिवलिंग गायब मिला। वहीं दूसरे मंदिर में छोटा कारखाना चलता मिला।

क्या है पूरा मामला?

कानपुर की मेयर और बीजेपी नेता प्रमिला पांडेय अचानक पूरे दलबल के साथ थाना कर्नलगंज के लुधौरा क्षेत्र पहुंची तो वहां हड़कंप मच गया। मेयर ने क्षेत्र में मौजूद दो मंदिरों को खुलवाया और पुलिस अधिकारियों को मंदिर पर हुए अतिक्रमण को हटवाने के निर्देश दिए।

वहीं साथ गई नगर निगम की टीम को मंदिर के अंदर और बाहर साफ सफाई के निर्देश दिए गए। मेयर ने बताया कि 1992 के दंगो के बाद से मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में कई मंदिरों पर कब्जा कर लिया गया था वहीं आज जब शिवालय को खुलवाया तो मंदिर के अंदर से शिवलिंग गायब मिला तो दूसरे मंदिर में छोटा कारखाना चलता मिला। मेयर ने बताया कि उनको कुरान का भी ज्ञान है। उसमें भी लिखा है कि किसी भी धर्म का अपमान नही करना चाहिए। मंदिरों की साफ सफाई का अभियान लगातार चलता रहेगा।

एडीसीपी सेंट्रल का बयान आया सामने

एडीसीपी सेंट्रल राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि मेयर साहिबा के निर्देश पर चिन्हित मंदिरों के अंदर और बाहर हुए अतिक्रमण और कब्जों को हटवाने के निर्देश मिले हैं। जल्द ही कब्जों को हटवाया जाएगा।

एडीसीपी सेंट्रल का बयान आया सामने

एडीसीपी सेंट्रल राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि मेयर साहिबा के निर्देश पर चिन्हित मंदिरों के अंदर और बाहर हुए अतिक्रमण और कब्जों को हटवाने के निर्देश मिले हैं। जल्द ही कब्जों को हटवाया जाएगा।

अयोध्या में भी 32 साल बाद खुला शिव मंदिर

अयोध्या के कोतवाली थाना क्षेत्र स्थित मुस्लिम बहुल लद्दावाला इलाके में स्थित एक बंद पड़े शिव मंदिर को 32 साल बाद फिर से खोला गया है। यह मंदिर 1992 में अयोध्या के विवादित बाबरी ढांचे के ध्वस्त किए जाने के बाद से बंद पड़ा था। सोमवार को मंदिर को दोबारा खोलने के लिए आयोजित शुद्धीकरण समारोह और हवन पूजा शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हुआ। इस मौके पर पर स्थानीय हिंदू कार्यकर्ताओं ने स्वामी यशवीर महाराज के नेतृत्व में पूजा अर्चना की और मंदिर में श्रद्धा से दर्शन किए।

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