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नीतीश कुमार से मुलाकात के बाद अमित शाह ने कह दी ऐसी बात, सुनकर आपको भी नहीं होगा यकीन

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अमित शाह

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पटना। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह बिहार के दो दिवसीय दौरे पर हैं। दौरे के पहले दिन जहां एक ओर अमित शाह लोकसभा चुनाव के मद्देनजर भापजा कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ाते नजर आए वहीं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दो मुलाकातें कर विपक्ष को यह भी संदेश दे दिया कि दोनों पार्टियों का बंधन अटूट है।

अमित शाह

भाजपा अध्यक्ष शाह ने भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि विपक्षी महागठबंधन ‘लार टपकाता रहे’ मगर नीतीश कुमार के साथ गठबंधन नहीं टूटेगा। उन्होंने दावा किया कि अगले लोकसभा चुनाव में बिहार की 40 में से 40 सीटें राजग जीतेगा। कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए उन्होंने कहा, हमने जिस जीत की आदत डाली है, उसे बनाए रखना होगा।

पटना में भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ बैठक के बाद भाजपा शक्ति केंद्र प्रभारियों को संबोधित करते हुए शाह ने बिहार के गौरवशाली इतिहास की चर्चा की और देश को कांग्रेस मुक्त करने के अपने अभियान की चर्चा कहते हुए कहा, कांग्रेस मुक्त भारत बनाने की शुरुआत बिहार से ही हुई है। कांग्रेस के आपातकाल के दौरान इसी धरती पर जयप्रकाश नारायण निकले और कांग्रेस को हटा दिया। बिहार के राजेंद्र प्रसाद, कर्पूरी ठाकुर जी और जय प्रकाश नारायण ने देश को दिशा दी है।

यह बात दीगर है कि कांग्रेस मुक्त भारत की कल्पना करने वाले अमित शाह अपने गृहराज्य को अब तक कांग्रेस मुक्त नहीं कर पाए हैं। गुजरात के 77 विधानसभा क्षेत्रों पर कांग्रेस और तीन पर इसके सहयोगी दलों का कब्जा है।

भाजपा को एक विचारधारा बताते हुए शाह कहा, भाजपा एक परिवार की नहीं, बल्कि विचारधारा की पार्टी है। विचारधारा के संघर्ष में कार्यकर्ताओं पर अत्याचार हुए और हमारे कार्यकर्ता आज भी बलिदान दे रहे हैं। 10 सदस्यों वाली पार्टी आज 11 करोड़ सदस्यों की सबसे बड़ी पार्टी बन गई है।

उन्होंने साढ़े चार वर्ष के राजग सरकार के विकास कार्यो की चर्चा करते हुए कार्यकर्ताओं से सरकार की योजनाओं को सोशल मीडिया के माध्यम से आम जनता को बताने की सलाह दी।

शाह ने 2013 में कांग्रेस कार्यकाल की चर्चा करते हुए कहा, उस समय देश में नीतिगत लकवा मार गया था। देश का हर मंत्री खुद को प्रधानमंत्री मानता था, परंतु प्रधानमंत्री खुद को प्रधानमंत्री नहीं मानता था। इसके बाद नरेंद्र मोदी की हवा आई जो आंधी बनी और फिर सुनामी बन गई और फिर पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनी।

उन्होंने कांग्रेस के साथ राजद पर भी निशाना साधते हुए कहा, वर्ष 2014 में सभी विपक्षी पार्टियां हमारे खिलाफ लड़ी थीं और हमने सभी को हराकर ही सत्ता पाई थी। हम इन सभी को फिर से हराएंगे।

शाह ने जोर देकर कहा, एनडीए से सिर्फ चंद्रबाबू नायडू गए हैं, लेकिन उनके बदले नीतीश कुमार आ गए हैं, तो क्या फर्क पड़ा।

इससे पहले, शाह के पटना स्थित ज्ञानभवन पहुंचने पर 101 शंख ध्वनियों से उनका स्वागत किया गया। इसके बाद उन्हें मखाने का माला पहनाकर सम्मानित किया गया।

इसके बाद शाह भाजपा प्रदेश कार्यालय पहुंचे और फिर राजकीय अतिथिशाला में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं और चुनाव तैयारी समिति के नेताओं के साथ बैठक की।

इससे पहले, अपने दो दिवसीय बिहार दौरे पर गुरुवार को पटना पहुंचे अमित शाह और राजग में शामिल जद (यू) के अध्यक्ष नीतीश कुमार के साथ पटना के राजकीय अतिथिशाला में मुलाकात हुई। दोनों नेताओं ने साथ में सुबह का नाश्ता किया। इस दौरान करीब एक घंटे तक दोनों नेताओं ने सियासी चर्चा की।

नीतीश के रात्रिभोज निमंत्रण पर शाह रात में मुख्यमंत्री आवास पहुंचे। दोनों नेता एक बार फिर रात के भोजन पर मिले। इस भोज में दोनों दलों के कई वरिष्ठ नेता भी शामिल हुए।

वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव को देखते हुए यह मुलाकात काफी अहम मानी जा रही है। कयास लगाया जा रहा है कि अपने-अपने पार्टी के दोनों प्रमुखों के बीच सीट बंटवारे को लेकर भी चर्चा होगी।

इस बीच, जद (यू) के वरिष्ठ नेता क़े सी़ त्यागी ने बताया कि एक ही गठबंधन में शामिल दोनों वरिष्ठ नेताओं के बीच सौहार्दपूर्ण वातावरण में बातचीत हुई है, लेकिन अभी यह पहले ही दौर की बातचीत है। ऐसे में सीट बंटवारे को लेकर सारी बातें तय हो जाएंगी, इस पर संशय है।

इससे पहले, शाह गुरुवार की सुबह करीब 10 बजे पटना हवाईअड्डे पहुंचे, जहां भाजपा के नेता और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय सहित कई केंद्रीय मंत्री और बिहार के मंत्री सहित बड़ी संख्या में कार्यकताओं ने उनका स्वागत किया।

इधर, शाह के आगमन को लेकर पटना की सड़कें भाजपा के बैनर, पोस्टरों से भरी पड़ी हैं। शाह के आगमन को लेकर सुरक्षा के भी कड़े प्रबंध किए गए हैं। शाह शुक्रवार की सुबह दिल्ली के लिए प्रस्थान करेंगे।

 

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गैस चेंबर बनी दिल्ली, AQI 500 तक पहुंचा

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नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर में इन दिनों सांस लेना भी मुश्किल हो गया है। दरअसल दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण का स्तर बदतर स्थिति में है। अगर श्रेणी के आधार पर बात करें तो दिल्ली में प्रदूषण गंभीर स्थिति में बना हुआ है। कल जहां एक्यूआई 470 था तो वहीं आज एक्यूआई 494 पहुंच चुका है। दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में एक्यूआई के आंकड़ें आ चुके हैं। अलीपुर में 500, आनंद विहार में 500, बवाना में 500 के स्तर पर एक्यूआई बना हुआ है।

कहां-कितना है एक्यूआई

अगर वायु गुणवत्ता की बात करें तो अलीपुर में 500, बवाना में 500, आनंद विहार में 500, डीटीयू में 496, द्वारका सेक्टर 8 में 496, दिलशाद गार्डन में 500, आईटीओ में 386, जहांगीरपुरी में 500, जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में 500, लोधी रोड में 493, मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम 499, मंदिर मार्ग में 500, मुंडका में 500 और नजफगढ़ में 491 एक्यूआई पहुंच चुका है। दिल्ली की वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में बनी हुई है। ऐसे में दिल्ली में ग्रेप 4 को लागू कर दिया गया है। इस कारण दिल्ली के अलावा नोएडा, गाजियाबाद, हापुड़, मेरठ में स्कूलों को बंद कर दिया गया है और ऑनलाइन माध्यम से अब क्लासेस चलाए जाएंगे।

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