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प्रादेशिक

दिल्ली या हरियाणा की कोर्ट में सरेंडर कर सकता है विकास दुबे

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कानपुर। कानपुर गोलीकांड में शामिल विकास दुबे के दाहिने हाथ अमर दुबे को पुलिस ने मुठभेड़ में ढेर कर दिया है। अमर दुबे पर 25 हजार रु का इनाम था। वारदात के पांच दिन के अंदर ही पुलिस ने उसे ढेर करने में सफलता पाई है। अमर दुबे की लाेकेशन मौदहा के आसपास मिली थी। हमीरपुर पुलिस व एसटीएफ की चेकिंग के दौरान अमर दुबे ने पुलिस पर फायरिंग की। जवाबी कार्यवाई में वो ढेर हो गया। अमर दुबे के पास से ऑटोमैटिक गन व कई हथियार मिले है। कहा जा रहा है कि इसके बाद विकास दुबे कमजोर पड़ गया है और वह किसी भी समय हरियाणा या दिल्ली की कोर्ट में सरेंडर कर सकता है।

पुलिस को अमर के उस इलाके में छिपे होने का संदेह पहले से था क्योंकि उसकी कार औरैया के पास लावारिस मिली थी। पुलिस को अनुमान था कि विकास, अमर के साथ औरैया के चंबल के रास्ते मध्य प्रदेश भागा होगा या बीच में ही कहीं छिपा होगा। पुलिस उस इलाके में सख्त चौकसी कर रही थी। अमर के बुंदेलखंड में होने की सूचना पुलिस को लगी। जिस पर पुलिस ने वहां अमर की घेराबंदी कर ली।

बताया जा रहा है कि 2 जुलाई की रात को जब विकास दुबे के घर पर पुलिस दबिश देने गई थी तो अमर दुबे भी वहां मौजूद था। पुलिसवालों पर फायरिंग करने में और उनकी जान लेने में वह भी शामिल था। घटना के बाद से अमर विकास के साथ ही भाग निकला था। अमर विकास के सबसे खास लोगों में से एक था।

#amardubey #vikasdubey #surrender #uppolice

IANS News

सीएम नायब सिंह सैनी ने देखी ‘द साबरमती रिपोर्ट’, हरियाणा में हुई टैक्स फ्री

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चंडीगढ़। गोधरा कांड पर बनी ‘द साबरमती रिपोर्ट’ फिल्म को हरियाणा में टैक्स फ्री कर दिया गया है। सीएम नायब सिंह सैनी व केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने मंगलवार रात आईटी पार्क में स्थित डीटी मॉल में ‘द साबरमती रिपोर्ट‘ फिल्म को देखा।

फिल्म देखने के बाद मुख्यमंत्री ने ‘द साबरमती रिपोर्ट‘ फिल्म को हरियाणा में टैक्स फ्री करने की घोषणा की। फिल्म देखने वालों में कई कैबिनेट मंत्री व विधायक भी शामिल थे।

फिल्म देखने के बाद सीएम सैनी ने कहा-यह फिल्म 27 फरवरी 2002 को गोधरा (गुजरात) में हुए साबरमती एक्सप्रेस ट्रेन की घटना पर आधारित है। इसमें घटना की सच्चाई को दिखाया गया है।

फिल्म निर्माता में इस मुद्दे को बहुत ही संवेदनशीलता और गरिमा के साथ बनाई है। इसके साथ ही उन घटनाक्रम की सच्चाई को भी दिखाया है जिससे पूरा देश अनभिज्ञ था। इस फिल्म के माध्यम से 59 निर्दोष पीड़ितों को भी अपनी बात कहने का मौका मिला है।

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