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‘मुझ पर और FIR दर्ज कर ले असम पुलिस, मैं डरता नहीं’; बारपेटा में राहुल ने दिखाए आक्रामक तेवर

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Rahul showed aggressive attitude in Barpeta

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बारपेटा (असम)। राहुल गांधी ने असम की पुलिस को और प्राथमिकी दर्ज करने की चुनौती दी है। उन्होंने कहा कि जितना संभव हो, पुलिस उतने मामले दर्ज करे। इसके बावजूद वे डरने वाले नहीं हैं। कांग्रेस सांसद ने पुराने सहयोगी और अब असम के मुख्यमंत्री, हिमंत बिस्वा सरमा को भी आड़े हाथों लिया।

राहुल ने भूमि घोटाले और रिश्वतखोरी का जिक्र करते हुए कहा कि सीएम हिमंत बिस्वा सरमा पूरे भारत में सबसे भ्रष्ट मुख्यमंत्री हैं। राहुल ने असम के बारपेटा में भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान कहा कि भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) मिलकर भी उन्हें डरा नहीं सकते।

गुवाहाटी पुलिस ने संज्ञान लिया, राहुल समेत कई कांग्रेसियों पर मामला दर्ज

गौरतलब है कि भीड़ को उकसाने के लिए गुवाहाटी पुलिस ने स्वत: संज्ञान लेते हुए राहुल गांधी और अन्य कांग्रेस नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया है। एक दिन बाद आक्रामक तेवर दिखाते हुए राहुल ने कहा, उन्हें नहीं पता कि असम के मुख्यमंत्री ने ऐसा क्यों सोच लिया कि पुलिस के पास मामले दर्ज होने पर वे डर जाएंगे। उन्होंने कहा कि 25 और मामले दर्ज कराएं। जितना संभव हो मामला दर्ज करें, उन्हें इस बात से फर्क नहीं पड़ता। वे किसी से डरने वाले नहीं हैं।

असम को नागपुर से कंट्रोल करना चाहते हैं भाजपा-RSS

राहुल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर भी निशाना साधा। कांग्रेस सांसद ने आरोप लगाया कि सीएम सरमा के अलावा पीएम मोदी और शाह के भी दिल ‘नफरत से भरे हुए हैं।’ उन्होंने कहा कि भाजपा-आरएसएस असम की भाषा, संस्कृति और इतिहास को मिटाना चाहते हैं।

उन्होंने कहा कि भाजपा और संघ असम को नागपुर (RSS मख्यालय) से चलाना चाहते हैं, लेकिन कांग्रेस और असम की जनता उन्हें ऐसा करने की इजाजत नहीं देगी। असम में यहीं के लोगों का शासन होगा।

CM पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए

असम में लगातार हो रहे कथित भ्रष्टाचार की तरफ इशारा करते हुए राहुल गांधी ने कहा, मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा देश के ‘सबसे भ्रष्ट सीएम’ हैं। बकौल राहुल, ‘जब वह (सीएम सरमा) आपसे बात करते हैं, तो वह आपकी जमीन चुरा लेते हैं। जब आप सुपारी खाते हैं, तो वह सुपारी कारोबार पर भी कब्जा कर लेते हैं।’

राहुल का आरोप है कि सीएम सरमा ने काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में भी जमीन ली है। गौरतलब है कि राहुल ने भारत जोड़ो न्याय यात्रा की शुरुआत मणिपुर से की है। यात्रा के 11वें दिन वे असम के बारपेटा में हैं। 6200 किलोमीटर की इस यात्रा में राहुल समेत कद्दावर कांग्रेसी 14 राज्यों से गुजरेंगे।

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शराब घोटाला: केजरीवाल के खिलाफ चलेगा केस, एलजी ने ईडी को दी मंजूरी

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नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 से पहले अरविंद केजरीवाल की मुश्किलें बढ़ गई हैँ। दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने ईडी को आबकारी नीति मामले में पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल के खिलाफ मुकदमा चलाने की मंजूरी दे दी है। 5 दिसंबर को ईडी ने अरविंद केजरीवाल के खिलाफ मुकदमा चलाने की मंजूरी मांगी थी।

ईडी का दावा है कि अरविंद केजरीवाल ने ‘साउथ ग्रुप’ के सदस्यों के साथ मिलकर 100 करोड़ रुपये की रिश्वत ली और कस्टमाइज शराब नीति बनाकर निजी कंपनियों को अनुचित लाभ पहुंचाया। ईडी का यह भी कहना है कि केजरीवाल ने मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए इस रकम को छुपाने की कोशिश भी की। बता दें यह मामला राउज एवेन्यू कोर्ट में पहले से दर्ज है।

ईडी ने जो शिकायत दायर कि है उसमें आरोप लगाया गया है कि केजरीवाल ने ‘साउथ ग्रुप’ के सदस्यों के साथ मिलकर 100 करोड़ रुपये की रिश्वत ली और एक विशेष शराब नीति तैयार करके उसे लागू करके निजी संस्थाओं को अनुचित लाभ पहुंचाया। ईडी ने अभियोजन शिकायत में यह भी आरोप लगाया कि अपराध की आय से लगभग 45 करोड़ रुपये का इस्तेमाल गोवा चुनावों में केजरीवाल की मिलीभगत और सहमति से आप के प्रचार के लिए किया गया।

जांच एजेंसी ने आरोप लगाया कि आप अपराध की आय का ‘मुख्य लाभार्थी’ थी और केजरीवाल राष्ट्रीय संयोजक और राजनीतिक मामलों की समिति और राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य होने के नाते गोवा चुनावों के दौरान धन के उपयोग के लिए जिम्मेदार थे। ED ने रिपोर्ट में उल्लेख किया कि अरविंद केजरीवाल ने इस पीओसी (अपराध की आय) को नकद हस्तांतरण/हवाला हस्तांतरण के माध्यम से पीढ़ी से लेकर उपयोग तक छुपाया है। इसलिए, आरोपी अरविंद केजरीवाल वास्तव में और जानबूझकर मनी लॉन्ड्रिंग के अपराध से जुड़ी अलग अलग प्रक्रियाओं और गतिविधियों में शामिल हैं, यानी पीएमएलए (धन शोधन निवारण अधिनियम), 2002 की धारा 3 के तहत परिभाषित उत्पादन, अधिग्रहण, कब्जा, छिपाना, हस्तांतरण, उपयोग और इसे बेदाग होने का दावा करना है।

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