Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

सपा में होने के चलते मुश्किलों में हैं आजम खां, अखिलेश मुसलमानों के हितैषी नहीं: मौलाना शहाबुद्दीन

Published

on

maulana shahabuddin

Loading

बरेली। ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुफ्ती मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी बरेलवी ने प्रेस को एक बयान जारी करते हुए कहा कि सपा के नेता आजम खां मुश्किलों के दौर से गुजर रहे हैं, मुस्लिम कौम आजम खां के साथ खड़ी है, हमारी हमदर्दियां भी आजम खां और उनके परिवार के साथ है।

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आजम खां की गिरफ्तारी पर कहा कि मुसलमान होने की वजह से उनको परेशान किया जा रहा है, अखिलेश के बयान की हम कड़े शब्दों में निन्दा करते हैं, हकीकत ये है कि आजम खां मुसलमान होने की वजह से नहीं बल्कि सपा में होने की वजह से परेशान किए जा रहे हैं।

अखिलेश यादव अपनी नाकामीयो को छुपाने और आजम खां का समर्थन न कर पाने की वजह से मुसलमान शब्द इस्तेमाल करके पूरी मुस्लिम कौम के सर ठिकरा फोड़ना चाहते हैं।

मौलाना ने कहा कि अखिलेश की ब्रदरी से आजम खां नहीं आते हैं इसलिए सपा के मुखिया उनके समर्थन में नहीं खड़े हैं, जब्की दूसरी तरफ वो बलिया पहुंच गए वहां पर उन्होंने पीड़ित परिवार से मुलाकात करके उप्र के मुख्यमंत्री के खिलाफ बयान भी दिया, इसकी वजह ये है कि बलिया में पीड़ित परिवार उनकी ही ब्रदरी से सम्बन्ध रखता है। अब उप्र के मुसलमान उनकी दोगली चालो को खूब समझ चुका है इसलिए मुसलमान भविष्य के फैसले खुद करेगा।

मौलाना ने कहा कि 2024 के लोकसभा के चुनाव बहुत जल्द होने वाले हैं। मुसलमानों की एक बड़ी तादाद इस कश्मकश का शिकार है कि वोट किसको दिया जाए और दूसरी तरफ मुसलमानों का दूसरा तबका समाजवादी पार्टी की तरफ झुकाव रखता है। ऐसे माहौल में मुसलमानों की रहनुमाई करना और उनको अच्छाई और बुराई के रास्ते को बतलाना हमारी जिम्मेदारी बनती है।

मौलाना ने मुसलमानों को पुराना इतिहास बताते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी में मुसलमानों के रहने की जगह अब नहीं है, चुकी जब तक मुलायम सिंह यादव नेतृत्व कर रहे थे उस वक्त तक सपा में मुसलमानों की गुंजाइश थी और वो मुसलमानों के हितौषी थे,

मगर जब से उनके बेटे अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी की कमान संभाली है उसके बाद मुसलमानों के नुमाया और बड़े चेहरों को हाशिए पर कर दिया गया है, वो मुसलमान लीडरान जिन्होंने सपा को अपने खून और पसीने से सींचा था उन लोगों पर जब मुसीबत के पहाड़ टूटे और जेल की सलाखो में बंद किया गया तो उनकी मुश्किलों के वक्त अखिलेश यादव साथ में खड़े होने से बचते रहे।

मुसलमानों को सलाह देते हुए मौलाना ने कहा कि अब ऐसी सूरतेहाल में मुसलमान सपा को छोड़ दें और अब ये रहने की जगह नहीं है, दूसरे विकल्पों पर विचार करें। मुसलमानों ने पिछले विधानसभा और लोकसभा में सपा को पूरी ताकत और मजबूती के साथ वोट देकर पूरे भारत में अखिलेश यादव की इज्जत बचाई मगर जब भी मुसलमानों को उनकी जरूरत पड़ी तो वो साथ खड़े नजर नहीं आए।

इसलिए अब मुसलमानों को दूसरे विकल्प पर विचार करना होगा और नए सिरे से अपनी लौबिंग करना होगी, 2024 लोकसभा चुनाव से ही नई रणनीति के साथ शुरुआत होनी चाहिए। मुसलमान अपने मसाइल के हल के लिए अखिलेश यादव से उम्मीदें छोड़ दें।

इस वक्त अखिलेश यादव शाहजहांपुर में है सपा कार्यकर्ता सम्मेलन कर रहे हैं इसके जरिए रोहेलखंड में मुस्लिम और यादव समीकरण साधने में लगे हुए हैं, उनकी पोलिसी को उत्तर प्रदेश के मुसलमानों ने खुब समझ लिया है इसलिए अब लोकसभा के चुनाव में मुसलमान इनके झांसे में नहीं आने वाला है।

उत्तर प्रदेश

लखनऊ में अपहरण के बाद 11 साल की छात्रा से रेप करने वाले लियाकत का एनकाउंटर, पुलिस ने पैर में मारी गोली

Published

on

Loading

लखनऊ। लखनऊ में 11 साल की छात्रा से अपहरण और रेप के आरोपी का पुलिस ने एनकाउंटर कर दिया है। एनकाउंटर में आरोपी के पैर में गोली लगी है। उसे घायल अवस्था में इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उसके पास से अवैध असलहा भी बरामद किया गया है।

कृष्णा नगर थाना क्षेत्र में बुधवार को कक्षा 4 में पढ़ने वाली 11 वर्षीय छात्रा कोचिंग के लिए निकली थी। इसके बाद वह पूरी रात घर नहीं लौटी। परिवार के लोग उसकी तलाश करते रहे। परिजनों ने मामले की शिकायत कृष्णा नगर थाने में की थी। मुकदमा दर्जकर पुलिस ने छात्रा की तलाश के लिए टीम गठित की थी।

पुलिस ने सीसीटीवी जांच की तो पता चला कि एक व्यक्ति बच्ची को बहका फुसलाकर कहीं ले रहा है। आरोपी की पहचान लियाकत अली के रूप में की गई। पुलिस ने लड़की को बरामद कर लिया था लेकिन वह फरार था। गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर दी। पुलिस को देखते ही लिकायत ने फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में उसके पैर में गोली लगी है।

डीसीपी ने बताया कि लियाकत अली पर पहले से ही दो मामले दर्ज हैं। ये दोनों मामले महिला अपराध में ही दर्ज किए गए थे। इसका पूर्व में भी आपराधिक इतिहास रहा है। पीड़िता के बयान के आधार पर उसके खिलाफ रेप और पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने कहा कि आरोपी 2005 और 2007 में इसी तरह दो बच्चियों के खिलाफ अपराधों में शामिल था।

Continue Reading

Trending