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बाबा बंदा बहादुर की शहादत के हुए 300 साल

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बाबा बंदा बहादुर की शहादत के हुए 300 साल

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बाबा बंदा बहादुर की शहादत के हुए 300 साल

नई दिल्ली| महान सिख जनरल और क्रांतिकारी बाबा बंदा सिंह बहादुर की शहादत के तीन सौ साल 24 जून को पूरे होने जा रहे हैं। इस अवसर पर देशभर में कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे और इन क्रांतिकारी, महान दूरदर्शी व शहीद के योगदान से जनता को परिचित कराया जाएगा। बाबा बंदा सिंह ने गुरु गोबिंद सिंह के आशीर्वाद से 1710 में देश के प्रथम संप्रभु राज्य का गठन किया और पूरे पंजाब में अपना अधिकार स्थापित किया। मुगलों ने उन्हें हराया और 24 जून, 1716 को उन्हें शहीद किया। उनकी शहादत के 300 वर्ष पूरे होने के मौके पर दिल्ली सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी कई सांस्कृतिक व भक्ति कार्यक्रमों का आयोजन करेगी। यह पहल इस उद्देश्य से की जा रही है कि देश की नई पीढ़ी को राष्ट्र के महान व्यक्तियों के योगदान और आजादी की लड़ाई के बारे में जागरूक किया जा सके।

दिल्ली सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी की विज्ञप्ति के अनुसार, अगले कुछ दिनों तक यह उत्सव जारी रहेगा, इसकी शुरुआत 17 जून को कनॉट प्लेस स्थित सेंट्रल पार्क से तीन दिवसीय सांस्कृतिक संध्या के साथ होगी। सेंट्रल पार्क में आयोजन विशुद्ध रूप से सांस्कृतिक होंगे और ये व्यापक स्तर पर देश की सांस्कृतिक व पुरातन विविधता को प्रदर्शित करंेगे। इसके बाद 20 जून को भारतीय डाक द्वारा पोस्टल कवर जारी किया जाएगा। 21 जून को दिल्ली सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी एक विशेष कार्यक्रम में स्मारक चांदी का सिक्का जारी करेगी, जिसमें केंद्रीय वित्त एवं सूचना प्रसारण मंत्री अरुण जेटली अध्यक्ष के रूप में उपस्थित होंगे।

इस मौके पर एक मैराथन ‘फस्र्ट इंडिया विक्टरी रन’ भी होगी जो 26 जून को इंडिया गेट के लॉन से शुरू हो कर रकाबगंज गुरुद्वारा पर समाप्त होगी। इस संपूर्ण उत्सव का समापन महीने के अंत में मेगा फिनाले के साथ होगा। इस उत्सव आयोजन के बारे में डीएसजीएमसी के अध्यक्ष मंजीत सिंह जीके ने कहा, “इस प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन कर के भुला दिए गए इतिहास पुरुषों को अपनी श्रद्धांजलि दे रहे हैं और नई पीढ़ी को उनसे परिचित करा रहे हैं। हमारी प्रतिबद्धता है कि इतिहास में उन्हें वह स्थान दिलाया जाए जिसके वे हकदार हैं।” उन्होंने कहा, “हमारी आज की पीढ़ी का संपर्क इतिहास से लगभग खो चुका है और इस तरह के आयोजन उनके बीच जागरूकता पैदा करेंगे तथा वे अपने गौरवशाली अतीत पर नाज करेंगे।”

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राजस्थान में बनेगा जेम्स एण्ड ज्वैलरी पार्क, एक लाख से अधिक रोजगार होंगे सृजित

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जयपुर। राजस्थान के सीएम भजलनलाल शर्मा ने कहा है कि केन्द्र सरकार के साथ मिलकर जेम्स एण्ड ज्वैलरी पार्क स्थापित किया जाएगा, जिससे 1 लाख से अधिक रोजगार सृजित होंगे। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में कारीगरों का प्रशिक्षण, नवीनतम तकनीक एवं शोध में निवेश को बढ़ावा देने की आवश्यकता है, जिससे यह उद्यम अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर नई ऊंचाइयों को छू सकें। भजलनलाल शर्मा ने शुक्रवार को ज्वैलरी एसोसिएशन द्वारा सीतापुरा स्थित जेईसीसी में आयोजित एक कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए ये बातें कही।

भजनलाल शर्मा ने कहा कि गुलाबी नगरी जयपुर विश्व पटल पर रत्न आभूषणों के लिए विख्यात है। जेम्स ज्वैलरी बिजनेस राज्य की आर्थिक प्रगति में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं, साथ ही रोजगार सृजन का भी मुख्य साधन हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस उद्योग को बढ़ावा देने तथा उद्यमियों के लिए व्यापार को सुगम बनाने के लिए निरंतर काम कर रही है।

सीएम ने कहा कि जयपुर में बनाए गए आभूषण अपनी खूबसूरती और शिल्प कौशल के लिए दुनियाभर में पहचाने जाते हैं। इसी वजह से राज्य सरकार द्वारा ‘एक जिला एक उत्पाद’ योजना के तहत जयपुर में रत्न एवं आभूषणों को चिन्हित किया गया है। जिसके तहत राज्य सरकार इस क्षेत्र को और अधिक विकसित बनाने के लिए कार्य करेगी। उन्होंने कहा कि वित्तीय वर्ष 2023-24 में राजस्थान के कुल निर्यात में रत्न-आभूषणों की हिस्सेदारी 11 हजार 183 करोड़ रुपए की रही है।

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