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बिजनेस

बैंक ऑफ बड़ौदा को जून तिमाही में हुआ बंपर मुनाफा, NPA में आई गिरावट

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Bank of Baroda gets bumper profit

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नई दिल्ली। सरकारी क्षेत्र के बैंक बैंक ऑफ बड़ौदा (BoB) द्वारा आज शनिवार को जून तिमाही के नतीजे जारी कर दिए गए हैं। बैंक के मुनाफे में सालाना आधार पर अप्रैल से जून तिमाही में 87.72 प्रतिशत की बढ़त हुई है।

चालू वित्त की पहली तिमाही में बैंक को 4,070.10 करोड़ रुपये का मुनाफ हुआ है, जबकि एक साल पहले समान अवधि में बैंक को 2,168.1 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था। इससे पहले वित्त वर्ष 2022-23 मार्च तिमाही में बैंक को 4,775 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था। ये बैंक की ओर से दर्ज किया गया अब तक का सबसे अधिक मुनाफा था। आरबीआई की ओर से रेपो रेट बढ़ने का फायदा बैंकों को मिला है।

कंपनी का शुद्ध ब्याज से आय में हुई बढ़ोतरी

चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में बैंक की आय 48.50 प्रतिशत बढ़कर 29,878.07 करोड़ रुपये रही है। एक साल पहले ये 20,119.52 करोड़ रुपये रही थी।

जून तिमाही में बैंक ऑफ बड़ौदा की शुद्ध ब्याज से आय (NII) में 24.2 प्रतिशत का इजाफा हुआ है और यह बढ़कर 10,996.7 करोड़ रुपये हो गया है जो कि एक साल पहले 8,838.4 करोड़ रुपये था। वहीं, बैंक की नॉन-इंडरेस्ट इनकम 2.8 गुना बढ़ी थी।

NPA में हुई गिरावट

बैंक ऑफ बड़ौदा की एसेट क्वालिटी में काफी सुधार देखने को मिला है। जीएनपीए 275 आधार अंक घटकर 3.51 प्रतिशत हो गया है। वहीं, सालाना आधार पर बैंक का एनएनपीए 80 आधार अंक घटकर 0.78 प्रतिशत रह गया है।

अप्रैल-जून तिमाही में बैंक का एनएनपीए घटकर 7,482.50 करोड़ रुपये रहा है, जो कि पिछले साल जून तिमाही में 12,652.74 करोड़ रुपये था। इससे पहले ये मार्च तिमाही में 8,384.32 करोड़ रुपये था।

नेशनल

ऑनलाइन फूड ऑर्डरिंग ऐप को मनमानी करने पर 103 के बदले देने पड़ेंगे 35,453 रु, जानें क्या है पूरा मामला

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हैदराबाद। ऑनलाइन फूड ऑर्डरिंग ऐप स्विगी को ग्राहक के साथ मनमानी करना भारी पड़ गया। कंपनी की इस मनमानी पर एक कोर्ट ने स्विगी पर तगड़ा जुर्माना ठोक दिया। हैदराबाद के निवासी एम्माडी सुरेश बाबू की शिकायत पर उपभोक्ता आयोग ने बड़ा फैसला सुनाया है। बाबू ने आरोप लगाया था कि स्विगी ने उनके स्विगी वन मेंबरशिप के लाभों का उल्लंघन किया और डिलीवरी Food Delivery की दूरी को जानबूझकर बढ़ाकर उनसे अतिरिक्त शुल्क वसूला

क्या है पूरा मामला ?

सुरेश बाबू ने 1 नवंबर, 2023 को स्विगी से खाना ऑर्डर किया था। सुरेश के लोकेशन और रेस्टॉरेंट की दूरी 9.7 किमी थी, जिसे स्विगी ने बढ़ाकर 14 किमी कर दिया था। दूरी में बढ़ोतरी की वजह से सुरेश को स्विगी का मेंबरशिप होने के बावजूद 103 रुपये का डिलीवरी चार्ज देना पड़ा। सुरेश ने आयोग में शिकायत दर्ज कराते हुए कहा कि स्विगी वन मेंबरशिप के तहत कंपनी 10 किमी तक की रेंज में फ्री डिलीवरी करने का वादा किया था।कोर्ट ने बाबू द्वारा दिए गए गूगल मैप के स्क्रीनशॉट्स और बाकी सबूतों की समीक्षा की और पाया कि दूरी में काफी बढ़ोतरी की गई है।

कोर्ट ने स्विगी को अनुचित व्यापार व्यवहार का दोषी पाया और कंपनी को आदेश दिया कि वे सुरेश बाबू को 9 प्रतिशत ब्याज के साथ 350.48 रुपये के खाने का रिफंड, डिलीवरी के 103 रुपये, मानसिक परेशानी और असुविधा के लिए 5000 रुपये, मुकदमे की लागत के लिए 5000 रुपए समेत कुल 35,453 रुपये का भुगतान करे।

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