Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

फिर साथ आएंगे भाजपा और सुभासपा, पूर्वांचल के लिए अहम होगा गठजोड़

Published

on

BJP and sbsp will come together again

Loading

लखनऊ। पिछले दिनों वाराणसी दौरे पर गए मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर के बीच हुई करीब 45 मिनट की मुलाकात ने जहां प्रदेश में सियासी सरगर्मी को बढ़ा दिया है वहीं, सुभासपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण राजभर ने जो संकेत दिए है, उसने भी इस पटकथा के कथानक को साफ कर दिया है।

2022 के विधानसभा चुनाव के पहले भाजपा से रिश्ता तोड़ने वाले सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में एक बार फिर साथ खड़े दिखाई देंगे। इस बात के संकेत अब साफ तौर पर मिलने लगे हैं।

राजभर के बेटे अरूण राजभर की शादी के मौके पर भाजपा नेताओं का जुटान और उसके 48 घंटे के भीतर ही आधी रात को मुख्यमंत्री से बंद कमरे में उनकी मुलाकात ने भाजपा से गठबंधन की पटकथा को अंतिम रूप दिया है।

दोनों नेताओं की मुलाकात के बाद अरुण ने कहा था कि जल्द ही वह परिवार सहित लखनऊ पहुंचकर मुख्यमंत्री आवास जाकर योगी से आशीर्वाद लेंगे। अरुण के इस बयान के सियासी निहितार्थ निकाले जा रहे हैं कि राजभर के तल्ख बयानों को लेकर असहज रहने वाले मुख्यमंत्री को सहज करने की कोशिश है।

हालांकि राजभर और भाजपा की तरफ से गठबंधन के बारे में अभी तक अधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा जा रहा है, पर दोनों तरफ के नेताओं द्वारा एक दूसरे के प्रति जिस सहजता से बयान दिए जा रहे हैं, उससे यह माना जा रहा है कि भाजपा-सुभासपा के नए रिश्ते की अधिकारिक घोषणा जल्द की जा सकती है।

वहीं, उच्च पदस्थ सूत्रों का कहना है कि दोनों दलों के बीच गठबंधन को लेकर बातचीत लगभर पूरी हो चुकी है। हालांकि सूत्र गठबंधन के स्वरूप के बारे में बहुत कुछ नहीं बता पा रहे हैं, लेकिन उनका कहना है कि पूर्वांचल की सामाजिक समीकरणों और प्रदेश की राजनीतिक गणित को देखते हुए भाजपा और राजभर को एक दूसरे की जरूरत है।

दो सीटों पर बन सकती है बात

सूत्रों का कहना है कि राजभर गठबंधन की अधिकारिक घोषणा होने से पहले ही उन सीटों को पक्का करना चाहते हैं, जिनपर वह सुभासपा के उम्मीदवार लड़ाना चाहते हैं। सूत्रों का कहना है कि राजभर ने भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के सामने फिलहाल दो सीटों पर दावेदारी पेश की है। इनमें एक घोसी के अलावा गाजीपुर, भदोही और चंदौली में कोई सीट शामिल है।

अगले महीने हो सकती है अधिकारिक घोषणा

माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद अब राजभर और भाजपा के बीच गठबंधन की अधिकारिक घोषणा होना बाकी रह गया है। जल्द ही राजभर की दिल्ली में भाजपा नेतृत्व से मुलाकात होनी है।

इस मुलाकात में गठबंधन के स्वरूप को अंतिम रुप दिया जा सकता है । इसके बाद अगस्त में गठबंधन की घोषणा की जा सकती है। हालांकि राजभर के कोटे में लोकसभा की कौन सी सीट जाएगी, इसको चुनाव के समय ही सार्वजनिक की जाएगी।

उत्तर प्रदेश

महाकुम्भ में कॉल करते ही 30 मिनट में पहुंचेगी ऑटोमैटिक ब्लोअर मिस्ट

Published

on

Loading

महाकुम्भनगर : महाकुम्भ में इस बार स्वच्छता के लिहाज से विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं। सीएम योगी के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग ने संत महात्माओं के साथ-साथ श्रद्धालुओं के लिए भी विशेष व्यवस्था की है। यहां मच्छर और मक्खियों से पूरी तरह से निजात रहेगी। सीएम के निर्देश पर कुछ इस तरह के इंतजाम किए गए हैं कि महाकुम्भ के किसी भी कोने से बस एक कॉल करते ही 30 मिनट के भीतर ऑटोमैटिक ब्लोअर मिस्ट मौके पर पहुंचकर मच्छर और मक्खी का खत्म कर देगी। अखाड़ों और टेंट सिटी को इंसेक्ट फ्री बनाने के साथ ही स्वच्छ वातावरण के लिए बेहतर इंतजाम किए जा रहे हैं, जिसके तहत 110 अत्याधुनिक ब्लोअर मिस्ट और 107 मिनी फॉगिंग मशीन तैनात की जा रही हैं।

78 स्पेशल ऑफिसर तैनात

सीएम योगी के निर्देश पर महाकुम्भनगर में सफाई व्यवस्था का विशेष इंतजाम किया जा रहा है। महाकुम्भ के नोडल जॉइंट डायरेक्टर (वेक्टर कंट्रोल) डॉ वीपी सिंह ने बताया कि महाकुम्भ के दौरान चप्पे-चप्पे पर कीटनाशक का छिड़काव किए जाने की तैयारी है। श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न होने पाए इसके लिए 62 पल्स फॉगिंग मशीनें भी मंगवाई गई हैं। इस बार महाकुम्भ में संतों और श्रद्धालुओं की हिफाजत के लिए 78 स्पेशल ऑफिसर तैनात किए जा रहे हैं।

मलेरिया इंस्पेक्टर बोलेंगे, मे आई हेल्प यू

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस बार के महाकुम्भ को हर बार के कुम्भ से ज्यादा दिव्य और भव्य बनाना चाहते हैं, जिसके तहत स्वास्थ्य विभाग को इस बार विशेष इंतजाम करने के निर्देश दिए गए हैं। मेला क्षेत्र में मलेरिया इंस्पेक्टर की तैनाती की जा रही है, जो श्रद्धालुओं की सुविधाओं का विशेष ध्यान रखेंगे। एक एक अखाड़े में जाकर मलेरिया इंस्पेक्टर संतों और महात्माओं से बात करेंगे और मच्छर, मक्खी की समस्या का तत्काल निदान भी करेंगे।

अफसर रखेंगे सुविधाओं का ध्यान

मेला में वेक्टर कंट्रोल के असिस्टेंट नोडल और डीएमओ डॉ आनंद कुमार सिंह ने बताया कि महाकुम्भ में पहली बार संतों और श्रद्धालुओं की हिफाजत के लिए इतने व्यापक इंतजाम किए जा रहे हैं। 78 स्पेशल ऑफिसर तैनात किए जा रहे हैं।श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए अभी फिलहाल 45 मलेरिया इंस्पेक्टरों की तैनाती की योजना बनाई गई है। इनके अलावा 28 असिस्टेंट मलेरिया इंस्पेक्टर भी तैनात किए जाएंगे, जो साधु संतों के साथ साथ श्रद्धालुओं की भी देखभाल करेंगे। इनके अलावा 5 डीएमओ की भी अलग से तैनाती की जा रही है, ताकि महाकुम्भ में किसी प्रकार की असुविधा न होने पाए।

Continue Reading

Trending