अन्तर्राष्ट्रीय
ब्रिटिश सांसद ने की BBC की आलोचना, PM मोदी के खिलाफ पक्षपाती रिपोर्टिंग का आरोप
लंदन। ब्रिटेन के उच्च सदन कहे जाने वाले हाउस ऑफ लॉर्ड्स के सदस्य लॉर्ड रामी रेंजर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करने वाली एक न्यूज सीरीज को लेकर बीबीसी की कड़ी आलोचना की है। बीबीसी की निंदा करते हुए रेंजर ने उसपर पक्षपाती रिपोर्टिंग का आरोप लगाया है।
उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘BBCNews आपने एक अरब से अधिक भारतीयों को बहुत कष्ट पहुंचाया है। यह लोकतांत्रिक रूप से चुने गए भारतीय पीएम, भारतीय पुलिस और न्यायपालिका का अपमान है।
@BBCNews
@BBCHindi
Your program is ill-thought-out. It insults the largest democracy & 5th largest economy in the world. It fuels hatred between British🇬🇧Hindus & Muslims. You sure know how to score own goal by damaging societal cohesion in Britain. pic.twitter.com/8N08NwQp8W— Lord Rami Ranger CBE (@RamiRanger) January 18, 2023
गुजरात दंगों पर BBC की रिपोर्टिंग निंदा के लायक
रामी रेंजर ने कहा कि हम 2002 दंगों और जानमाल के नुकसान की निंदा करते हैं, लेकिन जिस तरह से बीबीसी ने पक्षपातपूर्ण रिपोर्टिंग की है वो निंदा के लायक है। बता दें कि ब्रिटिश ब्रॉडकास्टर बीबीसी टू पर अपनी दो-भाग वाली न्यूज सीरीज “इंडिया: द मोदी क्वेश्चन” को लेकर अब घिरता जा रहा है। बीबीसी पर पक्षपातपूर्ण कवरेज करने का आरोप लग रहा है।
बीबीसी के दावों की सांसद ने की आलोचना
सांसद ने दावा किया कि बीबीसी ने अपनी सीरीज में कहा है कि भारतीय पीएम नरेंद्र मोदी और भारत के मुस्लिम अल्पसंख्यक के बीच तनाव है और 2002 के दंगों में उनकी भूमिका के दावों की पड़ताल इस सीरीज में दिखाने की बात कही गई।
सीरीज में इस बात की जांच करने की बात कही गई कि कैसे नरेंद्र मोदी के पद पर रहते हुए भारत की मुस्लिम आबादी के प्रति उनकी सरकार के रवैये के बारे में लगातार आरोप लगते रहे और विवादास्पद नीतियों की एक श्रृंखला लागू की गई।
इसमें कहा गया कि वे इस बात की जांच करेंगे कि कैसे पीएम मोदी द्वारा 2019 चुनाव जीतने के बाद मुस्लीमों पर अत्याचार बढ़ाने के लिए कई फैसले लिए गए, जिसमें “कश्मीर से अनुच्छेद 370 के तहत विशेष दर्जा की गारंटी हटाना” और “नागरिकता कानून आदि शामिल है।
लोगों ने बीबीसी को दी खास सलाह
पक्षपातपूर्ण रिपोर्टिंग पर निशाना साधते हुए, भारतीय मूल के कई लोगों ने बीबीसी को 1943 के बंगाल के अकाल पर एक श्रृंखला चलाने का सुझाव दिया, जिसके परिणामस्वरूप कुपोषण या बीमारी के कारण लगभग 30 लाख लोगों की मौत हो गई।
ब्रिटेन पर दें ध्यान
इस बीच, एक अन्य ट्विटर उपयोगकर्ता ने बीबीसी को यूके की समस्याओं पर ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी क्योंकि ब्रिटेन लगभग हर मापदंडों पर भारत से पीछे हो गया है। हाल ही में, भारत यूनाइटेड किंगडम को पछाड़कर दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया और दशक के अंत तक तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के लिए तैयार है।
अन्तर्राष्ट्रीय
देश छोड़कर भागने वाले असद की मुश्किलें बढ़ी, पत्नी अस्मा अल-असद ने अदालत में तलाक के लिए दी अर्जी
सीरिया। सीरिया में छिड़े गृहयुद्ध के बाद राष्ट्रपति बशर अल-असद देश छोड़कर रूस भाग गए। देश छोड़कर भागने वाले असद की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक असद की ब्रिटिश पत्नी अस्मा अल-असद ने रूस की अदालत में तलाक के लिए अर्जी दी है। तुर्की और अरब मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक अस्मा अल असद मॉस्को में खुश नहीं हैं और वो अब लंदन जाना चाहती हैं। बता दें कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बशर अल असद के परिवार को अपने देश में राजनीतिक शरण दी है।
25 साल की अस्मा से हुई थी असद की शादी
बशर अल-असद की पत्नी अस्मा अल असद ने रूस के कोर्ट में तलाक के लिए अर्जी दाखिल की है और मॉस्को छोड़ने के लिए विशेष अनुमति का अनुरोध किया है। उनके दिए गए आवेदन पर रूसी अधिकारियों द्वारा विचार किया जा रहा है। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, अस्मा के पास ब्रिटेन और सीरिया की दोहरी नागरिकता है। अस्मा का घर लंदन में है जहां सीरियाई माता-पिता के यहां उनका जन्म हुआ था। अस्मा साल 2000 में सीरिया चली गईं थीं। साल 2000 में ही उनकी शादी बशर अल असद से हुई थी। उस वक्त अस्मा की उम्र 25 साल थी।
रूस में असद पर लगाए गए हैं गंभीर प्रतिबंध
अपना देश छोड़कर भागे सीरिया के अपदस्थ राष्ट्रपति बशर अल असद को भले ही रूस ने राजनीतिक शरण दिया था, लेकिन रूस में उनपर गंभीर प्रतिबंध लगाए गए हैं। असद को मॉस्को छोड़ने या किसी भी राजनीतिक गतिविधियों में शामिल होने की अनुमति नहीं है। जानकारी के मुताबिक रूसी अधिकारियों ने बशर अल-असद की संपत्ति और पैसा भी जब्त कर लिया है। असद सीरिया छोड़ते वक्त 270 किलोग्राम सोना लेकर आए थे। उनकी संपत्ति में 2 अरब डॉलर और मॉस्को में 18 अपार्टमेंट शामिल हैं।
असद के भाई को रूस में नहीं मिली है शरण
सीरिया के अपदस्थ राष्ट्रपति बशर अल-असद के भाई, माहेर अल-असद को रूस ने अपने देश में शरण नहीं दी है। उन्हें शरण देने के अनुरोध की अब भी समीक्षा की जा रही है। जानकारीा के मुताबिक असद के भाई माहेर और उनका परिवार रूस में ही नजरबंद हैं।
-
नेशनल2 days ago
शराब घोटाला: केजरीवाल के खिलाफ चलेगा केस, एलजी ने ईडी को दी मंजूरी
-
नेशनल2 days ago
जयपुर हादसे में अब तक 14 की मौत, बुरी तरह जले शवों का होगा DNA टेस्ट
-
मनोरंजन2 days ago
UPAA अवॉर्ड्स-2024: बॉलीवुड समेत विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली हस्तियों को किया गया सम्मानित
-
अन्तर्राष्ट्रीय2 days ago
दो दिवसीय दौरे पर कुवैत रवाना हुए पीएम मोदी, 43 साल बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री का पहला दौरा
-
मुख्य समाचार2 days ago
महाकुम्भ-2025 : फाइबर रेजिन द्वारा निर्मित 30 भव्य कलाकृतियों से दमक उठेगा महाकुम्भ मेला क्षेत्र
-
मनोरंजन1 day ago
‘बिग बॉस 18’ में इस बार ट्रिपल इविक्शन, जानें कौन – कौन हो सकता है घर से बेघर
-
खेल-कूद2 days ago
भारतीय टीम के पूर्व क्रिकेटर रॉबिन उथप्पा पर लगा धोखाधड़ी का आरोप, अरेस्ट वारंट जारी
-
उत्तर प्रदेश2 days ago
प्रदेश के 10 जिलों में बेटियों रहने की मुफ्त सुविधा देगी योगी सरकार