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उत्तर प्रदेश

अकबरनगर में मंदिर-मस्जिद समेत 1800 अवैध मकानों पर चला बुलडोजर, रात भर चला ध्वस्तीकरण

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कुकरैल नदी के किनारे अतिक्रमण रोधी अभियान में अवैध इमारतों को गिराने का काम पूरा हो गया है। अकबरनगर में आखिरी बची मस्जिद को भी मंगलवार रात को गिरा दिया गया। कार्यवाही के दौरान कुल चार मंदिर, दो मस्जिद और दो मदरसे पर कार्रवाई की गई। इन्हें एक दिन पहले स्थानीय निवासियों की सहमति और जिला प्रशासन की निगरानी में इन्हें खाली करवाया गया।

अकबरनगर में आखिरी दिन ध्वस्तीकरण अभियान देर रात तक चला। इस दौरान इलाके को छावनी में तब्दील रही। लोगों के आने जाने पर रोक लगा दी गई थी। इसके साथ ही ड्रोन कैमरों से इलाके में निगरानी की जा रही थी। एलआईयू की टीम भी सक्रिय रही। पूरे अभियान में करीब 24.5 एकड़ जमीन पर बने 1800 से अधिक अवैध निर्माण जमींदोज किए गए। अब नगर निगम की टीम मलबा हटाने का काम शुरू करेगी। पूरे इलाके को समतल किया जाएगा।

पुनर्वास के लिए LDA की तरफ से दिए गए फ्लैट

अकबरनगर के लोगों को पुनर्वास के लिए LDA की तरफ से फ्लैट दिए गए हैं। अब तक 1200 लोगों को उनके फ्लैट में शिफ्ट किया गया है। मगर, इसे लेकर लोगों के बीच नाराजगी भी देखने को मिल रही है। आपको बता दें कि योगी सरकार कुकरैल नदी के किनारे रिवर फ्रंट बनाकर इको टूरिज्म को बढ़ावा देना चाहती है। इसके लिए अकबरनगर में अवैध रूप से बने मॉल, शोरूम, गोदाम और आवासीय मकानों को ढहाया गया है।

लोगों ने लड़ी क़ानूनी लड़ाई

अकबरनगर के लोगों ने अपने घर को ध्वस्त होने से बचाने के लिए कानूनी लड़ाई लड़ी। वे बुलडोजर एक्शन को रोकने के लिए हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक गए। मगर राहत नहीं मिली। बाद में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर ही लखनऊ विकास प्राधिकरण ने यह कार्रवाई की।

उत्तर प्रदेश

कानपुर : 1992 के दंगो से बंद पड़े शिव जी के मंदिर को बीजेपी मेयर प्रमिला पांडेय ने खुलवाया

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कानपुर। यूपी के कानपुर से एक बड़ी खबर सामने आई है। यहां मेयर और बीजेपी नेता प्रमिला पांडेय ने मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र में बंद पड़े 2 मंदिरों को खुलवाया और पुलिस अधिकारियों को अतिक्रमण हटवाने के निर्देश दिए। मेयर ने बताया कि 1992 के दंगो के बाद से मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में कई मंदिरों पर कब्जा कर लिया गया था वहीं आज जब शिवालय को खुलवाया तो मंदिर के अंदर से शिवलिंग गायब मिला। वहीं दूसरे मंदिर में छोटा कारखाना चलता मिला।

क्या है पूरा मामला?

कानपुर की मेयर और बीजेपी नेता प्रमिला पांडेय अचानक पूरे दलबल के साथ थाना कर्नलगंज के लुधौरा क्षेत्र पहुंची तो वहां हड़कंप मच गया। मेयर ने क्षेत्र में मौजूद दो मंदिरों को खुलवाया और पुलिस अधिकारियों को मंदिर पर हुए अतिक्रमण को हटवाने के निर्देश दिए।

वहीं साथ गई नगर निगम की टीम को मंदिर के अंदर और बाहर साफ सफाई के निर्देश दिए गए। मेयर ने बताया कि 1992 के दंगो के बाद से मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में कई मंदिरों पर कब्जा कर लिया गया था वहीं आज जब शिवालय को खुलवाया तो मंदिर के अंदर से शिवलिंग गायब मिला तो दूसरे मंदिर में छोटा कारखाना चलता मिला। मेयर ने बताया कि उनको कुरान का भी ज्ञान है। उसमें भी लिखा है कि किसी भी धर्म का अपमान नही करना चाहिए। मंदिरों की साफ सफाई का अभियान लगातार चलता रहेगा।

एडीसीपी सेंट्रल का बयान आया सामने

एडीसीपी सेंट्रल राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि मेयर साहिबा के निर्देश पर चिन्हित मंदिरों के अंदर और बाहर हुए अतिक्रमण और कब्जों को हटवाने के निर्देश मिले हैं। जल्द ही कब्जों को हटवाया जाएगा।

एडीसीपी सेंट्रल का बयान आया सामने

एडीसीपी सेंट्रल राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि मेयर साहिबा के निर्देश पर चिन्हित मंदिरों के अंदर और बाहर हुए अतिक्रमण और कब्जों को हटवाने के निर्देश मिले हैं। जल्द ही कब्जों को हटवाया जाएगा।

अयोध्या में भी 32 साल बाद खुला शिव मंदिर

अयोध्या के कोतवाली थाना क्षेत्र स्थित मुस्लिम बहुल लद्दावाला इलाके में स्थित एक बंद पड़े शिव मंदिर को 32 साल बाद फिर से खोला गया है। यह मंदिर 1992 में अयोध्या के विवादित बाबरी ढांचे के ध्वस्त किए जाने के बाद से बंद पड़ा था। सोमवार को मंदिर को दोबारा खोलने के लिए आयोजित शुद्धीकरण समारोह और हवन पूजा शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हुआ। इस मौके पर पर स्थानीय हिंदू कार्यकर्ताओं ने स्वामी यशवीर महाराज के नेतृत्व में पूजा अर्चना की और मंदिर में श्रद्धा से दर्शन किए।

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