उत्तराखंड
उत्तराखंड: खराब मौसम के चलते नहीं खुल पाये चारधाम यात्रा मार्ग
देहरादून। उत्तराखंड में बारिश का कहर लगातार जारी है जिसके चलते मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। खासकर चारधाम यात्रा पर इसका असर पड़ा है। नंदप्रयाग और चमोली के मध्य मलबा आने से बद्रीनाथ राजमार्ग बाधित रहा। इस मार्ग पर अभी तक आवाजाही शुरू नहीं हो पायी है। हालांकि, बद्रीनाथ व रुद्रप्रयाग के बीच कल शाम वैकल्पिक मार्ग से छोटे वाहनों की आवाजाही शुरू करा दी गई, साथ ही मार्ग के यात्रा पड़ावों पर रुके यात्रियों को गंतव्य के लिए रवाना कर दिया गया।
चमोली जिले में मुसीबतें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। बारिश के चलते बद्रीनाथ हाईवे पर बाजपुर में कल फिर भारी मलबा आ गया, जिससे पहले से ही बंद मार्ग को खोलने में जुटे बीआरओ की मुसीबतें और बढ़ा दीं।
हालांकि शाम को नंदप्रयाग कोठियालसैंण सम्पर्क मार्ग को छोटे वाहनों के लिए खोले जाने के बाद बद्रीनाथ व हेमकुंड साहिब जाने वाले यात्रियों ने राहत की सांस ली। जिलाधिकारी विनोद कुमार सुमन ने बताया कि हाईवे बंद होने के कारण चारधाम यात्रा के यात्री सेना व एसडीआरएफ के जवानों की मदद से पगडंडियों के सहारे आवाजाही कर रहे थे।
वहीं दूसरी ओर पिथौरागढ़ और चमोली में बादल फटने के बाद लापता लोगों की तलाश का कार्य जारी है। पिथौरागढ़ के बस्तड़ी में मलबे में दबा एक शव बरामद किया गया। इसके साथ ही मृतकों की संख्या बढ़कर 16 हो गई है। 18 लोग अभी भी लापता बताये जा रहे हैं।
ज्ञात हो कि 1 जुलाई को आई आपदा में दोनों जिलों में 39 लोग लापता हो गये थे, जिनमें से पांच घायलों का उपचार चल रहा है। पिथौरागढ़ के लिए एनडीआरएफ की अतिरिक्त टीम और डाॅग स्कवायड भेजा जा रहा है। राज्यभर में भूस्खलन और मलबा आने से बंद हुए 284 मार्गों में से 110 को यातायात के लिए खोल दिया गया है। 174 मार्ग अभी भी बंद पड़े हैं, जिन्हें खोलने के प्रयास किये जा रहे हैं।
इस कारण लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। शासन द्वारा कुमाऊं मंडल के लिए एक वैली ब्रिज व चार फोल्डिंग ब्रिज भेजे जा रहे हैं। इसके अतिरिक्त चार ट्राॅली भी वैकल्पिक व्यवस्था के लिए मुहैया कराई जा रही हैं। अतिवृष्टि से कई भवनों के क्षतिग्रस्त होने के साथ ही सड़क, पेयजल, विद्युत योजनाओं को भी भारी नुकसान पहुंचा है।
उत्तराखंड
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राष्ट्रीय कौशल एवं रोजगार सम्मेलन का किया उद्घाटन
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को राष्ट्रीय कौशल एवं रोजगार सम्मेलन का उद्घाटन किया। नीति आयोग, सेतु आयोग और राज्य सरकार के संयुक्त प्रयासों से राजधानी देहरादून में दून विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय कौशल एवं रोज़गार सम्मलेन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन करने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि इस तरह की कार्यशालाएं प्रदेश के युवाओं के बेहतर भविष्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित होंगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार युवाओं को बेहतर रोजगार मुहैया कराने की दिशा में सकारात्मक कदम उठा रही है।
कार्यक्रम में कौशल विकास मंत्री सौरभ बहुगुणा ने इसे सरकार की ओर से युवाओं के लिए महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य उत्तराखंड के तमाम बेरोजगार युवाओं को रोजगार देना है। मुख्यमंत्री ने कहा, “निश्चित तौर पर इस कार्यशाला में जिन विषयों पर भी मंथन होगा, उससे बहुत ही व्यावहारिक चीजें निकलकर सामने आएंगी, जो अन्य युवाओं के लिए समृद्धि के मार्ग प्रशस्त करेगी। हमें युवाओं को प्रशिक्षण देना है, जिससे उनके लिए रोजगार की संभावनाएं प्रबल हो सकें, ताकि उन्हें बेरोजगारी से निजात मिल सके।
उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2015 में स्किल डेवलपमेंट का विभाग खोला था, ताकि अधिक से अधिक युवाओं को रोजगार मिल सके। इसके अलावा, वो रोजगार खोजने वाले नहीं, बल्कि रोजगार देने वाले बनें। अगर प्रदेश के युवा रोजगार देने वाले बनेंगे, तो इससे बेरोजगारी पर गहरा अघात पहुंचेगा। ” उन्होंने कहा, “हम आगामी दिनों में अन्य रोजगारपरक प्रशिक्षण युवाओं को मुहैया कराएंगे, जो आगे चलकर उनके लिए सहायक साबित होंगे।
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