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उत्तर प्रदेश

20 को अकबरनगर क्षेत्र में ‘पेड़ लगाओ, पेड़ बचाओ जनअभियान-2024’ का यूपी में शुभारंभ करेंगे मुख्यमंत्री

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लखनऊ| बस एक दिन और, फिर योगी सरकार नया इतिहास रचने जा रही है। 20 जुलाई (शनिवार) को एक दिन में सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में 36.50 करोड़ से अधिक पौधरोपण किया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लखनऊ के अकबरनगर क्षेत्र में ‘पेड़ लगाओ, पेड़ बचाओ जनअभियान-2024’ का शुभारंभ करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर ‘एक पेड़ मां के नाम’ लगाया जाएगा। इसके लिए नर्सरियों व अन्य स्थानों पर 54.20 करोड़ पौधे तैयार किए गए हैं। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर सभी प्रभारी मंत्री अपने-अपने जनपदों में तैनात रहेंगे। इस जन अभियान के लिए हर जनपद में नोडल अधिकारी भी नामित किए गए हैं। नो़डल अधिकारी शुक्रवार को अपने जनपदों में पहुंचकर अभियान की फाइनल तैयारियों का जायजा लेंगे। 20 जुलाई (शनिवार) को आधे दिन सभी कार्यालय, विद्यालय व अन्य संस्थाएं केवल पौधरोपण कार्य में सहयोग देंगी।

सीएम योगी अकबरनगर क्षेत्र में करेंगे पौधरोपण

कुकरैल नदी को पुनर्जीवित कराने के उद्देश्य से खाली कराए गए अनधिकृत कब्जों से खाली कराए गए अकबरनगर क्षेत्र में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पौधरोपण करेंगे। वन मंत्री अरुण कुमार सक्सेना भी लखनऊ में ही पौधरोपण करेंगे। वहीं उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य प्रयागराज व कौशांबी तथा ब्रजेश पाठक उन्नाव व कानपुर देहात में पौधरोपण करेंगे। कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही अयोध्या व देवरिया, काबीना मंत्री सुरेश खन्ना शाहजहांपुर व पीलीभीत, स्वतंत्र देव सिंह बांदा व चित्रकूट में पौधा लगाएंगे। कैबिनेट मंत्री बेबी रानी मौर्या आगरा व फिरोजाबाद, लक्ष्मी नारायण चौधरी मथुरा व अलीगढ़, धर्मपाल सिंह बरेली व बदायूं, अनिल राजभर वाराणसी व मीरजापुर, राकेश सचान फतेहपुर व हमीरपुर, एके शर्मा आजमगढ़ व मऊ, योगेंद्र उपाध्याय फर्रुखाबाद व इटावा में पौधे लगाएंगे। आशीष पटेल सुल्तानपुर, संजय निषाद अंबेडकरनगर, ओमप्रकाश राजभर बस्ती, दारा सिंह चौहान गाजीपुर, सुनील कुमार शर्मा गाजियाबाद व अनिल कुमार मुजफ्फरनगर में ‘एक पेड़ मां के नाम’ लगाएंगे। इसके अलावा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) व राज्यमंत्री भी विभिन्न जनपदों में जाकर पौधरोपण कराएंगे। वन राज्यमंत्री केपी मलिक बागपत में पौधरोपण करेंगे।

सुहास एलवाई गोरखपुर, राजशेखर वाराणसी, आलोक कुमार द्वितीय लखनऊ व अनिल गर्ग अयोध्या के नोडल अधिकारी नामित
सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर ‘पेड़ लगाओ-पेड़ बचाओ जनअभियान-2024’ (एक पेड़ मां के नाम) के लिए अपर मुख्य सचिव/प्रमुख सचिव/सचिव स्तर के अफसरों को नो़डल अधिकारी नामित किया गया है। लखनऊ के नोडल अधिकारी प्रमुख सचिव (खेल व युवा कल्याण) आलोक कुमार द्वितीय होंगे, जबकि अयोध्या में पौधरोपण के लिए प्रमुख सचिव (सिंचाई व जल संसाधन) अनिल गर्ग को नोडल अधिकारी बनाया गया है। प्रयागराज में प्रमुख सचिव (प्राविधिक शिक्षा) एम देवराज नोडल अधिकारी रहेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में प्रबंध निदेशक (पेयजल मिशन ग्रामीण) डॉ. राजशेखर, मीरजापुर में प्रमुख सचिव (समाज कल्याण) डॉ. हरिओम, आजमगढ़ में राहत आयुक्त नवीन कुमार जीएस को नोडल अधिकारी बनाया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह जनपद गोरखपुर में (खेल सचिव) सुहास एलवाई नोडल अफसर होंगे। कानपुर नगर में प्रमुख सचिव (नमामि गंगे व ग्रामीण जलापूर्ति) अनुराग श्रीवास्तव व कानपुर देहात में आयुक्त अमित गुप्ता रहेंगे। चित्रकूट में आयुक्त बालकृष्ण त्रिपाठी को नोडल अधिकारी बनाया गया है। आगरा में अपर मुख्य सचिव (आवास व शहरी नियोजन) नितिन रमेश गोकर्ण, अलीगढ़ में प्रमुख सचिव (कारागार प्रशासन) राजेश कुमार सिंह प्रथम रहेंगे।

18 मंडलों में भी लगेंगे पौधे, सर्वाधिक लखनऊ मंडल में

अभियान के तहत सभी 18 मंडलों में भी पौधे लगाए जाएंगे। सबका लक्ष्य निर्धारित कर दिया गया है। सबसे अधिक पौधे लगाने का लक्ष्य लखनऊ मंडल को दिया गया है। लखनऊ मंडल में चार करोड़ एक लाख 73 हजार से अधिक पौधे लगाए जाएंगे। कानपुर मंडल में 2.96 करोड़, चित्रकूट में 2.89 करोड़, झांसी में 2.82 करोड़, मीरजापुर में 2.62 करोड़, अयोध्या में 2.39 करोड़, देवीपाटन में 2.14 करोड़, प्रयागराज में 2.07 करोड़, बरेली में 1.91 करोड़, वाराणसी में 1.76 करोड़, मुरादाबाद में 1.83 करोड़, आगरा में 1.68 करोड़, गोरखपुर में 1.65 करोड़, आजमगढ़ में 1.30 करोड़, अलीगढ़ में 1.22 करोड़, मेरठ मंडल में 1.16 करोड़, बस्ती में 1.11 करोड़ व सहारनपुर मंडल में 90.23 लाख पौधे लगेंगे। पौधरोपण स्थलों की जियो टैगिंग भी होगी।

विभागवार तय किया गया लक्ष्य

योगी सरकार सभी के सहयोग से इस लक्ष्य को प्राप्त करेगी। विगत वर्ष की भांति इस वर्ष भी इस लक्ष्य को प्राप्त करने के साथ ही सकुशल पौधरोपण को लेकर विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है। वन विभाग की तरफ से पहले 35 करोड़ का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन विगत दिनों हुए बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 36.46 करोड़ पौधरोपण का लक्ष्य दिया। वहीं इसे संशोधित करने के बाद वन विभाग ने 20 जुलाई को 36.50 करोड़ पौधरोपण की तैयारी की है। इसके लिए वन, पर्यावरण व जलवायु परिवर्तन की ओर से 14.29 करोड़, ग्राम्य विकास विभाग को 13 करोड़, कृषि को 2.80 करोड़, उद्यान विभाग 1.55 करोड़, पंचायती राज को 1.27 करोड़, राजस्व को 1.05 करोड़, नगर विकास को 44.97 लाख, उच्च शिक्षा को 22.54 लाख, रेशम को 14.19 लाख, लोक निर्माण को 14.93 लाख, रेलवे को 12.66 लाख व जलशक्ति को 13.41 लाख, बेसिक शिक्षा को 15.43 लाख, स्वास्थ्य विभाग को 19.91 लाख, उद्योग (एमएसएमई) को 15.55 लाख, औद्योगिक विकास विभाग को 7.73 लाख, माध्यमिक शिक्षा विभाग को 11.63 लाख, गृह को 10 लाख, पशुपालन को 7.26 लाख, ऊर्जा को 5.60 लाख, सहकारिता को 7.60 लाख, आवास विकास को 8.38 लाख, रक्षा को 4.95 लाख, प्राविधिक शिक्षा को 8.06 लाख, श्रम को 2.69 लाख, परिवहन विभाग को 2.53 लाख से अधिक पौधरोपण का लक्ष्य दिया गया है।

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उत्तर प्रदेश

महाकुम्भ समेत पूरे प्रदेश में तैनात होंगे “डिजिटल वॉरियर्स”

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प्रयागराज/लखनऊ। महाकुम्भ 2025 में फेक न्यूज के खिलाफ अभियान चलाने, साइबर अपराध के प्रति जागरूकता एवं पुलिस के सराहनीय कार्यों को सोशल मीडिया के विभिन प्लेटफार्म पर प्रसारित करने के लिए “डिजिटल वॉरियर्स” को तैनात किया गया है। इसके लिए युवा पीढ़ी के सोशल मीडिया इन्फ्लूएंसर्स एवं कॉलेज के छात्रों को जोड़ा गया है। इस अभिनव पहल की सफलता को देखते हुए अब पुलिस महानिदेशक ने इसे पूरे प्रदेश में लागू करने के लिए समस्त विभागाध्यक्षों और कार्यालयाध्यक्षों को निर्देश दिए हैं।

मिले सार्थक परिणाम

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशा पर उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा वर्ष 2018 में एक सार्थक पहल करते हुए व्हाट्सएप पर सक्रिय समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों को डिजिटल वालंटियर्स के रूप मे जोड़ा गया था। वर्ष 2023 में यूपी पुलिस के समस्त पुलिसकर्मियों को जोड़कर “व्हाट्सएप कम्यूनिटी ग्रुप” भी बनाए गए है, जिनकी सहायता से भ्रामक खबरों का खण्डन एवं पुलिस के सराहनीय कार्यों का प्रचार-प्रसार कराया जा रहा है। वर्तमान में लगभग 10 लाख व्यक्ति डिजिटल वालंटियर्स के रूप में एवं लगभग 02 लाख पुलिसकर्मी कम्यूनिटी ग्रुप के माध्यम से जुड़े हुए है। इन डिजिटल वालंटियर्स के रूप में गांव, मोहल्ले और स्थानीय कस्बे के लोगों को जोड़ा गया था, जिसके सार्थक परिणाम प्राप्त हुए है। पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश प्रशांत कुमार द्वारा इसी दिशा में नवीन पहल करते हुए फेक न्यूज के खण्डन, साइबर अपराध के प्रति जागरूकता एवं पुलिस के सराहनीय कार्यों को सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म पर व्यापक रूप से प्रसारित किए जाने के लिए युवा पीढ़ी के सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स एवं कॉलेज/विश्वविद्यालय के छात्रों को यूपी पुलिस का “डिजिटल वॉरियर” बनाए जाने के सम्बन्ध मे प्रदेश के समस्त विभागाध्यक्ष और कार्यालयाध्यक्ष को महत्त्वपूर्ण निर्देश दिए गए है ।

लोगों को करेंगे जागरूक

कॉलेज/विश्वविद्यालय के छात्रों को प्रशिक्षित करने से इनमे आलोचनात्मक सोच को विकसित किया जा सकता है, जिससे वह किसी भी जानकारी का विश्लेषण और सत्यापन करके यूपी पुलिस के “डिजिटल वॉरियर” बनकर, साइबर क्राइम एवं फेक न्यूज़ को रिपोर्ट कर सकेंगे। साथ ही यह छात्र अपने सामाजिक दायरे में फेक न्यूज एवं साइबर अपराध के प्रति अपने परिवारीजनों एवं मित्रों को भी जागरूक कर सकेंगे ।

04 श्रेणियों में होगा चयन

1- फेक न्यूज के खण्डन एवं साइबर अपराध के प्रति सचेत करने हेतु
2- साइबर अपराध के प्रति जागरुकता हेतु
3- साइबर ट्रेनर के रूप मे
4- पुलिस के अभियानों/सराहनीय कार्यों का प्रचार-प्रसार

ऐसे किया जाएगा ट्रेन्ड

इन डिजिटल वॉरियर एवं स्कूल के छात्रों को फेक न्यूज़ एवं साइबर क्राइम की पहचान करने और इसके दुष्प्रभावों के प्रति प्रशिक्षित करने के लिए विश्वविद्यालयों/डिग्री कॉलेजों, स्कूलों में अथवा पुलिस लाइन्स में कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी।

इन कार्यशालाओं में साइबर क्राइम विशेषज्ञों/ फैक्ट चेकर्स, साइबर ट्रेनर और जनपदीय साइबर थाना/ साइबर सेल को शामिल किया जाएगा, जो तकनीकी ज्ञान और व्यावहारिक अनुभव साझा करेंगे।

जनपदीय पुलिस अधिकारियों द्वारा सभी स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालय प्रबन्धन से आग्रह करके ‘साइबर क्लब’ स्थापित करवाये जाएंगे एवं एक शिक्षक को इसका नोडल अधिकारी नामित करवाया जाएगा ।

इस कार्य में शिक्षा विभाग एवं जनपद में प्रशासन से भी सहयोग प्राप्त किया जाएगा।

साइबर क्लब के माध्यम से कार्यशालाएं और रचनात्मक सत्र जैसे पोस्टर बनाना, स्लोगन/लघु कहानियां लिखना, सोशल मीडिया हेतु क्रिएटिव एवं वीडियो कंटेंट बनाना इत्यादि गतिविधियां कराई जाएंगी।

कमिश्नरेट, जनपद स्तर, मुख्यालय स्तर से होगी कार्यवाही

1. डिजिटल वॉरियर का चयन करना : डिजिटल वॉरियर के रूप में केवल ऐसे व्यक्ति शामिल किए जाएंगे, जिनकी छवि स्वच्छ हो और जो विवादास्पद या नकारात्मक गतिविधियों में शामिल न हों। इस कार्य मे इच्छुक उत्तर प्रदेश के बाहर के सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स को भी सम्मिलित किया जा सकता है। ऐसे समस्त डिजिटल वॉरियर को परिपत्र के साथ संलग्न फ़ॉर्म को भरकर देना होगा, जिसका गूगल लिंक भी उपलब्ध कराया जा रहा है ।

2. स्वैच्छिक सहयोग और उपक्रम (अंडरटेकिंग) लिया जाना : डिजिटल वॉरियर को चयनित करने से पूर्व उनसे संलग्न फॉर्म के माध्यम से लिखित उपक्रम लिया जाएगा, जिसमें वे यह आश्वस्त करेंगे कि वह पुलिस का सहयोग कर फेक न्यूज़ का खंडन करेंगे, किसी भी प्रकार की फेक न्यूज़ का प्रसार नहीं करेंगे, किसी भी साइबर अपराध में प्रत्यक्ष अथवा परोक्ष रूप से सम्मिलित नहीं होंगे, किसी विवादास्पद सामग्री को पोस्ट नहीं करेंगे और भारतीय कानून के अधीन रहकर कार्य करेंगे। यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि उनका सहयोग स्वैच्छिक होगा और उनकी सहमति के आधार पर होगा। यह सभी कार्य पूर्णतया अवैतनिक होगें।

3. डिजिटल वॉरियर के कार्यों का मासिक विवरण: डिजिटल वॉरियर द्वारा चिन्हित की गई फेक न्यूज, पुलिस के सराहनीय कार्यों व योजनाओं के प्रचार-प्रसार एवं पुलिस द्वारा किए गए खण्डन के व्यापक प्रसार का मासिक विवरण भी संकलित किया जायेगा।

4. नोडल अधिकारी की नियुक्ति: प्रत्येक जनपद में एसपी अपराध/नोडल एसपी क्राइम/डीसीपी क्राइम/ एडीसीपी क्राइम को इस कार्य एवं सोशल मीडिया अभियानों के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाएगा ।

5. डिजिटल वॉरियर द्वारा दायित्वों का पालन: कार्य में रुचि न रखने वाले, अपने दायित्वों का दुरुपयोग करने अथवा स्वयं घोषणा पत्र मे उल्लिखित शर्तों का उल्लंघन करने वाले डिजिटल वॉरियर से यूपी पुलिस किसी प्रकार का कार्य नहीं लेगी।

6. डिजिटल वॉरियर का प्रोत्साहन: डिजिटल वॉरियर द्वारा उपलब्ध कराए गए विवरण के आधार पर प्रतिबद्धता से कार्य करने वाले डिजिटल वॉरियर के गुणवत्तापूर्ण सोशल मीडिया कंटेन्ट को जनपदीय सरकारी सोशल मीडिया पर प्रयोग करने के साथ-साथ उनको प्रशस्ति पत्र एवं मेमेंटों इत्यादि देकर प्रोत्साहित/पुरस्कृत किया जाएगा । पुलिस मुख्यालय द्वारा भी इस दिशा मे उत्कृष्ट कार्य करने वाले डिजिटल वॉरियर को समीक्षोपरांत प्रोत्साहित/पुरस्कृत किया जाएगा ।

फेक न्यूज के खिलाफ बनेंगे मजबूत दीवार

उल्लेखनीय है कि फेक न्यूज एवं साइबर क्राइम के खिलाफ जागरूकता अभियान हेतु आयोजित कार्यशालाओं में स्कूल के छात्रों को भी सम्मिलित किया जाएगा परन्तु ‘डिजिटल वॉरियर’ के रूप मे सिर्फ कॉलेज/ विश्वविद्यालयों के छात्रों एवं सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स का चयन किया जाएगा ।

जनपद एवं मुख्यालय स्तर पर ‘डिजिटल वॉरियर’ का एक व्हाट्सएप ग्रुप भी बनाया जाएगा और पूर्ण प्रशिक्षण के उपरांत यूपी पुलिस के ‘डिजिटल वॉरियर’ फेक न्यूज़ एवं साइबर क्राइम के खिलाफ एक मजबूत दीवार के रूप में कार्य करेंगे।

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