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उत्तर प्रदेश

दीपावली पर मुख्यमंत्री योगी ने किए श्रीरामलला के दर्शन

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अयोध्या। भव्य दीपोत्सव के अलगे दिन गुरुवार सुबह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सबसे पहले हनुमानगढ़ी पहुंचकर बजरंगबली के दरबार में हाजिरी लगाई। यहां विधिपूवर्क दर्शन-पूजन करने के बाद मुख्यमंत्री श्रीरामजन्मभूमि पहुंचे, जहां उन्होंने भगवान रामलला के भी दर्शन पूजन किये और जनमानस के सुखी व स्वस्थ होने की प्रार्थना की। इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या के अभिराम दास वार्ड स्थित मीरापुर बुलंदी दलित बस्ती पहुंचे। यहां उन्होंने दलित महिलाओं को दीपावली पर उपहारस्वरूप मिठाई व वस्त्र वितरित किये साथ ही छोटे बच्चों को चॉकलेट भी दिया। सीएम के हाथों चॉकलेट पाकर बच्चे भी चहकते दिखे।

इस बार विशेष है अयोध्या की दीपावली

इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि आज दीपावली का पावन पर्व है। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को दीपावली की देते हुए कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम के 14 वर्ष के वनवास के उपरांत अयोध्या धाम त्रेता युग में दीप मालाओं से जगमग हुआ था। हजारों वर्षों के बाद भी यह पर्व पूरे देश का एक उत्सव बन गया है। हर सनातनधर्मावलंबी बड़े विश्वास व श्रद्धा भाव के साथ इस कार्यक्रम के साथ जुड़ा हुआ है और इस बार की दीपावली तो विशेष है। 500 वर्षों के एक लंबे अंतराल के बाद प्रभु श्री राम अपने स्वयं के धाम में विराजमान हुए हैं। प्रभु श्री राम लाल अपने भव्य और दिव्य मंदिर में विराजमान होकर हम पर साक्षात अपना आशीर्वाद बरसा रहे हैं।

उत्साह, उमंग, सुख और समृद्धि का कारक बने यह प्रकाश पर्व

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह पर्व हमें एक-एक दीप के साथ जुड़कर, सर्वत्र ज्ञान, धर्म, शिक्षा के प्रकाश के प्रसार का संदेश दे रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेशवासियों व सभी सनातन धर्मावलंबियों के लिए यह प्रकाश पर्व उत्साह, उमंग, सुख और समृद्धि का कारक बने, यही कामना इस अवसर पर करता हूं। यह मेरा सौभाग्य है कि आज अयोध्या में दीपोत्सव कार्यक्रम के साथ अनुसूचित जाति की बस्ती में मुझे दीपावली के मिष्ठान के साथ जुड़ने का अवसर प्राप्त हुआ है।

संतों से मुलाकात कर सीएम ने दी दीपावली की शुभकामनाएं

दलित बस्ती में दीपावली मिलन कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कारसेवकपुरम पहुंचे। यहां उन्होंने अयोध्या के संतों के साथ मुलाकात की। मुलाकात में उन्होंने दीपोत्सव आयोजन में सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया व दीपावली की शुभकामनाएं दीं। कारसेवकपुरम में संतो से मुलाकात कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि दीपोत्सव अयोध्या की पहचान बन गया है, दीपोत्सव से देशवासियो को दुनिया में सम्मान मिलता है। आरएसएस के नेतृत्व और पूज्य संतो के आशीर्वाद से भव्य राम मंदिर में रामलला विराजमान हो गये हैं।

बजरंगबली की गदा सदा सनातन विरोधियों पर चलेगी

उन्होंने कहा कि अयोध्या के नागरिकों और संतों ने जो कहा सरकार ने वो कर दिखाया है, अब आप सभी का दायित्व है कि इस सम्मान को बुलंदियों तक पहुंचाना है। उन्होंने कहा कि यह समय चैन से सोने का नहीं है, जो सोएगा वो खोएगा। जाति, मत, भाषा, मजहब के नाम पर हमें बटना नहीं है। हम बटेंगे तो कटेंगे। उन्होंने कहा कि बजरंगबली की गदा सदा सनातन विरोधियों पर चलेगी। सनातन और भारत को नुकसान अब नहीं चलेगा। हमारे अस्तित्व पर सवाल उठाने वालों का डटकर मुकाबला करना होगा। भारत का हित सनातन धर्म के साथ जुड़ा है। हमारी पहचान विज्ञापन नहीं, हमारी सेवा के संकल्प होने चाहिए। उन्होंने श्रीराम मंदिर के लिए बलिदान देने वाले लोगों को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की।

सीएम ने जाना महंत नृत्य गोपाल दास महाराज का कुशलक्षेम

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष नृत्य गोपाल दास महराज से मुलाकात की। मणिराम दास छावनी पहुंचकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनका कुशलक्षेम जाना। सीएम ने उनके उत्तम स्वास्थ्य की भी कामना की। इसके अलावा उन्होंने दिगंबर अखाड़ा में सुरेश दास जी महाराज से मुलाकात की। वहीं सीएम बड़ा भक्त माल भी गए, जहां उन्होंने किशोर दास जी महाराज से मुलाकात की और उनका हालचाल जाना। यहां सीएम को अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया। इस दौरान महंत अवधेश दास व अन्य संत भी मौजूद रहें।

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री सूर्य प्रताप शाही, पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह, महापौर गिरीश पति त्रिपाठी, विधायक वेद प्रकाश गुप्ता और संतजन व नागरिक उपस्थित रहे। अयोध्या का दो दिवसीय कार्यक्रम सकुशल निपटाकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर के लिए रवाना हो गए।

उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

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संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

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