उत्तर प्रदेश
आधुनिक उपकरणों से सुनिश्चित होगी स्वच्छता
महाकुम्भ नगर। महाकुम्भ 2025 में आने वाले देश-विदेश के श्रद्धालुओं, पर्यटकों और स्नानार्थियों को स्वच्छ और सुविधाजनक वातावरण प्रदान करने के लिए आधुनिक स्वच्छता उपकरणों का उपयोग किया जाएगा। इसके लिए प्रयागराज मेला प्राधिकरण की ओर से तैयारी कर ली गई है और मेला शुरू होने से पूर्व इन आधुनिक उपकरणों को तैनात कर दिया जाएगा। इन उपकरणों की खरीद पर 45 से 50 लाख खर्च की संभावना है। इन उपकरणों में 10 मैनुअल वॉक-बिहाइंड स्वीपिंग मशीन और 2 बैटरी ऑपरेटेड वैक्यूम टाइप लिटर पिकर शामिल हैं। यह कदम न केवल महाकुम्भ को स्वच्छता प्रदान करेगा, बल्कि श्रद्धालुओं को एक साफ और हरित वातावरण भी प्रदान करेगा।
बिना धूल उड़ाए प्रभावी ढंग से होगी सफाई
महाकुम्भ 2025 के अवसर पर देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं, पर्यटकों एवं स्नानार्थियों को बेहतर सुविधा और अनुभूति के दृष्टिगत मेला क्षेत्र के पक्के घाटों, फुटपाथों, सड़कों तथा विभिन्न सार्वजनिक स्थलों की साफ-सफाई के लिए कॉम्पैक्ट मैनुअल स्वीपिंग मशीन का उपयोग किया जाएगा। पर्यावरण-अनुकूल उपकरण के रूप में, यह ईंधन या बिजली की आवश्यकता के बिना संचालित होता है जिससे इसके पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने में मदद मिलती है। मशीन को मैन्युअल रूप से संचालित किया जाता है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि यह धूल उड़ाए बिना प्रभावी ढंग से सफाई करती है। इसका एर्गोनोमिक डिजाइन उपयोग के दौरान कम्फर्ट सुनिश्चित करता है, जबकि सड़कों की सफाई में इसकी दक्षता, इसे संचालित करना और रखरखाव करना आसान बनाती है। यह उपकरण स्वच्छता कर्मियों को अपने कार्यों को अधिक कुशलतापूर्वक और प्रभावी ढंग से करने के साथ-साथ स्वच्छ और हरित वातावरण में योगदान करने के लिए सक्षम बनाता है।
बैटरी चालित मशीन उठाएगी कूड़ा
इसके साथ ही साफ सफाई के लिए बैटरी चालित वैक्यूम टाइप लिटर पिकर भी मेला क्षेत्र में शामिल किया जाएगा। यह कूड़ा बीनने वाली मशीन एक बैटरी चालित, राइड-ऑन कम वॉक-अलॉन्ग पावर-सक्शन वैक्यूम मशीन है जिसे कूड़े और मलबे के संग्रह के लिए डिजाइन किया गया है। यह मेले में विभिन्न सतहों को प्रभावी ढंग से साफ करेगा। इसका कॉम्पैक्ट आकार इसे मेला क्षेत्र के किसी भी क्षेत्र में आसानी से संचालित करने की अनुमति देता है। यह उन्नत, पर्यावरण अनुकूल उपकरण वाहन से जुड़ा हुआ है, जो मैन्युअल श्रम की आवश्यकता के बिना उत्कृष्ट गतिशीलता और संचालन प्रदान करता है। इसकी शक्तिशाली वैक्यूम कार्यक्षमता अपशिष्ट पदार्थों की त्वरित, संपूर्ण और प्रभावी सफाई सुनिश्चित करती है, जबकि इसकी टिकाऊ बैटरी शक्ति पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने और कार्बन एमिशन को कम करने में मदद करती है।
मेला से पूर्व स्वच्छताकर्मियों को दिया जाएगा प्रशिक्षण
मेला क्षेत्र की सफाई के लिए इन उपकरणों की खरीद पर लगभग 45-50 लाख का खर्च होने की संभावना है। यह खर्च प्रयागराज मेला प्राधिकरण द्वारा किया जाएगा। प्राधिकरण की बोर्ड मीटिंग में इनकी खरीद की मंजूरी प्रदान कर दी गई है। विशेष कार्याधिकारी मेला, आकांक्षा राना ने बताया कि मुख्यमंत्री जी की मंशा के अनुरूप स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। स्वच्छता कर्मियों को और सशक्त बनाने के लिए इन अत्याधुनिक मशीनों को डिप्लॉय किया जा रहा है। मेला शुरू होने से पूर्व ये मशीनें यहां पहुंच जाएंगी और इनको संचालित करने के लिए आवश्यक प्रशिक्षण भी पूरा कर लिया जाएगा।
उत्तर प्रदेश
सोशल मीडिया पर छाया यूपी सीएम ऑफिस का ‘एक्स’ हैंडल
लखनऊ | यूपी की 25 करोड़ जनता के साथ ही देश में भी योगी आदित्यनाथ की लोकप्रियता दिनोदिन काफी तेजी से बढ़ रही है। जनता से संवाद और उनकी समस्याओं को सुनकर निराकरण में योगी आदित्यनाथ काफी आगे रहते हैं। इसके साथ ही सोशल मीडिया पर भी उनकी जबर्दस्त सक्रियता रहती है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री कार्यालय के आधिकारिक ‘एक्स’ अकाउंट (CM Office, GoUP) पर भी फॉलोअर्स की संख्या में काफी वृद्धि हुई है। रविवार को यह संख्या छह मिलियन (60 लाख) पहुंच गई है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निजी ‘एक्स’ अकाउंट पर फॉलोअर्स की संख्या 30.9 मिलियन (3.09 करोड़), इंस्टाग्राम पर फॉलोअर्स की संख्या 13.1 मिलियन (1.31 करोड़) है। इसी क्रम में रविवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री कार्यालय के आधिकारिक ‘एक्स’ अकाउंट पर फॉलोअर्स की संख्या छह मिलियन (60 लाख) पहुंच गई है।
योगी आदित्यनाथ के व्हाट्सऐप चैनल पर 35.36 लाख से अधिक फॉलोअर्स हैं। उल्लेखनीय है कि देश के सबसे बड़े आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश में 2017 में सरकार बनने के बाद सीएम योगी ने जिस तरह राज्य में विकास और सुशासन के साथ-साथ कानून और व्यवस्था में व्यापक सुधार किए, उससे उनकी लोकप्रियता नए मुकाम पर पहुंच गई है।
आमजन से संवाद के लिए जाने जाते हैं योगी
योगी आदित्यनाथ आमजन से संवाद के लिए जाने जाते हैं। वे किसी भी सार्वजनिक कार्यक्रम में एक तरफ बच्चों से मुखातिब होकर प्यार लुटाते हैं तो दूसरी तरफ ‘जनता दर्शन’ में आए लोगों की समस्याओं को उनके पास जाकर सुनते भी हैं और निराकरण के लिए अधिकारियों को निर्देशित भी करते हैं। योगी आदित्यनाथ नियमित रूप से पार्टी के कार्यकर्ता, पदाधिकारियों व जनप्रतिनिधियों से उनके क्षेत्र को लेकर संवाद स्थापित करते हैं तो सोशल मीडिया के माध्यम से आई शिकायतों को भी संज्ञान में लेकर निस्तारण के लिए संबंधित अफसरों को निर्देश देते हैं।
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