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पश्चिमी यूपी के उद्यमियों से बोले योगी, साथ मिलकर बनाएंगे “आत्मनिर्भर समृद्ध उत्तर प्रदेश”

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लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि जिस उत्तर प्रदेश में 05 साल पहले पुलिस अपराधियों के आगे-आगे भागती थी, आज वहीं पेशेवर माफिया भागता है और पुलिस दौड़ाती है। मुजफ्फरनगर दंगों का जो अपराधी प्रदेश के मुख्यमंत्री के हाथों सम्मानित होता था, आज जान की भीख मांग रहा है। कैराना से आमलोगों को पलायन के लिए मजबूर करने वाले आज खुद यूपी छोड़कर भागने पर मजबूर हैं और कैराना में मॉल खुल रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा है कि 05 साल में उत्तर प्रदेश में कानून का राज स्थापित हुआ है। यूपी में रोज़गार और निवेश की संभावनाओं को गति मिली है। 10 मार्च को प्रचंड बहुमत से बीजेपी सरकार बनने के बाद इनमें और रफ्तार आएगी।

सीएम योगी, शुक्रवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के उद्यमी बंधुओं से ‘आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश’ विषय पर संवाद कर रहे थे। वर्चुअल माध्यम से हुए इस संवाद में उन्होंने व्यापारियों-उद्यमियों को भयमुक्त होकर आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश के निर्माण में अपना योगदान करने का आह्वान किया। विधानसभा चुनाव में उद्यमी वर्ग से भाजपा के प्रति सकारात्मक सहयोग की अपेक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने यूपी को एक ट्रिलियन यूएस डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का सपना देखा है। यह सपना उद्यमियों के सहयोग से ही पूरा हो सकता है। वर्चुअल संवाद-समागम में सीएम ने पिछली सरकारों के दौरान उद्योग जगत की दुश्वारियों और बदहाल कानून-व्यवस्था का भी जिक्र किया तो कहा कि हर वर्ग के लिए भयमुक्त वातावरण केवल बीजेपी सरकार ही दे सकती है। उन्होंने कहा कि 05 वर्ष पहले यही सहारनपुर-मुजफ्फरनगर दंगों के लिए बदनाम था। कैराना से लोग पलायन को मजबूर थे और गाजियाबाद में व्यापारी-उद्यमी समाज रंगदारी और अपहरण से त्रस्त था। लेकिन आज बीजेपी सरकार ने अपराध और अपराधी के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई। नतीजतन आज कानून व्यवस्था सुदृढ हुई। यूपी के प्रति लोगों को सोच बदली। लाखों करोड़ का औद्योगिक निवेश आया। अकेले ₹66,000 करोड़ का निवेश कोरोनाकाल में आया।

इससे रोजगार सृजन हुआ। उन्होंने बताया कि 05 साल में हमारी एमएसएमई इकाइयों में 1.61 करोड़ युवाओं को रोज़गार मिला है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे, दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे, बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे, बलिया लिंक एक्सप्रेस-वे, गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे, लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेस-वे और गंगा एक्सप्रेस-वे बन के रूप में कनेक्टिविटी का संजाल बन रहा है। 2017 से पहले डेढ़ एयरपोर्ट एक्टिव थे आज 09 क्रियाशील हैं 12 नए बन रहे हैं और 75 शहरों के लिए हवाई उड़ान हो रही है। ज़िला मुख्यालय तक फोर लेन की सड़क है। आजादी से 2017 तक जिस यूपी में केवल 12 मेडिकल कॉलेज थे आज 35 बन रहे हैं। बिजली की निर्बाध आपूर्ति हो या कि उद्योगों के लिए भूमि की उपलब्धता, सरकार ने हर ओर ध्यान दिया, नतीजा प्रदेश में उद्योग का ऐसा माहौल बना कि यूपी देश में निवेश के लिए सबसे अच्छा गंतव्य बन कर उभरा है। सीएम ने बताया कि सरकार पश्चिमी यूपी में फ़िल्म सिटी, मेडिकल डिवाइस पार्क, फार्मा पार्क, प्लास्टिक पार्क और टॉय पार्क जैसे विशेष औद्योगिक क्षेत्र बना रही है।

“बेटी ने कहा कि कोई गुंडा जमानत पर है, अगले दिन गुंडे ने रद करा ली बेल”

उद्योग जगत के प्रतिष्ठित जनों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने अपने कैराना दौरे की एक रोचक घटना भी सुनाई। उन्होंने बताया कि 2017 में सरकार बनने के बाद कैराना के एक परिवार से भेंट हुई। वह लौटना चाहते थे, लेकिन डर रहे थे। मैंने कहा आइए, सरकार आपकी है। डरें नहीं। वो परिवार लौटा। अभी तीन माह पहले कैराना गया तो उस परिवार से फिर मिला। परिवार बहुत खुश था। वहां कक्षा 06 में पढ़ने वाली एक बेटी ने बताया कि और तो कोई दिक्कत नहीं पर पता चला है कि एक गुंडा जमानत पर छूटा है और चौराहे पर घूम रहा है। मैंने अधिकारियों से पूछा फिर अगले दिन सबने अखबारों में खबर पढ़ी कि वह गुंडा अपनी जमानत रद करवा कर फिर से जेल चला गया। सीएम ने यह प्रसंग सुनाकर बताया कि यूपी को ऐसी कानून-व्यवस्था की जरूरत थी और बीजेपी सरकार ही यह दे पाने में सक्षम है।

“बोले उद्यमी, योगी राज में बिजली फुल, अपराधी गुल”
संवाद कार्यक्रम में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के उद्योग जगत की कई प्रतिष्ठित हस्तियों ने सीएम से संवाद कर सरकार की उद्योग प्रोत्साहन नीतियों को सराहा तो भविष्य की जरूरतों के बारे में अपनी अपेक्षाएं भी रखीं। बुलंदशहर औद्योगिक क्षेत्र से दीपक गुप्ता ने सीएम को बताया कि सबसे बड़ा बदलाव 05 साल में यह आया कि हमारे बच्चे जो पहले यूपी से बाहर जाकर काम करना चाहते हैं आज यूपी में रहने की बात करने लगे हैं। बकौल दीपक, यह बदलाव आत्मिक सुख देने वाला है औऱ इसका पूरा श्रेय योगी सरकार को है। लघु उद्योग भारती के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष जनक भाटिया ने कहा कि पांच साल पहले उद्यमियों के लिए सबसे बड़ी चिंता थी कि कब किसे उठा लिया जाए, किसके पास रंगदारी का फोन आ जाये, कुछ पता नहीं। नोएडा में शाम 05 बजे के बाद दुकानें बंद हो जाती थीं। आज सीएम योगी ने ऐसा माहौल दिया है कि हर छोटा-बड़ा उद्यमी निर्भय है। आईआईए के उपाध्यक्ष नीरज सिंघल ने कोरोनाकाल में सरकार से मिली सहायता के लिए आभार जताते हुए एमएसएमई को बढ़ावा देने की नीति को योगी सरकार की बड़ी उपलब्धि बताई। उन्होंने उद्योग बंधु की बैठकों में मुख्यमंत्री की सहभागिता की अपेक्षा जताई, जिस पर सीएम ने भी अपनी सहमति दी।

वहीं गाजियाबाद के यशोदा हॉस्पिटल के संस्थापक पीएन अरोड़ा ने बताया कि यह सरकार की कानून के राज स्थापित करने के प्रयास का ही फल है कि उनके अस्पताल में गोली अथवा चाकू से घायल मरीजों की कमी चर्चा का विषय रही है। टेक्सटाइल उद्यमी अरुण शर्मा ने 24 घंटे निर्बाध बिजली के लिए सीएम का आभार जताया तो गाजियाबाद में पार्किंग व्यवस्था को और बेहतर करने की जरूरत बताई। ‘उद्योग रत्न’ से सम्मानित राम कुमार गुप्ता ने लॉ एंड ऑर्डर की शानदार काम के लिए सीएम की।खूब प्रशंसा की तो मेरठ में खेल विश्वविद्यालय और ईएसआई हॉस्पिटल के लिए भूमि देने पर आभार जताया। कजारिया सिरेमिक्स के उपाध्यक्ष अरुण लाट ने सीएम योगी की नीतियों को उत्तर प्रदेश को ‘उद्यम प्रदेश’ बनाने वाली बताईं। उद्योग जगत को 24×7 बिजली आपूर्ति के लिए भी अरुण ने सीएम को धन्यवाद भी दिया। उद्यमियों ने आगामी विधानसभा में भाजपा के प्रति अपने समर्थन-सहयोग का भरोसा भी दिया।

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नेशनल

संसद में धक्का-मुक्की के दौरान घायल हुए बीजेपी के दोनों सांसद हुए अस्पताल से डिस्चार्ज

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नई दिल्ली। संसद परिसर में 19 दिसंबर को हुई धक्का-मुक्की की घटना में घायल हुए भारतीय जनता पार्टी के सांसद प्रताप सारंगी और मुकेश राजपूत को दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल से चार दिन बाद डिस्चार्ज कर दिया गया है। बता दें कि 19 दिसंबर को संसद परिसर में विपक्ष और एनडीए के सांसदों के बीच धक्का-मुक्की हो गई थी। इस धक्का-मुक्की के दौरान बीजेपी सांसद प्रताप सारंगी और मुकेश राजपूत घायल हो गए थे। उनके सिर में गंभीर चोट आई थी। उसके बाद उन्हें दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्हें सिर में चोट आई थी और ब्लड प्रेशर की भी समस्या हो गई थी।

संसद परिसर में धक्का-मुक्की के बाद घायल हुए बीजेपी के दोनों सांसदों को अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया था। उसके दो दिन बाद यानी 21 दिसंबर को उन्हें एक वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। एक वरिष्ठ डॉक्टर ने कहा कि, “दोनों सांसदों की हालत अब काफी बेहतर है और उन्हें छुट्टी दे दी गई है। राम मनोहर लोहिया अस्पताल के डॉ. शुक्ला एमएस ने पहले कहा था कि, ‘एमआरआई और सीटी स्कैन में चोट के संबंध में कुछ भी महत्वपूर्ण बात सामने नहीं आई है।

बता दें, कांग्रेस के राहुल गांधी पर ये आरोप लगाया गया कि उन्होंने भाजपा के सांसदों को धक्का मारा जिस वजह से वे घायल हो गए। दोनों को अस्पताल में तुरंत भर्ती करवाया गया।जानकारी के मुताबिक, इस घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी फोन पर घायल सांसदों से बात की थी। इसके अलावा, उन्होंने सांसद मुकेश राजपूत से कहा, “पूरी देखभाल करना, जल्दबाजी नहीं करना और पूरा इलाज कराना।”

घटना को लेकर बीजेपी ने विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर आरोप लगाया था कि उन्होंने धक्का देकर बीजेपी सांसदों को घायल कर दिया। बीजेपी ने इस घटना को लेकर राहुल गांधी को जिम्मेदार ठहराया। वहीं दूसरी तरफ, कांग्रेस ने इन आरोपों को खारिज करते हुए पलटवार भी किया है जिसमें बीजेपी पर ये आरोप लगाया कि उनके सांसदों ने धक्का-मुक्की की थी, जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे चोटिल होते-होते बचे। फिलहाल घायल सांसद डॉक्टरों की निगरानी में हैं और पूरी तरह से स्वस्थ होने तक आराम करेंगे।

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