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मनोरंजन

सेंसर बोर्ड की अवधारणा हास्यास्पद : मिहिर जोशी

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सेंसर बोर्ड की अवधारणा हास्यास्पद : मिहिर जोशी

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सेंसर बोर्ड की अवधारणा हास्यास्पद : मिहिर जोशी

नई दिल्ली| पिछले साल अपने गाने ‘सॉरी’ को लेकर केंद्रीय फिल्म प्रमाण बोर्ड (सीबीएफसी) के साथ पचड़े में पड़ चुके मुंबई के संगीतकार एवं टेलीविजन एंकर मिहिर जोशी का कहना है कि भारत में सेंसर बोर्ड की धारणा ‘हास्यास्पद’ है। सीबीएफसी या सेंसर बोर्ड ने 2015 में उनके गाने ‘सॉरी’ के बोल से ‘बांबे’ शब्द को बीप कर दिया था।इन दिनों अभिषेक चौबे निर्देशित ‘उड़ता पंजाब’ की ‘बेजा’ कट को लेकर सेंसर बोर्ड से चल रही कानूनी लड़ाई पर मिहिर ने कहा, “मैंने यह तब भी कहा था और अब भी कहूंगा। आधुनिक माने जाने वाले भारत जैसे देश में सेंसर बोर्ड की धारणा हास्यास्पद है। हमारे पास प्रमाण-पत्र बोर्ड जरूर हो सकता है।”उन्होंने कहा, “मैं यह नहीं कह रहा हूं कि सबको सब कुछ देखना चाहिए। अगर बच्चों के लिहाज से विषय सामग्री संवेदनशील है, तो उन्हें मत देखने दीजिए, लेकिन कुछ लोगों के एक समूह का यह तय करना कि देखने के लिए क्या सही और गलत है, यह ख्याल या धारणा हास्यास्पद है।”मिहिर ने कहा कि फिल्मकारों व संगीतकारों की एक जिम्मेदारी बनती है, लेकिन सेंसरशिप के नाम पर कलाकारों की रचनात्मक स्वतंत्रता नहीं छीननी चाहिए।

मनोरंजन

असित मोदी के साथ झगड़े पर आया दिलीप जोशी का बयान, कही ये बात

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मुंबई। ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ में जेठालाल गड़ा का किरदार निभाने वाले दिलीप जोशी को लेकर कई मीडिया रिपोर्ट्स छापी गईं, जिनमें दावा किया गया कि शो के सेट पर उनके और असित मोदी के बीच झगड़ा हुआ। फिलहाल अब दिलीप जोशी ने इस पूरे मामले पर चुप्पी तोड़ी है और खुलासा करते हुए बताया है कि इस पूरे मामले की सच्चाई क्या है। अपने 16 साल के जुड़ाव को लेकर भी दिलीप जोशी ने बात की और साफ कर दिया कि वो शो छोड़कर कहीं नहीं जा रहे और ऐसे में अफवाहों पर ध्यान न दिया जाए।

अफवाहों पर बोले दिलीप जोशी

दिलीप जोशी ने अपना बयान जारी करते हुए कहा, ‘मैं बस इन सभी अफवाहों के बारे में सब कुछ साफ करना चाहता हूं। मेरे और असित भाई के बारे में मीडिया में कुछ ऐसी कहानियां हैं जो पूरी तरह से झूठी हैं और ऐसी बातें सुनकर मुझे वाकई दुख होता है। ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ एक ऐसा शो है जो मेरे और लाखों प्रशंसकों के लिए बहुत मायने रखता है और जब लोग बेबुनियाद अफवाहें फैलाते हैं तो इससे न केवल हमें बल्कि हमारे वफादार दर्शकों को भी दुख होता है। किसी ऐसी चीज के बारे में नकारात्मकता फैलते देखना निराशाजनक है जिसने इतने सालों तक इतने लोगों को इतनी खुशी दी है। हर बार जब ऐसी अफवाहें सामने आती हैं तो ऐसा लगता है कि हम लगातार यह समझा रहे हैं कि वे पूरी तरह से झूठ हैं। यह थका देने वाला और निराशाजनक है क्योंकि यह सिर्फ हमारे बारे में नहीं है – यह उन सभी प्रशंसकों के बारे में है जो शो को पसंद करते हैं और ऐसी बातें पढ़कर परेशान हो जाते हैं।’

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