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अन्तर्राष्ट्रीय

वैज्ञानिकों ने दी बड़ी खुशखबरी, इतने दिनों में खत्म हो जाएगा कोरोना वायरस!

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नई दिल्ली। चीन से निकला कोरोना वायरस अब दुनिया के कई देशों में फैल चुका है। इस खतरनाक वायरस से पूरी दुनिया में अबतक लाखों लोग संक्रमित हो चुके हैं। भारत में भी इस वायरस ने दस्तक दे दी है। भारत में कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या 31 हो चुकी है।

कोरोना वायरस जिसे Covid-19 के नाम से भी जाना जाता है उसके फैलने की पुख्ता वजह सामने नहीं आई है। हालांकि इससे बचने के लिए संक्रमित व्यक्ति से दूर रहने और साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखने की सलाह दी जा रही है क्योंकि ये वायरस एक-दूसरे के संपर्क में आने पर तेजी से फैलता है।

जहां कोरोना वायरस पूरी दुनिया के लिए चिंता का सबब बन गया है, वहीं ये भी दावा किया जा रहा है कि गर्मियों का मौसम आते ही कोरोना वायरस खत्म हो जाएगा क्योंकि वायरस ज्यादा तापमान में कमजोर हो जाते हैं। एक स्टडी के मुताबिक, कोरोना वायरस 5 दिनों तक 22 से 25 डिग्री तापमान पर 40-50 फीसदी नमी के साथ मेज, दरवाजों के हैंडल, फोन और कीबोर्ड जैसी समतल सतह पर रह सकता है।

ये परिस्थितियां AC के माहौल में बनती हैं। Indian Council of Medical Research के एक वैज्ञानिक का कहना है कि 38 डिग्री सेल्सियस और 95 फीसदी नमी होने पर कोरोना वायरस की क्षमता खत्म होने लगती है। इस वायरस का खतरा घर के अंदर बंद तापमान में ज्यादा है। ICMR के वैज्ञानिकों के दावे के बाद यह अनुमान लगाया जा रहा है कि मई जून में बदलते मौसम के बाद यह वायरस भीषण गर्मी की वजह से दम तोड़ने लगेगा।

कोरोना वायरस कम तापमान वाली जगहों पर ज्यादा तेजी से फैल रहा है जबकि मलेशिया, इंडोनेशिया और थाइलैंड जैसे गर्म देशों में इसके अभी तक कम ही मामले सामने आए हैं। हालांकि, दुनिया भर के तमाम वैज्ञानिकों की राय अलग-अलग है।

National Geographic के एक आर्टिकल के मुताबिक वायरस की वजह से होने वाले इंफ्लुएंजा या कोरोनोवायरस जुकाम गर्मी के महीनों में कम हो जाते हैं क्योंकि इस प्रकार के वायरस को वैज्ञानिक ‘मौसमी वायरस’ कहते हैं।

वहीं  TIME की एक रिपोर्ट में हेल्थ एक्सपर्ट्स ने बताया कि गर्म मौसम वायरस को फैलने से रोकने में कितना कारगर होगा, अभी इस पर कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी।

अन्तर्राष्ट्रीय

लाहौर में प्रदूषण ने तोड़े सारे रिकार्ड, 1900 तक पहुंचा AQI, स्कूल बंद

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नई दिल्ली। पड़ोसी देश पाकिस्तान में प्रदूषण ने सारे रिकार्ड तोड़ दिए हैं। पाकिस्तान के लाहौर शहर का AQI 1900 पहुंच गया है जो शहर में अब तक का सबसे ज्यादा एक्यूआई है। प्रांतीय सरकार और स्विस समूह IQAir द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, शनिवार को पाकिस्तान-भारत सीमा के पास अब तक का सबसे अधिक प्रदूषण दर्ज किया गया। इसी के साथ लाहौर रविवार को दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों की रियल टाइम सूची में पहले नंबर पर पहुंच गया।

बढ़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए लाहौर में आपातकाल जैसा माहौल है। वायु की खतरनाक गुणवत्ता को देखते हुए लाहौर प्रशासन ने वर्क फ्रॉम होम करने का आदेश दिया है। इसके साथ ही विभिन्न शहरों में प्राथमिक विद्यालयों को बंद करने की घोषणा की गई है। वहीं पंजाब की वरिष्ठ मंत्री मरियम औरंगजेब ने कहा है कि, सरकार ने माता-पिता को यह सुनिश्चित करने की सलाह देते हुए प्राथमिक विद्यालयों को एक सप्ताह के लिए बंद कर दिया है कि बच्चे मास्क पहनें, क्योंकि शहर में धुंध की मोटी चादर छाई हुई है। उन्होंने कहा कि वाहन प्रदूषण को कम करने के लिए 50 प्रतिशत कार्यालय कर्मचारी घर से काम करेंगे।

मरियम औरंगजेब ने आगे कहा है कि पिछले एक सप्ताह से भारत से हवा की दिशा लाहौर की ओर हो गई है और इस वजह से धुंध बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि इस तरह की हवाएं अमृतसर और चंडीगढ़ से आ रही हैं और इस वजह से लाहौर में AQI लगातार बिगड़ता जा रहा है।
मरियम ने कहा है कि अगर हालत और खराब हुए तो शहर में उद्योगों को बंद कर दिया जाएगा। यहां तक कि पराली जलाने वाले किसानों को गिरफ्तार किया जाएगा। कुछ इसी तरह की कार्रवाई भारत की हरियाणा और पंजाब सरकार भी कर रही है, जहां पराली जलाने को लेकर बड़ी संख्या में किसानों पर मुकदमे दर्ज हुए हैं।

 

 

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