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क्रिकेटर मनोज तिवारी ने BCCI की चयन प्रणाली के खिलाफ़ ट्वीटर पर निकाली भड़ास, बोले- “मेरे जैसा कोई नहीं”

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कोलकाता। बंगाल क्रिकेट टीम के बल्लेबाज मनोज तिवारी ने आगामी प्रतियोगिताओं के लिए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) द्वारा भारतीय टीमों के चयन से नाखुशी जताई हैं। वेबसाइट ‘ईएसपीएनक्रिकइन्फो’ की रिपोर्ट के अनुसार, बीसीसीआई द्वारा पिछले सप्ताह आगामी प्रतियोगिताओं के लिए छह टीमों की घोषणा की गई है, जिनमें से किसी भी टीम में मनोज को जगह नहीं मिली है।

बीसीसीआई द्वारा दक्षिण अफ्रीका-ए के खिलाफ चार दिवसीय मैच, दिलीप ट्रॉफी और दक्षिण अफ्रीका-ए एवं आस्ट्रेलिया-ए के साथ खेले जाने वाली सीरीज के लिए इंडिया-ए और इंडिया-बी टीमों की घोषणा की गई है। इनमें से किसी भी टीम में मनोज का नाम नहीं है और इसी पर बंगाल के क्रिकेट खिलाड़ी ने निराशा जताई है। मनोज ने 2017-18 सीजन में 126.70 की औसत से 507 रन बनाए। यह भारत में घरेलू सीजन में लिस्ट-ए की औसत के तहत सबसे बड़ा स्कोर है। इससे पहले स्कोर 400 रन तक का था। उनका इसके साथ ही विजय हजारे और देवधर ट्रॉफी में 100 से अधिक औसत रहा। उनके अलावा किसी अन्य बल्लेबाज ने इस उपलब्धि को हासिल नहीं किया।

अपनी इस निराशा को ट्विटर पर जाहिर कर मनोज ने लिखा, “भारतीय क्रिकेट टीम के इतिहास में कितने ऐसे बल्लेबाज रहे हैं, जिनका विजय हजारे और देवधर ट्रॉफी में 100 से अधिक का औसत रहा है और वह भी एक ही साल में?” मनोज ने कहा, “मुझे यह एहसास हुआ है कि टीम के लिए किए गए आपके काम की पहचान नहीं होती। लोग केवल स्कोरशीट पर नंबर देखना चाहते हैं, लेकिन यह भूल जाते हैं कि हम किस प्रकार की पिच पर खेले हैं और मैच का परिणाम क्या था?”

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पकिस्तान के वो काले कानून जो आप जानकर हो जाएंगे हैरान

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नई दिल्ली। दुनिया के हर देश में कई अजीबोगरीब कानून होते हैं जो लोगों को हैरान करते हैं। पड़ोसी देश पाकिस्तान में भी कई अजीबोगरीब कानून हैं। इस मामले में पड़ोसी देश पहले नंबर पर है। ऐसे कानूनों की वजह से पाकिस्तान की दुनियाभर में आलोचना भी होती है। अभी कुछ महीने पहले ही एक कानून को लेकर उसकी खूब आलोचना हुई थी।

पाकिस्तान के सिंध प्रांत में एक अजीबोगरीब विधेयक का प्रस्ताव पेश किया गया था। यह विधेयक पड़ोसी देश के साथ ही दुनियाभर में चर्चा का विषय बन गया था। इस बिल में कहा गया था कि 18 साल की उम्र होने पर लोगों की शादी को अनिवार्य कर देना चाहिए। इसके अलावा इस कानून को नहीं मानने वालों को सजा का भी प्रावधान है। पाकिस्तानी राजनेताओं का इसके पीछे तर्क है कि इससे सामाजिक बुराइयों और बच्चों से बलात्कार को रोकने में मदद मिलेगी। आईए जानते हैं पाकिस्तान के कुछ ऐसे ही अजीबोगरीब कानून के बारे में।

बिना इजाजत नहीं छू सकते हैं फोन

पाकिस्तान में बिना इजाजत किसी का फोन छूना गैरकानूनी माना जाता है। अगर कोई गलती से भी किसी दूसरे का फोन छूता है, तो उसे सजा का प्रावधान है। ऐसा करने वाले शख्स को 6 महीने जेल की सजा हो सकती है।

अंग्रेजी अनुवाद है गैरकानूनी

 

पाकिस्तान में आप कुछ शब्दों का अंग्रेजी अनुवाद नहीं कर सकते हैं। इन शब्दों का इंग्लिश ट्रांसलेशन करना गैरकानूनी माना जाता है। यह शब्द हैं अल्लाह, मस्जिद, रसूल या नबी। अगर कोई इनका अंग्रेजी अनुवाद करता है, तो उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होती है।

पढ़ाई की फीस पर लगता है टैक्स

 

पाकिस्तान में पढ़ाई करने पर टैक्स देना पड़ता है। अगर कोई छात्र पढ़ाई पर 2 लाख से अधिक खर्च करता है, तो उसको पांच प्रतिशत टैक्स देना पड़ता है। शायद इसी डर से पाकिस्तान में लोग कम पढ़ाई करते हैं।

लड़की के साथ रहने पर होती है कार्रवाई

अगर कोई लड़का अपनी गर्लफ्रेंड के साथ रहते हुए पकड़ा जाता है, तो उसे जेल की सजा होती है। यहां पर कोई किसी लड़की के साथ दोस्ती नहीं कर सकता है। पड़ोसी देश में कानून है कि शादी के पहले लड़का और लड़की एक साथ नहीं सकते हैं।

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