Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मनोरंजन

अक्षय कुमार को लगा तगड़ा झटका, डायरेक्टर ने छोड़ी लक्ष्मी बॉम्ब

Published

on

Loading

मुंबई। बॉलीवुड में खिलाड़ी कुमार के नाम से मशहूर अक्षय कुमार की फिल्म लक्ष्मी बॉम्ब को तगड़ा झटका लगा है। शनिवार को फिल्म का पोस्टर जारी होने के बाद रविवार को डायरेक्टर ने फिल्म छोड़ दी है।

फिल्म के डायरेक्ट राघव लॉरेंस ने सोशल मीडिया पर फिल्म छोड़ने का कारण भी बताया है। डायरेक्टर राघव लॉरेंस ने नोट में लिखा, तमिल में एक कहावत है कि जिस घर में सम्मान ना मिले, उस घर में नहीं जाना चाहिए।

इस दुनिया में दौलत और शोहरत से अधिक स्वाभिमान जरूरी है। इसलिए मैं लक्ष्मी बॉम्ब छोड़ रहा हूं। मैं यहां कारण का खुलासा नहीं करना चाहता, क्योंकि फिल्म छोड़ने के कई कारण हैं।

लेकिन, उनमें से एक यह है कि फि‍ल्म का पहला पोस्टर आज मेरी जानकारी के बिना रिलीज कर दिया गया। मुझसे इसकी कोई चर्चा भी नहीं की गई। मुझे एक तीसरे व्यक्ति ने इसकी सूचना दी।

एक निर्देशक के लिए यह बेहद दुखदायी है कि उसकी अपनी फिल्म के फर्स्ट लुक रिलीज के बारे में उसे कोई बाहरी व्यक्ति आकर बताये। मुझे यह बेहद अपमानजनक और निराशाजनक लगता है। एक रचनाशील व्यक्ति होने की वजह से मुझे पोस्टर भी अच्छा नहीं लगा। यह किसी निर्देशक के साथ नहीं होना चाहिए।

राघव ने आगे कहा कि वो चाहें तो फ़िल्म की स्क्रिप्ट वापस ले सकते हैं, मगर वो ऐसा नहीं करेंगे, मैं अपनी स्क्रिप्ट रोक सकता हूं, क्योंकि मैंने कोई एग्रीमेंट साइन नहीं किया है, लेकिन मैं ऐसा करूंगा नहीं, क्योंकि यह प्रोफेशनल व्यवहार नहीं है।

मैं अपनी स्क्रिप्ट देने के लिए राजी हूं, क्योंकि मैं अक्षय कुमार सर का बहुत सम्मान करता हूं। वे मुझे हटाकर अपनी इच्छानुसार किसी दूसरे डायरेक्टर को ले सकते हैं।

मैं जल्द अक्षय कुमार सर से मिलकर उन्हें स्क्रिप्ट दे दूंगा और एक अच्छे ढंग से फि‍ल्म को छोड़ दूंगा। पूरी टीम को शुभकामनाएं। उम्मीद है कि फ़िल्म बहुत सफल होगी।

गौरतलब है कि लक्ष्मी बॉम्ब तमिल फिल्म कंचना की रीमेक है। तमिल में बनी इस फिल्म में राघव लॉरेंस ने लीड रोल निभाया था। इस फिल्म के हिंदी रीमेक में अक्षय कुमार के साथ कियारा आडवाणी मुख्य भूमिका में दिखेंगी।

फिल्म की रिलीज डेट 5 अप्रैल 2020 को तय की गई है। अब देखना ये होगा कि डायरेक्टर के फिल्म छोड़ने के बाद लक्ष्मी  बॉम्ब तय समय पर रिलीज हो पाती है या नहीं।

 

उत्तर प्रदेश

डेकोरेटिव लाइट्स से महाकुंभ बनेगा भव्यता का प्रतीक

Published

on

Loading

प्रयागराज। महाकुंभ 2025 को दिव्य और भव्य बनाने के लिए योगी सरकार अनेक अभिनव प्रयास कर रही है। इसी क्रम में पूरे मेला क्षेत्र को डेकोरेटिव लाइट्स से सजाया जा रहा है। 8 करोड़ की लागत से उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लि. की ओर से पूरे मेला क्षेत्र में 485 डिजाइनर स्ट्रीट लाइट पोल का जाल बिछाया जा रहा है। संगम जाने वाली हर प्रमुख सड़क पर यह अलौकिक पोल और लाइट श्रद्धालुओं का स्वागत करती नजर आएगी। योगी सरकार का यह प्रयास न केवल श्रद्धालुओं को दिव्य अनुभव देगा, बल्कि भारतीय संस्कृति और आधुनिकता का अद्भुत संगम भी प्रस्तुत करेगा।

प्रमुख मार्गों पर अनूठी रोशनी का जादू

अधीक्षण अभियंता महाकुंभ मनोज गुप्ता ने बताया कि सीएम योगी की।मंशा के अनुरूप महाकुंभ को भव्य रूप देने के लिए विद्युत विभाग बड़े पैमाने पर कार्य कर रहा है। डेकोरेटिव लाइट्स और डिजाइनर पोल्स उसी का हिस्सा है। मेला क्षेत्र में लाल सड़क, काली सड़क, त्रिवेणी सड़क और परेड के सभी मुख्य मार्गों को आकर्षक डेकोरेटिव लाइट्स से रोशन किया जा रहा है। ये लाइट्स भगवान शंकर, गणेश और विष्णु को समर्पित हैं, जो श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक शांति और सौंदर्य का अनुभव कराएंगी।

8 करोड़ की भव्य परियोजना

अधिशाषी अभियंता अनूप सिंह ने बताया कि पूरे मेला क्षेत्र में 8 करोड़ से ज्यादा की लागत से 485 डिजाइनर स्ट्रीट लाइट पोल लगाए जा रहे हैं। इस बार टेंपरेरी की बजाय स्थायी पोल्स का निर्माण किया गया है, जो महाकुंभ के बाद भी क्षेत्र की रौनक बनाए रखेंगे। हर पोल को कलश और देवी-देवताओं की आकृतियों से सजाया गया है, जो मेले के वातावरण को सांस्कृतिक वैभव से भर देंगे। 15 दिसंबर तक सभी डेकोरेटिव लाइट्स का कार्य संपन्न कर लिया जाएगा, जिसके बाद रात में मेला क्षेत्र की आभा देखते ही बनेगी।

विद्युत विभाग का अभिनव प्रयास

उन्होंने कहा कि महाकुंभ में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं के अनुभव को यादगार बनाने के लिए यह विद्युत विभाग की ओर से एक अभूतपूर्व पहल है। आधुनिक तकनीक और सांस्कृतिक प्रतीकों के मेल से यह परियोजना महाकुंभ को विश्वस्तरीय भव्य आयोजन का दर्जा देगी। महाकुंभ के लिए लगाए गए ये डेकोरेटिव पोल्स स्थायी रहेंगे, जिससे क्षेत्र में आने वाले पर्यटक भी लंबे समय तक इस भव्यता का आनंद ले सकेंगे। डेकोरेटिव लाइट्स से सजे इस महाकुंभ में हर श्रद्धालु को आध्यात्मिक ऊर्जा और सांस्कृतिक गर्व का अनुभव होगा। यह पहल महाकुंभ को भारतीय संस्कृति की भव्यता और आधुनिक विकास का अद्वितीय प्रतीक बनाएगी।

Continue Reading

Trending