Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

योगी सरकार के प्रयास से 7,857 गोवंश को आश्रय स्थलों पर किया गया संरक्षित

Published

on

Loading

लखनऊ। उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने के लिए प्रयासरत योगी सरकार प्रदेश में निराश्रित गोवंश के संरक्षण में भी सकारात्मक भूमिका निभा रही है। सीएम योगी के विजन अनुसार, प्रदेश भर के नगरी क्षेत्रों में नगर विकास विभाग द्वारा विशेष अभियान चलाकर 7,857 गोवंश को सुरक्षित करते हुए आश्रय स्थलों पर संरक्षित करने में सफलता मिली है। नगर विकास विभाग के अनुसार, 8 से 10 अक्टूबर के बीच प्रदेश के विभिन्न नगरी क्षेत्रों में तीन दिनी अभियान का संचालन किया गया।

इसके जरिए, पहले दिन 2132, दूसरे दिन 2718 तथा तीसरे दिन 3007 गोवंशों को सुरक्षित कर कान्हा गौशाला व आश्रय स्थलों में संरक्षित किया गया। इस विशेष अभियान के जरिए एक ओर बेसहारा पशुओं के कल्याण के साथ ही शहरी स्वच्छता को बढ़ावा देने का मार्ग प्रशस्त हुआ, वहीं दूसरी ओर यातायात में अवरोध व दुर्घटना का कारण बनने वाले पशुओं को बचाकर सड़क सुरक्षा को बढ़ाने में भी अभियान ने सकारात्मक भूमिका का निर्वहन किया।

नगरीय निकायों में 1.4 लाख गोवंश को मिला संरक्षण

नगर विकास विभाग द्वारा विशेष अभियान का संचालन तीन स्तरों पर किया गया। नगर निगम द्वारा अभियान के अंतर्गत पहले दिन 431, दूसरे दिन 615 तथा तीसरे दिन 625 गोवंश को संरक्षित कर आश्रय स्थलों में भेजा गया। यानी, तीन दिन में 1671 गोवंशों को संरक्षित किया गया। वहीं, नगर पालिका परिषद द्वारा पहले दिन 760, दूसरे दिन 781 व तीसरे दिन 907 गोवंशों को संरक्षित करते हुए तीन दिनों में कुल 2448 गोवंशों को सुरक्षित किया।

इसी प्रकार, नगर पंचायतों में पहले दिन 941, दूसरे दिन 1322 व तीसरे दिन 1475 गोवंशों को संरक्षित करते हुए कुल 3738 गोवंश को सुरिक्षत किया। प्रदेश के अब तक सभी नगरीय निकायों में कान्हा गौशाला व पशु आश्रय स्थलों में कुल 1,40,320 गोवंश को संरक्षित करने में सफलता मिली है।

आगे भी जारी रहेगी प्रक्रिया

विशेष अभियान की सफलता पर संतोष व्यक्त करते हुए नगर विकास विभाग के प्रमुख सचिव अमृत अभिजात ने कहा कि यह पहल न केवल शहरी क्षेत्रों को स्वच्छ व सुरक्षित बना रही है, बल्कि गोवंश के संरक्षण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है और यह आगे भी जारी रहेगी।

नगर निगम, नगर पालिका परिषद व नगर पंचायतों के सामंजस्यपूर्ण प्रयासों ने इस सफलता को संभव बनाया है। उनके अनुसार, अप्रैल 2024 से सितंबर 2024 तक कैटल कैचिंग अभियान से 11,13,057 रुपए की आय भी विभाग की हुई है। नगरीय निकाय के स्थानीय निदेशक अनुज कुमार झा ने सभी निकायों को अपनी सीमा में निराश्रित पशुओं को संरक्षित करने के लिए उचित कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

Continue Reading

उत्तर प्रदेश

दीपावली से पहले पूर्वांचल के खेल प्रेमियों को बड़ी सौगात

Published

on

Loading

वाराणसी | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र में पूर्वांचल के खेल प्रेमियों को दीपावली से पहले बड़ी सौगात देने जा रहे हैं। 20 अक्टूबर को उनके वाराणसी के दौरे में सिगरा स्थित डॉ. संपूर्णानंद स्टेडियम में नेशनल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्टेडियम के फेज-2 व फेज-3 का उद्घाटन प्रस्तावित है। पीएम 2023 में फेज-1 का उद्घाटन कर चुके हैं। स्टेडियम निर्माण से 20 से अधिक खेलों के खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय प्लेटफार्म पर प्रतिभा दिखाने का मौका मिलेगा। डॉ. संपूर्णानंद सिगरा स्पोर्ट्स स्टेडियम का पुनर्विकास 325.65 करोड़ की लागत से हुआ है। स्टेडियम की इमारत ग्रिहा के मानक के अनुसार बनाई गई है।

मोदी-योगी के नेतृत्व में खेल का बेहतर हब बन रहा यूपी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश खेल का हब बन रहा है। खेल के मूलभूत ढांचे को सुधारने के साथ खिलाड़ियों को अच्छा माहौल भी मिला है। इससे अंतरराष्ट्रीय मैचों में पदकों की संख्या भी बढ़ी है। इस स्टेडियम के निर्माण से पूर्वांचल की मिट्टी से अब और अंतरराष्ट्रीय खिलाडी निकलेंगे। काशी में मल्टी स्पोर्ट्स, मल्टी लेवल आधुनिक इनडोर स्टेडियम का निर्माण कराया गया है। स्मार्ट सिटी के मुख्य महाप्रबंधक डॉ. डी वासुदेवन ने बताया कि तीन फेज में डॉ. संपूर्णानंद सिगरा स्पोर्ट्स स्टेडियम का पुनर्विकास 325.65 करोड़ से अधिक की लागत से हुआ है। स्टेडियम में इनडोर और आउटडोर दोनों सुविधा रहेगी।

109.36 करोड़ रुपये से हुआ था पहले चरण का निर्माण

पूर्वांचल के खिलाड़ियों को अब वाराणसी में ही अंतरराष्ट्रीय मैच देखने को मिलेंगे। स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में जिम, स्पा, योगा सेंटर, पूल बिलियर्ड्स और कैफेटेरिया के साथ बैंक्वेट हॉल की भी सुविधा है। मल्टी स्पोर्ट्स, मल्टी लेवल आधुनिक इनडोर स्टेडियम में मानकों को भी ध्यान में रखकर बनाया गया है। यहां पैरा स्पोर्ट्स प्रतियोगिताएं भी हो सकेंगी। प्रथम चरण का निर्माण लगभग 109.36 करोड़ से हुआ था। दूसरे और तीसरे चरण का निर्माण लगभग 216.29 करोड़ में हुआ।

सिगरा स्पोर्ट्स स्टेडियम में फेज 1 ,2 और 3 में होने वाले खेल

फेज -1, जी प्लस दो मंज़िल

-बैडमिंटन-10 कोर्ट, टेबल टेनिस, जिम्नास्टिक, कबड्डी, स्विमिंग पूल -ओलंपिक साइज,प्रैक्टिस/ वार्म अप पूल, बोर्ड गेम्स -चेस, कैरम, स्क्वैश के लिए -4 कोर्ट, बिलियर्ड्स, एरोबिक्स, क्रॉस ट्रेनिंग, कार्डियो जोन, -रिकवरी जोन, स्ट्रेंथ एंड कंडीशनिंग जोन

फेज-2 -जी प्लस 2
(शूटिंग स्पोर्ट्स) 10 मीटर 50 बे रेंज, 25 मीटर 25 बे रेंज, जी प्लस 3- कॉम्बैट स्पोर्ट्स में बॉक्सिंग ,जूडो ,कराटे,ताइक्वांडो,वेट लिफ्टिंग ,वुशु ,किक, स्पोर्ट्स साइंस सेंटर, फेनसिंग, बॉक्सिंग, रेसलिंग, -जी प्लस वन फील्ड व्यू चेंजिंग रूम

फेज-3
क्रिकेट प्रैक्टिस फील्ड, वॉलीबॉल, फुटबाल, बास्केटबॉल, एथलेटिक ट्रैक 8 बे 400 मीटर, टेनिस कोर्ट, एम्फी थिएटर, वॉकिंग कम जॉगिंग ट्रैक, हॉस्टल बिल्डिंग (जी प्लस 4)-180 बेड, कोच के रहने की जगह

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खिलाड़ियों को ‘पदक लाओ पद पाओ’ प्रेरित करते हैं। योगी सरकार पदक पाने वाले खिलाड़ियों को पुरस्कार स्वरूप अच्छी धनराशि भी दे रही है। अब अन्य प्रदेश भी खेलों में योगी सरकार का उदाहरण दे रहे हैं। सीएम योगी ने उत्तर प्रदेश में खेल का अनुकूल माहौल देते हुए यहां सुविधाओं में काफी बढ़ोतरी की है। इससे गरीब खिलाड़ियों का भी हौसला बढ़ रहा है। खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय मानक के उपकरणों व मैदान पर खेलने का अवसर मिल रहा है। अंतरराष्ट्रीय मैचों में इसका फायदा भी मिलेगा। वाराणसी पूर्वांचल का केंद्र है। यहां अंतरराष्ट्रीय स्तर का स्टेडियम पूर्वांचल के लिए वरदान साबित होगा।

ललित उपाध्याय, हॉकी ओलंपियन व डीएसपी

Continue Reading

Trending