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उत्तर प्रदेश

छात्रा ने रची किडनैपिंग की झूठी कहानी, पुलिस जांच में सामने आई ये असलियत

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मेरठ। उप्र के मेरठ से अपहरण का एक ऐसा मामला सामने आया है कि जब पुलिस सहित सबका दिमाग घूम गया। यहां एक छात्रा ने अपनी किडनैपिंग की झूठी कहानी रचकर पुलिस और परिवार वालों को सकते में डाल दिया।

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पहले छात्रा ने अपनी किडनैपिंग की कहानी रची फिर इसके बाद खुद थाने में तहरीर दे दी। दिन दहाड़े हुए अपहरण की वारदात का खुलासा करने के लिए पुलिस ने जब पड़ताल शुरु की तो सारी हकीकत सामने आती चली गई।

घर आकर बोली- पापा मुझे 7 बदमाशों ने किडनैप किया

छात्रा ने किडनैपिंग की जो कहानी गढ़ी उसमे उसके पिता ने तहरीर पुलिस को दी। उसके पिता ने तहरीर में जो लिखा कि “मेरी बेटी घर से ट्यूशन पढ़ने शहर के माधवरपुरम जाती है। 16 दिसंबर को वो ट्यूशन के लिए निकली थी। जैसे ही वो आईटीआई के करीब मंदिर के पास पहुंची तो एक काले रंग की बाइक पर दो लड़के और ई रिक्शा में सवार करीब 5 बदमाशों ने उसे खींच लिया।

इसके बाद वह उसे ले जाने लगे। जब वह चौक पर पहुंचे तो जाम लग गया। जाम का फायदा उठाकर मेरी बेटी ने शोर मचाया तो वह बदमाश भाग गए। फिर मेरी बेटी घर आ गई।” उसने बताया कि पापा मुझे 7 गुंडों ने चाकू की नोंक पर किडनैप कर लिया था।

पुलिस की पड़ताल में निकला हैरतअंगेज सच

पुलिस ने तहरीर के आधार पर जब जांच की तो सबसे पहले सीसीटीवी फुटेज खंगाले लेकिन पुलिस को जो समय बताया गया था उस दौरान ऐसी कोई घटना पुलिस को उन रास्तों पर सीसीटीवी फुटेज में नहीं मिली। इस दौरान पुलिस ने छात्रा से जब सख्ती से पूछताछ की तो फिर मामले की कलई खुल गई।

असल में छात्रा को सौरभ नाम के एक लड़के से प्रेम था। वह उसके साथ भागकर शादी करना चाहती थी। वह उसके साथ पूरी तैयारी के साथ भागने की तैयारी कर ई रिक्शा से जा रही थी। इस दौरान किसी पहचान वाले ने उसको जाते हुए देख लिया।

छात्रा को लगा कि भागने के बाद वो शख्स घर पर यह बता देगा कि वह सौरभ के साथ भागी है तो उसने यह कहानी रची। छात्रा ने बताया कि उसके प्रेमी का नाम सौरभ है वो पिछले 4 साल से उससे प्रेम करती है, लेकिन छात्रा के घर वाले उसे पसंद नहीं करते। इसलिए उसने यह सब कहानी रची थी।

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उत्तर प्रदेश

महाकुम्भ 2025 के सफल आयोजन के लिए 07 हजार बसों के अलावा 550 शटल बसें संचालित करेगा परिवहन निगम

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लखनऊ/प्रयागराज। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशन में उ0प्र0 परिवहन निगम दिव्य, भव्य एवं ग्रीन महाकुम्भ मेला-2025 के सफल आयोजन के लिए 07 हजार बसों को संचालित करेगा। परिवहन निगम प्रदेश के सभी महत्वपूर्ण स्थानों से सुगम, सस्ती एवं आरामदायक सुविधायें उपलब्ध कराने के लिए कटिबद्ध है।

महाकुम्भ मेला में सड़क मार्ग से पूर्वाचल से अधिक संख्या में तीर्थयात्री आते हैं। इसके दृष्टिगत पूर्वांचल के छोटे-छोटे कस्बों से मेला स्थल को जोड़ते हुए बसों के संचालन की योजना परिवहन निगम ने तैयार की है। महिला एवं वृद्ध तीर्थयात्रियों को विशेष सुविधा प्रदान करने की योजना बनाई गयी है।

3 चरणों में संचालन

एमडी परिवहन निगम मासूम अली सरवर ने बताया कि महाकुम्भ मेला 2025 के दौरान मुख्य स्नान 13 जनवरी से 26 फरवरी, 2025 के बीच पड़ रहे, जिसमें मौनी अमावस्या का शाही स्नान 29 जनवरी एवं बसंत पंचमी का शाही स्नान 03 फरवरी, 2025 को है। महाकुम्भ 2025 के दौरान लगभग 6800 परिवहन बसें एवं लगभग 200 वातानुकूलित बसों का संचालन किये जाने की योजना है।

प्रथम चरण में 12 जनवरी से 23 जनवरी तक द्वितीय चरण में 24 जनवरी से 07 फरवरी तक एवं तीसरे चरण में 08 फरवरी से 27 फरवरी तक तीन चरणों में महाकुम्भ मेले में संचालन को बाटा गया है। निगम के कुल 19 क्षेत्रों से लगभग 165 मार्गों पर निगम की बसों का संचालन किया जायेगा।

550 शटल बसें चलाई जाएंगी

एमडी परिवहन निगम ने बताया कि बसों के अतिरिक्त 550 शटल बसें विभिन्न स्थाई एवं अस्थाई बस स्टेशनों एवं विभिन्न मार्गों पर निर्धारित वाहन पार्किंग स्थलों से संगम तट के निकट स्थित भारद्वाज पार्क एवं भारत स्काउट गाइड कालेज बैक रोड तक तथा लेप्रोसी बस स्टेशन व अंधावा बस स्टेशन तक संचालित किये जाने की योजना है।

उन्होंने बताया कि मुख्य स्नान पर्व पर शश्रद्धालुओं की अत्यधिक भीड़ बढ़ने के कारण शास्त्रीपुल, फाफामऊ पुल एवं यमुना पुल यातायात हेतु प्रतिबंधित रहने की स्थिति में शहर के बाहर कुल 08 अस्थाई बस स्टेशन गठित किये जायेंगे, जिसमें झूसी बस स्टेशन, दुर्जनपुर बस स्टेशन, सरस्वतीगेट बस स्टेशन, नेहरू पार्क बस स्टेशन, बेली कछार बस स्टेशन, बेला कछार बस स्टेशन, सरस्वती हाइटेक सिटी मेनू एवं लेप्रोसी मिशन बस स्टेशन हैं।

इन मार्गों प्रभाग संचालन

एमडी ने बताया कि झूसी बस स्टेशन से दोहरी घाट, बड़हलगंज, गोला, उरूवा, खजनी, सीकरीगंज, गोरखपुर मार्ग, आजमगढ़-बलिया-मऊ व सम्बद्ध मार्ग के लिए बसों का संचालन किया जायेगा। दुर्जनपुर बस स्टेशन का उपयोग झूसी बस स्टेशन की बसों का संचालन मेला प्रशासन द्वारा रोके जाने पर किया जायेगा।

इसी प्रकार सरस्वतीगेट बस स्टेशन से बदलापुर, शाहगंज, टांडा व सम्बद्ध मार्ग एवं वाराणसी एवं संबद्ध मार्ग के लिए बसों का संचालन किया जायेगा, नेहरू पार्क बस स्टेशन से कानपुर एवं कौशाम्बी को संबद्ध मार्ग के लिए, बेला कछार बस स्टेशन से रायबरेली लखनऊ व संबद्ध मार्ग एवं फैजाबाद, अयोध्या, गोण्डा, बस्ती, बहराइच व संबद्ध मार्ग के लिए, सरस्वती हाइटेक सिटी नैनी से विन्ध्यांचल, मिर्जापुर, शक्तिनगर व संबद्ध मार्ग के लिए, लैप्रोसी मिशन बस स्टेशन से बांदा-चित्रकूट व संबद्ध मार्ग एवं रीवा-सीधी व संबद्ध मार्ग के लिए संचालन किया जायेगा।
नेहरू पार्क बस स्टेशन पर बसों का संचालन मेला प्रशासन द्वारा रोके जाने पर बसों का संचालन बेली कछार बस स्टेशन से किया जायेगा।

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