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नेशनल

परिवार से दूर बॉर्डर पर तैनात हमारे जवान किस तरह मानते हैं रंगों का त्यौहार, जानिए

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रंगो का त्यौहार यानि होली, इस पर्व का हर किसी को इंतज़ार रहता है। यह एक ऐसा त्यौहार है जो दुश्मनों को भी गले लगाने पर मजबूर कर देता है। इस दिन पुरे देश में रंग, अबीर, गुलाल उड़ते दिखाई देते हैं। वर्ष 2019 में 21 तारीख को रंग बिरंगी होली खेली जाएगी। पुरे देश में धूम शाम से यह पर्व मनाया जाएगा। ऐसे में BSF जवान बॉर्डर पर कैसे होली खेलते हैं। BSF जो कि भारत की सुरक्षा की पहली लाइन कही जाती है उसके जवान आपस में टिका और गुलाल लगाकर होली खेलते हैं। बॉर्डर पर बरोह मास देश और देशवासियों के लिए तैनात हमारे जवान भी होली का त्यौहार मानते हैं। भले ही वो अपने परिवार से दूर हो लेकिन एक परिवार एक तो करीब होते हैं जो है उनका अपना परिवार। सभीओ जवान एक साथ मिलकर बॉर्डर पर होली मानते हैं। होली मिलन समारोह के साथ-साथ देशभक्ति के गाने भी बजाए जाते हैं। BSF जवान परिवार से दूर रहकर हमारी सुरक्षा करते हुए होली मनाते हैं।हर त्यौहार का अपना एक रंग होता है जिसे आनंद या उल्लास कहते हैं लेकिन हरे, पीले, लाल, गुलाबी आदि असल रंगों का भी एक त्यौहार पूरी दुनिया में हिंदू धर्म के मानने वाले मनाते हैं। यह है होली का त्यौहार इसमें एक और रंगों के माध्यम से संस्कृति के रंग में रंगकर सारी भिन्नताएं मिट जाती हैं और सब बस एक रंग के हो जाते हैं वहीं दूसरी और धार्मिक रूप से भी होली बहुत महत्वपूर्ण हैं।

उत्तर प्रदेश

दिवाली के दिन यूपी के इस जिले में 25 करोड़ की शराब पी गए लोग

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गौतमबुद्ध नगर। उत्तर प्रदेश का गौतमबुद्ध नगर जिला अक्सर चर्चा में रहता है। चाहे वो सोसाइटीज की समस्या को लेकर हो या विकास की रफ्तार को लेकर हो या फिर त्योहारों पर बिक्री को लेकर। दिवाली का त्योहार बीत गया है।

इस बीच, दिवाली के दौरान गौतमबुद्ध नगर जिले में शराब की बिक्री को लेकर जानकारी सामने आई है। पिछले साल की अपेक्षा इस साल यहां शराब की बिक्री में 25 प्रतिशत का उछाल देखने को मिला है। यानी दिवाली के दौरान गौतमबुद्ध नगर जिले के लोग शराब के नशे में भी खूब झूमे हैं।

दिवाली में पिया 25 करोड़ की शराब

दिवाली के जश्न के बीच गौतमबुद्ध नगर जिले में लोग 25 करोड़ रुपये की शराब गटक गए, जो पिछले साल की तुलना में 25 प्रतिशत अधिक है। आबकारी विभाग के एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि पूरे अक्टूबर माह में जिले के लोगों ने 250 करोड़ रुपये शराब पर खर्च किए, जबकि पिछले साल यह आंकड़ा 204 करोड़ रुपये था।

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