Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

आध्यात्म

Surya Grahan 2019: सूर्य ग्रहण इन राशियों के लोगों को बना देगा भिखारी, वहीं इनकी लगेगी लॉटरी

Published

on

Loading

साल 2019 सबसे पहला ग्रहण 6 जनवरी को लगेगा। ऐसे में आपको बताते हैं ग्रहण के दौरान किन राशि के लोगों को पैसों की तंगी झेलनी पड़ सकती है तो किन राशि वालों पर जमकर बरसेगा पैसा।

IMAGE COPYRIGHT: GOOGLE

मेष – मेष राशि के लोग ग्रहण की वजह से पैसों की फिजूलखर्ची कर सकते हैं। इन लोगों को चोट लगने या किसी दुर्घटना के प्रति सावधान रहना चाहिए। ऐसे लोगों को झगड़ा करने से भी बचना चाहिए।
वृषभ – इस राशि के लोगों के इस साल सारे रुके हुए काम बनने वाले हैं। इन लोगों का इस साल धन लाभ और यात्रा का योग बनेगा।
मिथुन – मिथुन राशि के लोगों को नौकरी और व्यापार में तरक्की मिलेगी। इन लोगों का मान-सम्मान बढ़ेगा। ग्रहण की वजह से धन प्राप्ति का योग भी बन रहा है।

IMAGE COPYRIGHT: GOOGLE

कर्क – इस राशि के लोगों को धनहानि और फिजूलखर्ची से बचना होगा। जहां तक बात सेहत की करें तो इस राशि के लोगों की इस साल सेहत अच्छी रहने वाली है।
कन्या – ग्रहण के बाद 15 दिन तक कहीं पैसा ना लगाएं। शत्रु और मुकदमें से छुटकारा मिलेगा।

व्रत एवं त्यौहार

CHHATH POOJA 2024 : जानें कब से शुरू होगी छठी मैया की पूजा, जानिए इसे क्यों मनाते हैं

Published

on

Loading

मुंबई। त्रेतायुग में माता सीता और द्वापर युग में द्रौपदी ने भी रखा था छठ का व्रत रामायण की कहानी के अनुसार जब रावण का वध करके राम जी देवी सीता और लक्ष्मण जी के साथ अयोध्या वापस लौटे थे, तो माता सीता ने कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की षष्ठी को व्रत रखकर कुल की सुख-शांति के लिए षष्ठी देवी और सूर्यदेव की आराधना की थी।

छठ पूजा क्यों मनाते है ?

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, सूर्यदेव और छठी मैया की पूजा अर्चना और अर्घ्य देने से सुख-शांति, समृद्धि, संतान सुख और आरोग्य की प्राप्ति होती है। छठ पूजा को डाला छठ के नाम से भी जाना जाता है। यह चार दिनों तक चलने वाला त्योहार है, जो मुख्य रूप से बिहार, झारखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश में मनाया जाता है। छठ पर्व के दौरान प्रकृति के विभिन्न तत्वों जैसे जल, सूर्य, चंद्रमा आदि की पूजा की जाती है. यह प्रकृति के प्रति आभार व्यक्त करने का एक तरीका है और हमें प्रकृति के संरक्षण का महत्व सिखाता है. छठ का व्रत बहुत कठिन होता है. व्रतधारी 36 घंटे तक बिना पानी पिए रहते हैं. साथ ही छठ पर्व सभी वर्गों और समुदायों के लोगों को एक साथ लाता है. इस पर्व के दौरान लोग मिलकर पूजा करते हैं, भोजन करते हैं और एक-दूसरे के साथ समय बिताते हैं. इससे सामाजिक एकता और भाईचारा बढ़ता है.

छठ पर्व के 4 दिन

छठ पूजा का पहला दिन, 5 नवंबर 2024- नहाय खाय.
छठ पूजा का दूसरा दिन, 6 नवंबर 2024- खरना.
छठ पूजा का तीसरा दिन, 7 नवंबर 2024-डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य.
छठ पूजा का चौथा दिन, 8 नवंबर 2024- उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर व्रत का पारण

 

Continue Reading

Trending