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उत्तर प्रदेश

नव्य अयोध्या का दिव्यतम दीदार कराएगी फ्लोटिंग स्क्रीन, 70 से अधिक कारीगर रिकॉर्ड समय में पूरा कर रहे काम

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Floating screen will give you the divine view of Navya Ayodhya

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अयोध्या। सीएम योगी आदित्यनाथ के कुशल नेतृत्व में नव्य, भव्य व दिव्य अयोध्या सज चुकी है। महज 9 दिन बाद दुनिया उस पल का दीदार करेगी, जिसका 500 वर्षों से इंतजार था। आयोजन भव्यतम है तो इसका दीदार भी दिव्यतम होना चाहिए। इसी परिकल्पना के साथ योगी सरकार की मंशानुरूप यहां फ्लोटिंग स्क्रीन का निर्माण कराया जा रहा है। दावा है कि यह देश की सबसे बड़ी फ्लोटिंग स्क्रीन है, जो अयोध्या के विकास गाथा की अलग कहानी भी बयां करेगी।

इसके लिए नगर निगम व सेंचुरी हॉस्पिटैलिटी-मेगावर्स एसोसिएट के मध्य अगस्त में MoU हुआ था। इस पर 22 जनवरी को श्रीराम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा औऱ उसके बाद अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों को करीब से आगंतुक-पर्यटक व स्थानीय नागरिक देख सकेंगे। योगी आदित्यनाथ की सांस्कृतिक अयोध्या सजाने की थीम को इसके जरिए देश-दुनिया से आने वाले अधिक से अधिक लोग जानें, ऐसा प्रयास हो रहा है।

दावा- यह देश की सबसे बड़ी स्क्रीन

इसका निर्माण कराने वाली कंपनी के प्रबंध निदेशक अक्षय आनंद ने बताया कि यह देश की अब तक की सबसे बड़ी फ्लोटिंग स्क्रीन होगी। 1800 स्क्वायर फीट की वेसेल का निर्माण इंडियन रजिस्टर ऑफ शिपिंग (IRS) की देखरेख में चल रहा है। इसकी स्क्रीन 1100 स्क्यवायर फ़ीट की होगी। अयोध्या के चौधरी चरण सिंह घाट पर नवंबर के प्रथम सप्ताह में इसका निर्माण शुरू हुआ था, बाद में इसे आरती घाट पर लगाया जाएगा। इसके लिए नगर निगम से अगस्त में एमओयू किया गया था।

योगी के सांस्कृतिक अयोध्या की थीम को अवलोकित करेगा फ्लोटिंग स्क्रीन

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 8 थीम पर अयोध्या को प्रकाशमान करने की योजना बनाकर यहां का निरंतर विकास सुनिश्चित करा रहे हैं। इसी क्रम में सांस्कृतिक अयोध्या के दृष्टिगत भी इसे नई उड़ान दी जा रही है। इसके दृष्टिगत इस स्क्रीन पर सबसे पहले 22 जनवरी को राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम का प्रसारण होगा, इसके बाद यहां अयोध्या की आध्यात्मिक सांस्कृतिक, पौराणिक गाथा व महत्ता का दृश्यांकन होगा। साथ ही यहां अन्य आयोजनों से जुड़े कार्यक्रम भी दिखाए जाएंगे।

रिकॉर्ड समय में पूरा होगा काम

आनंद के मुताबिक इसके निर्माण में काफी समय लगता है। इसमें विशाखापट्टनम के 60-70 से कारीगर लगे हैं। रात-दिन काम कराकर इसे रिकॉर्ड समय (19 जनवरी) में पूरा करा लिया जाएगा। पीएम मोदी व सीएम योगी के मेड इन इंडिया की अवधारणा के अनुरूप ही इस पर काम हो रहा है।

अभी यह बायोडीजल से संचालित की जाएगी, लेकिन योजना है कि अग्रिम दिनों में इसे सोलर से संचालित किया जाए। फिलहाल इसे चौधरी चरण सिंह घाट से लक्ष्मण घाट तक लगभग तीन किमी. दूरी में गहरे जल के समीप ही संचालित किया जाएगा, लेकिन सरयू के जल के प्रवाह के मद्देनजर इस फ्लोटिंग स्क्रीन का दायरा भी बढ़ता जाएगा।

फ्लोटिंग रेस्तरां का भी जल्द होगा निर्माण

प्राण-प्रतिष्ठा के उपरांत पांच हजार वर्ग फीट के फ्लोटिंग रेस्तरां के निर्माण की भी योजना है। इसे लेकर एमओयू हो चुका है। फ्लोटिंग स्क्रीन के सफल संचालन के बाद कंपनी इस योजना पर कार्य शुरू करेगी। आधुनिक सुविधाओं से युक्त यह रेस्तरां अयोध्या आने वाले पर्यटकों को आधुनिक सुविधाओं का आभार कराएगा। रेस्तरां में भी खानपान, संस्कृति के साथ ही ऐसी स्क्रीन लगाई जाएगी, जिस पर राम की गाथा-कथा आदि की भी प्रस्तुति होगी।

उत्तर प्रदेश

आमजन को शीतलहर से बचाने में जुटी योगी सरकार, जनपदों को आवंटित किए 20 करोड़

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लखनऊ| योगी सरकार ने ठंड को देखते हुए प्रदेशवासियों को शीतलहर से बचाने के लिए कंबल और अलावा के लिए विभिन्न जिलों को पहली किस्त जारी कर दी है। योगी सरकार ने करीब 20 करोड़ आवंटित करते हुए निराश्रित, असहाय एवं कमजोर वर्ग के लोगों को राहत देने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि जरुरतमंदों को वितरित किये जाने वाले कंबलों की गुणवत्ता उच्च क्वालिटी की होनी चाहिए। साथ ही सभी जिलाधिकारियों और मंडलायुक्तों को निराश्रित व्यक्तियों, शरणार्थियों और प्रभावितों के अस्थायी आवास, भोजन, वस्त्र एवं चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिये हैं। राहत विभाग ने सभी जिलाधिकारियों को धनराशि आवंटित कर दी है। जिलाधिकारियों द्वारा कंबल और अलाव के लिए टेंडर जारी कर दिया गया है।

गाजीपुर, बुलंदशहर, गोरखपुर के लिए सबसे ज्यादा धनराशि आवंटित

राहत आयुक्त भानु चंद्र गोस्वामी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश के हर कमजोर वर्ग के साथ हमेशा खड़े रहते हैं। योगी सरकार की ओर से कई कल्याणकारी योजनाएं भी चलायी जा रही हैं। सरकार कमजोर, असहाय वर्ग के लोगों को आपदा से बचाने के लिए प्रतिबद्ध है। ठंड की शुरुआत के साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर शीतलहरी से निपटने के लिए 351 तहसील को कंबल के लिए पहली किस्त के रूप में 17.55 करोड़ रुपये आवंटितक किए गए हैं। वहीं अलाव के लिए एक करोड़ 75 लाख 50 हजार रुपये आवंटित किए गए। विभाग ने पहली किस्त के रूप में कुल उन्नीस करोड़ तीस लाख पचास हजार रुपये आवंटित किये हैं। इसमें 38 लाख 50 हजार रुपये की सर्वाधिक धनराशि गाजीपुर, बुलंदशहर, गोरखपुर, सीतापुर और लखीमपुर खीरी के लिए आवंटित की गई है। सभी मंडलायुक्त एवं जिलाधिकारियों को ठंड से निपटने के लिए आवश्यक निर्देश दिए गए हैं।

शेल्टर होम पर व्यवस्थापक का नाम और मोबाइल नंबर अवश्य दर्शाएं

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शीतलहरी से निपटने के लिए जिलाधिकारियों, मुख्य विकास अधिकारियों, अपर जिलाधिकारियों, उपजिलाधिकारियों एवं तहसीलदारों को अपने-अपने क्षेत्रों में भ्रमण कर निराश्रित, असहाय एवं कमजोर वर्ग के लोगों को चिह्नित करने के निर्देश दिये हैं। शीतलहरी से किसी भी व्यक्ति की मृत्यु न हो, यह सुनिश्चित करने को कहा गया है। सभी नगर पंचायत, नगर पालिका, नगर निगम एवं ग्रामीण इलाकों के सार्वजनिक स्थलों पर आवश्यकतानुसार अलाव जलाने को कहा गया है। इसके अलावा हर शहर की सीमा के तहत मुख्य मार्गों एवं विशेषकर दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्रों में सफेद थर्मोप्लास्टिक पेंट द्वारा पट्टियों को दर्शाने, रिफलेक्टर, सोलरकैट साईन एवं डेलिवेटर लगाने का काम समय से पूरा करने को कहा गया है, जिससे कोहरे के कारण दुर्घटना न हो। इसके अलावा अभियान चलाकर ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में कृषि कार्यों में उपयोग में आने वाली ट्रैक्टर ट्रालियों के पीछे रेडियम की पीली पट्टी लगवाने को कहा गया है, जिससे कोहरे के कारण होने वाली दुर्घटनाओं पर नियत्रंण किया जा सके। शासन ने निर्देश दिया है कि सभी नगर निगम, नगर पालिका, नगर पंचायत में समय रहते रैन बसेरे एवं शेल्टर होम आदि की स्थापना कर ली जाए। रैन बसेरों-शेल्टर होम पर व्यवस्थापक का नाम और मोबाइल नंबर अवश्य दर्शाया जाए। जनपद के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा रात में औचक निरीक्षण भी किया जाए।

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