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नेशनल

कांग्रेस के पूर्व नेता संजय निरुपम आज थामेंगे शिवसेना (शिंदे गुट) का दामन, एकनाथ शिंदे भी रह सकते मौजूद

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मुंबई। कांग्रेस के पूर्व नेता संजय निरुपम आज शिवसेना शिंदे गुट में शामिल होंगे। माना जा रहा था कि संजय निरुपम कांग्रेस छोड़ने के बाद मुम्बई की उत्तर-पश्चिम लोकसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ सकते हैं। अब तक मिली जानकारी के मुताबिक, संजय निरुपम शुक्रवार 3 मई की तारीख को दोपहर करीब 3 बजे शिवसेना में शामिल होंगे। जानकारी मिली है कि संजय निरुपम को पार्टी में शामिल करवाने के लिए खुद शिवसेना के प्रमुख और राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे भी मौजूद रहेंगे। शिवसेना में शामिल होने वक्त संजय निरुपम सैकड़ों समर्थक भी उनके साथ होंगे।

बता दें कि महाराष्ट्र स्थापना दिवस के मौके पर संजय निरुपम ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुलाकात की थी। इसके बाद उनके शिवसेना में लौटने की संभावना बढ़ गई थी। दो मई संजय निरुपम ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शिवसेना में शामिल होने का ऐलान कर दिया था। इसके बाद संजय निरुपम ने एक वीडियो संदेश में कहा कि नमस्कार, आखिरकार फैसला हो गया है। तीन मई को दोपहर तीन बजे शिवसेना में प्रवेश का कार्यक्रम है। मैं तमाम समर्थकों के साथ मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की उपस्थिति में शिवसेना में प्रवेश करूंगा।

संजय निरुपम ने अपील की है कि उनके समर्थक मंत्रालय के समाने बाल साहेब भवन पर उपस्थित रहें। मुंबई नॉर्थ वेस्ट सीट शिवसेना यूबीटी (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) को मिलने पर कांग्रेस छोड़ने का ऐलान कर दिया था। पार्टी ने उन्हें साथ में ही सस्पेंड कर दिया था।

कांग्रेस से इस वजह से नाराज थे संजय निरुपम

शिवसेना उद्धव गुट ने मुंबई नॉर्थ वेस्ट सीट से अमोल कीर्तिकर को मैदान में उतार दिया है जबकि इस सीट से खुद संजय निरुपम चुनाव लड़ना चाहते थे। इसके बाद संजय निरुपम ने अपनी ही पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को सवालों के कठघरे में खड़ा किया था। उन्होंने कांग्रेस पर महाविकास अघाड़ी सरकार के समक्ष नतमस्तक होने का आरोप लगाया था। इसके बाद मल्लिकार्जुन खरगे ने संजय निरुपम को तत्काल प्रभाव से 6 सालों के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया था।

नेशनल

संसद में धक्का-मुक्की के दौरान घायल हुए बीजेपी के दोनों सांसद हुए अस्पताल से डिस्चार्ज

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नई दिल्ली। संसद परिसर में 19 दिसंबर को हुई धक्का-मुक्की की घटना में घायल हुए भारतीय जनता पार्टी के सांसद प्रताप सारंगी और मुकेश राजपूत को दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल से चार दिन बाद डिस्चार्ज कर दिया गया है। बता दें कि 19 दिसंबर को संसद परिसर में विपक्ष और एनडीए के सांसदों के बीच धक्का-मुक्की हो गई थी। इस धक्का-मुक्की के दौरान बीजेपी सांसद प्रताप सारंगी और मुकेश राजपूत घायल हो गए थे। उनके सिर में गंभीर चोट आई थी। उसके बाद उन्हें दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्हें सिर में चोट आई थी और ब्लड प्रेशर की भी समस्या हो गई थी।

संसद परिसर में धक्का-मुक्की के बाद घायल हुए बीजेपी के दोनों सांसदों को अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया था। उसके दो दिन बाद यानी 21 दिसंबर को उन्हें एक वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। एक वरिष्ठ डॉक्टर ने कहा कि, “दोनों सांसदों की हालत अब काफी बेहतर है और उन्हें छुट्टी दे दी गई है। राम मनोहर लोहिया अस्पताल के डॉ. शुक्ला एमएस ने पहले कहा था कि, ‘एमआरआई और सीटी स्कैन में चोट के संबंध में कुछ भी महत्वपूर्ण बात सामने नहीं आई है।

बता दें, कांग्रेस के राहुल गांधी पर ये आरोप लगाया गया कि उन्होंने भाजपा के सांसदों को धक्का मारा जिस वजह से वे घायल हो गए। दोनों को अस्पताल में तुरंत भर्ती करवाया गया।जानकारी के मुताबिक, इस घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी फोन पर घायल सांसदों से बात की थी। इसके अलावा, उन्होंने सांसद मुकेश राजपूत से कहा, “पूरी देखभाल करना, जल्दबाजी नहीं करना और पूरा इलाज कराना।”

घटना को लेकर बीजेपी ने विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर आरोप लगाया था कि उन्होंने धक्का देकर बीजेपी सांसदों को घायल कर दिया। बीजेपी ने इस घटना को लेकर राहुल गांधी को जिम्मेदार ठहराया। वहीं दूसरी तरफ, कांग्रेस ने इन आरोपों को खारिज करते हुए पलटवार भी किया है जिसमें बीजेपी पर ये आरोप लगाया कि उनके सांसदों ने धक्का-मुक्की की थी, जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे चोटिल होते-होते बचे। फिलहाल घायल सांसद डॉक्टरों की निगरानी में हैं और पूरी तरह से स्वस्थ होने तक आराम करेंगे।

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