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अनंतनाग में फर्जी वोटिंग के आरोपों के बीच मतगणना बाधित

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अनंतनाग में फर्जी वोटिंग के आरोपों के बीच मतगणना बाधित

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अनंतनाग में फर्जी वोटिंग के आरोपों के बीच मतगणना बाधित

अनंतनाग| जम्मू एवं कश्मीर में अनंतनाग विधानसभा क्षेत्र उपचुनाव के लिए शनिवार सुबह शुरू हुई मतगणना में कुछ ही देर बाद उस समय व्यवधान पैदा हो गया, जब कांग्रेस समर्थकों ने फर्जी वोटिंग के आरोप लगाए। उस समय तक राज्य की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी से लगभग 3,000 वोटों से आगे चल रही थी। हालांकि, मतगणना फिर जल्द ही बहाल कर दी गई। कांग्रेस उम्मीदवार हिलाल अहमद शाह के समर्थकों ने ‘बिना सीलबंद डाक मत-पत्रों’ को लेकर विरोध जताया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।

शाह ने आरोप लगाया कि मतदान पेटियां उचित रूप से सीलबंद नहीं थीं और ये वास्तव में फर्जी वोट हैं। पीठासीन अधिकारी ने उनकी शिकायत दरकिनार कर दी, जिसके बाद अनंतनाग के गवर्मेट डिग्री कॉलेज के मतगणना सभागार के भीतर हंगामा शुरू हो गया और मतगणना की प्रक्रिया बाधित हुई।

कांग्रेस कार्यकर्ताओं के सभागार से निकलने के बाद मतगणना दोबारा शुरू कर दी गई, लेकिन कार्यकर्ताओं ने कॉलेज के लॉन में विरोध जारी रखा। दौ दौर की मतगणना के बाद महबूबा मुफ्ती को लगभग 4,200 वोट और शाह को लगभग 1,200 वोट मिलने की सूचना है।

मतगणना शनिवार सुबह शुरू हुई। नतीजों का ऐलान दोपहर से पहले तक हो सकता है। अनंतनाग में 22 जून को उपचुनाव हुए थे। अनंतनाग से चुनाव लड़ रहे आठ उम्मीदवारों में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की महबूबा मुफ्ती भी हैं। अन्य उम्मीदवारों में कांग्रेस के शाह और नेशनल कांफ्रेंस के इफ्खिार हुसैन मिसगर शामिल हैं।

निर्वाचन क्षेत्र में 84,000 से अधिक योग्य मतदाता हैं, जिनमें से लगभग 28,500 ने अलगाववादी नेताओं और आतंकवादियों की ओर से मतदान के बहिष्कार की अपील के बावजूद बुधवार को मतदान में हिस्सा लिया। तत्कालीन मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद के निधन के बाद अनंतनाग में उपचुनाव जरूरी हो गए थे।  सईद का सात जनवरी को नई दिल्ली में बीमारी से निधन हो गया था।

आध्यात्म

आज है गोवर्धन पूजा, जानें पूजन विधि व शुभ मुहूर्त

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govardhan puja

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हिंदू पंचांग के अनुसार, कार्तिक माह में शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि पर गोवर्धन पूजा (Govardhan Puja) की जाती है। यानी दिवाली अगले दिन ये पर्व मनाया जाता है। इस साल गोवर्धन पूजा 2 नवंबर को मनाई जाएगी। पंचांग के अनुसार, कार्तिक महीने के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि 1 नवंबर की शाम 6 बजकर 16 मिनट पर शुरू हो रही है और यह 2 नवंबर की रात 8 बजकर 21 मिनट पर खत्म होगी। इस तरह से गोवर्धन पूजा का सही दिन 2 नवंबर ही माना गया है। गोवर्धन पूजा को अन्नकूट के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन महिलाएं अपने घर के आंगन में गोबर से गोवर्धन पर्वत की आकृति बनाती हैं और उसकी पूजा करती हैं।

गोवर्धन पूजा मुहूर्त

इस दिन पूजा का शुभ मुहूर्त दोपहर 3 बजकर 23 मिनट से शाम 5 बजकर 35 मिनट तक है। इस समय पूजा करना शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन विधिपूर्वक पूजा करने से भगवान का आशीर्वाद मिलता है।

गोवर्धन पूजा विधि

गोवर्धन पूजा के दिन सुबह काल जल्दी उठकर स्नानादि करें। फिर शुभ मुहूर्त में गाय के गोबर से गिरिराज गोवर्धन पर्वत की आकृति बनाएं और साथ ही पशुधन यानी गाय, बछड़े आदि की आकृति भी बनाएं।

इसके बाद धूप-दीप आदि से विधिवत पूजा करें। भगवान कृष्ण को दुग्ध से स्नान कराने के बाद उनका पूजन करें। इसके बाद अन्नकूट का भोग लगाएं।

गोवर्धन पूजा का महत्व

मान्यताओं के अनुसार, भगवान कृष्ण के द्वारा ही सर्वप्रथम गोवर्धन पूजा आरंभ करवाई गई थी और गोवर्धन पर्वत तो अपनी उंगली पर उठाकर इंद्रदेव के क्रोध से ब्रज वासियों और पशु-पक्षियों की रक्षा की थी। गोवर्धन पूजा में गिरिराज के साथ कृष्ण जी के पूजन का भी विधान है। इस दिन अन्नकूट का विशेष महत्व माना जाता है।

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