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उत्तर प्रदेश

बुधवार को होगा उद्यमियों के महाकुंभ यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो 2.0 का भव्य शुभारंभ

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लखनऊ। आस्था का महाकुंभ अभी भले ही दूर हो, लेकिन उद्यमियों की आशाओं और संभावनाओं का महाकुंभ यानी उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो (UPITS) के दूसरे संस्करण का शुभारंभ बुधवार को ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो मार्ट में होने जा रहा है। बुधवार सुबह 12 बजे उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में इस मेगा शो का शुभारंभ करेंगे। दूसरा संस्करण पहले संस्करण से भी बड़ा होने जा रहा है। इसकी पहुंच, व्यापार, और संभावनाओं के मामले में बड़ी आकांक्षाएं हैं। इस भव्य आयोजन के माध्यम से दुनिया प्रदेश के क्राफ्ट, कुजीन और कल्चर से रूबरू होगी। इसमें उत्तर प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में निर्मित और बनाए गए उत्पादों को प्रदर्शित किया जाएगा, तो भारत और वियतनाम का जायका भी आगंतुकों को आकर्षित करेगा। वहीं, सांस्कृतिक कार्यक्रमों के जरिए उन्हें प्रदेश के कल्चर से भी अवगत कराया जाएगा। शो का समापन 29 सितंबर को केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल द्वारा किया जाएगा।

साढ़े 3 लाख से ज्यादा लोगों के आने की संभावना

एमएसएमई, खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री राकेश सचान ने बताया कि यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो आज विश्वपटल पर ब्रांड यूपी की पहचान बन गया है। आयोजन में 2500 स्टाल्स एवं प्रदर्शनियों के माध्यम से देश-दुनिया के सामने उत्तर प्रदेश के हुनर को प्रदर्शित किया जा रहा है। अब तक 70 देशों के 350 से अधिक क्रेताओं द्वारा अपना प्रतिभाग करने हेतु पंजीकरण कराया जा चुका है, यह संख्या और भी बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि आयोजन में 3,50,000 से अधिक लोगों के आने की संभावना है, जो विगत वर्ष से भी अधिक है।

फैशन शो का भी होगा आयोजन

उन्होंने बताया कि इंडियन काउंसिल फॉर कल्चरल रिलेशंस के सहयोग से वियतनाम, बोलीविया, रूस, वेनेजुएला, मिश्र एवं कजाकिस्तान के सांस्कृतिक ग्रुप्स द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजन भी किए जाएंगे। उत्तर प्रदेश के परम्परागत परिवेश एवं परिधान को दुनिया के सामने एक फैशन शो के माध्यम से प्रदर्शित किया जाएगा। फैशन शो में कपड़ा मंत्री, भारत सरकार गिरिराज किशोर द्वारा शोभा शोभा बढ़ाई जाएगी। शुभारम्भ सत्र में देश के एमएसएमई मंत्री जीतन राम मांझी एवं प्रदेश के औ‌द्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल नंदी द्वारा प्रतिभाग किया जाएगा।

अभिनव उत्पादों को किया जाएगा शोकेस

उन्होंने कहा कि यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो 2024 में उत्तर प्रदेश के विभिन्न विभागों ‌द्वारा अपने अभिनव प्रयासों, उत्पादों को शोकेस किया जा रहा है। ओडीओपी, खादी एवं ग्रामो‌द्योग, ग्राम्य विकास तथा संस्कृति एवं सूचना विभाग द्वारा विभिन्न प्रदर्शनियों के माध्यम से अपनी उपलब्धियों को शोकेस किया जा रहा है। साथ ही साथ प्रदेश के उभरते निर्यातकों द्वारा अपने उत्पादों के प्रदर्शन के माध्यम से अपनी दक्षता का परिचय दिया जाएगा। रक्षा विनिर्माण के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश की उपलब्धियों को इस आयोजन के माध्यम से दर्शाया जा रहा है। स्टार्ट अप, ई-कॉमर्स, एक्सपोर्ट्स आदि विषयों पर तकनीकी सत्रों का भी आयोजन किया जा रहा है, जिसके माध्यम से उद्यमियों और युवाओं को एक नई दिशा एवं दृष्टि प्राप्त होगी।

प्रसिद्ध कलाकार देंगे प्रस्तुतियां

इस आयोजन में कई आकर्षक गतिविधियों का समावेश होगा, जिसमें सम्मेलन, उत्पाद प्रदर्शन, फैशन शो और लेजर शो शामिल हैं। इसके अलावा, उत्तर प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों ब्रज, अवध, रोहिलखंड, बुंदेलखंड, पूर्वांचल, और पश्चिमी यूपी की सांस्कृतिक प्रस्तुतियां, संस्कृति विभाग द्वारा प्रस्तुत की जाएंगी। दर्शक शिव तांडव और कथक नृत्य नाटकों जैसी शास्त्रीय नृत्य प्रस्तुतियों का आनंद ले सकेंगे, जो उन्हें मंत्रमुग्ध कर देंगी। प्रसिद्ध कलाकार जैसे अंकित तिवारी, कनिका कपूर और पलाश सेन का यूफोरिया बैंड अपने संगीत से दर्शकों का दिल जीतेगा। इसके अलावा, इस वर्ष के पार्टनर कंट्री वियतनाम की अंतर्राष्ट्रीय सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी होंगी। साथ ही आईसीसीआर (भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद) के सहयोग से बोलीविया, रूस, बांग्लादेश, कजाकिस्तान, ब्राज़ील, वेनेजुएला और मिस्र के कलाकार भी अपनी प्रस्तुतियां देंगे।

शाम 3 से रात 10 तक आम विजिटर्स के लिए खुली रहेगी प्रदर्शनी

यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो में 11 बजे से 3 बजे तक बिजनस आवर्स होंगे, जबकि शाम 3 बजे से रात 10 बजे तक फेयर आम लोगों के लिए खुला रहेगा। इसमें लोग आकर प्रदेश के हस्तशील और वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट्स को देख सकेंगे।

यूपीआईटीएस 2024 में यह है विभागों की सहभागिता

विभाग व सेक्टर स्थान फोकस क्षेत्र
इन्वेस्ट यूपी हॉल 1 प्रदेश में निवेश आकर्षण
यूपीसीडा हॉल 1 औद्योगिक क्षेत्रों में निवेश आकर्षण
उद्घाटन व सेमिनार हॉल 2 विभिन्न कार्यक्रमों का संचालन
यीडा हॉल 3 यमुना एक्सप्रेवे क्षेत्र में निवेश आकर्षण
जीनीडा हॉल 3 ग्रेटर नोएडा में निवेश व विकास
विभिन्न विभाग हॉल 4 यूपी एट अ ग्लांस
यूपीएलसी हॉल 5 यूपी इलेक्ट्रॉनिक्स हब में निवेश व विकास
उच्च शिक्षा हॉल 6 प्रदेश में शिक्षा क्षेत्र में विकास व निवेश
विभिन्न बैक हॉल 6 विभिन्न योजनाओं के लिए लोन उपलब्धता
इंश्योरेंस फर्म्स हॉल 6 विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत बीमा उपलब्धता
विकास प्राधिकरण हॉल 6 अर्बन डेवलपमेंट की विकास परियोजनाओं में निवेश
स्वच्छता मिशन हॉल 6 प्रदेश में स्वच्छता परियोजनाओं में पार्टनरशिप
जीआई टैग उत्पाद हॉल 6 विभिन्न जीआई टैग वाले प्रोडक्ट्स का प्रमोशन
कौशल विकास हॉल 6 कौशल विकास की परियोजनाओं में निवेश
पर्यटन विभाग हॉल 7 पर्यटन क्षेत्र में बढ़ते अवसरों में निवेश
नोएडा एयरपोर्ट हॉल 7 जेवर एयरपोर्ट में विकास परियोजनाओं में निवेश
नमामि गंगे हॉल 7 परियोजना के अंतर्गत सहभागिता पर फोकस
नोएडा प्राधिकरण हॉल 7 विकास परियोजनाओं में निवेश के अवसर
जल संसाधन हॉल 7 विभिन्न परियोजनाओं में सहभागिता के अवसर
स्वच्छता मिशन हॉल 7 प्रदेश में स्वच्छता बढ़ाने के लिए नवाचार
ऊर्जा विभाग हॉल 8 ऊर्जा क्षेत्र में निवेश व सहभागिता के अवसर
यूपीनेडा हॉल 8 स्वच्छ ऊर्जा क्षेत्र में नवाचार व निवेश
यूपीडा हॉल 8 एक्सप्रेसवे क्षेत्र में विकास व निवेश के अवसर
रक्षा क्षेत्र हॉल 8 डिफेंस कॉरीडोर में निवेश के अवसर
ईको टूरिज्म हॉल 8 ईको टूरिज्म में विकास व निवेश
ओडीओपी हॉल 9 ओडीओपी प्रोडक्ट्स की शोकेसिंग
एमएसएमई हॉल 10 एमएसएमई सेक्टर में निवेश के अवसर
यूपीएसआरएलएम हॉल 11 ग्रामीण रोजगार के विकास में निवेश
एफएसडीए हॉल 11 खाद्य क्षेत्र में सहभागिता
आयुष हॉल 11 प्रदेश में स्वास्थ्य क्षेत्र में निवेश
हेल्थ, मेडिकेयर हॉल 11 प्रदेश में चिकित्सा क्षेत्र में निवेश
बागवानी हॉल 12 खेती बागवानी के उत्पादों का प्रदर्शन
खाद्य प्रसंस्करण हॉल 12 खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में निवेश व सहभागिता
एग्री सेक्टर हॉल 12 एग्री सेक्टर में नवाचार व निवेश के अवसर
मंडी परिषद हॉल 12 मंडी क्षेत्र में निर्यात आधारित नवाचार पर फोकस
डेयरी हॉल 12 डेयरी विकास में नवाचार
पशुधन विभाग हॉल 12 पशुधन विभाग में नवाचार
मत्स्य पालन हॉल 12 मत्स्य उत्पादन क्षेत्र में नवाचार
गन्ना विकास हॉल 12 चीनी एवं गन्ना विकास में नवाचार व निवेश
एक्सपोर्ट हॉल 14 एक्सपोर्ट एक्सिलेंस टाउन के लिए पार्टनरशिप
टेक्सटाइल हॉल 15 हैंडलूम व टेक्सटाइल में निर्यात व निवेश के अवसर
खादी ग्रामोद्योग हॉल 15 खादी व ग्रामोद्योग क्षेत्र में निवेश के अवसर
रियल स्टेट हॉल 15ए प्रदेश में रियल स्टेट में निवेश व नवाचार
ऑटोमोबाइल हॉल 15ए प्रदेश में निर्माण इकाइयों की स्थापना बढ़ाने पर जोर
ईवी सेक्टर हॉल 15ए प्रदेश को ईवी सेक्टर का हब बनाने पर फोकस

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उत्तर प्रदेश

सीएम योगी का निर्देश- 10 अक्टूबर से पहले सड़कों को बनाएं गड्ढामुक्त

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लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आगामी दिनों में शारदीय नवरात्रि, दशहरा तथा दीपावली आदि पर्व और त्योहारों के दृष्टिगत प्रदेश की सड़कों को गड्ढामुक्त बनाने के लिए जारी विशेष अभियान 10 अक्टूबर तक सम्पन्न करने के निर्देश दिए हैं। मंगलवार को विभिन्न विभागों के साथ बैठक करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्व व त्योहारों पर प्रदेश में आवागमन सामान्य की अपेक्षा अधिक होता है। बड़ी संख्या में विदेशी पर्यटक भी आते हैं। हर एक आदमी के लिए सड़क पर चलना सुखद अनुभव वाला हो, यह हम सभी की साझा जिम्मेदारी है। गड्ढामुक्ति/सड़कों की मरम्मत का काम अच्छी गुणवत्ता के साथ होना चाहिए।

मुख्यमंत्री जी ने मंडी परिषद को निर्देश देते हुए कहा कि किसान सड़कों का सबसे बड़ा उपभोक्ता है। किसानों की सुविधा का खास ध्यान रखा जाए। एफडीआर पद्धति से सड़कें बनाई जाएं। इस पद्धति के माध्यम से प्राकृतिक संसाधनों, धन व समय की बचत होती है तथा कार्य की गुणवत्ता में सुधार होता है। उन्होंने कहा कि मंडी समिति के अंतर्गत आने वाली सभी सड़कों की मरम्मत एवं ड्रेनेज का कार्य निर्धारित समय में पूर्ण किया जाए। क्वालिटी का विशेष ध्यान रखा जाए। वहीं, एनएचएआई के अधिकारियों से संवाद करते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जब तक हाईवे का निर्माण कार्य पूर्ण न हो जाए तब तक टोल टैक्स की वसूली न की जाए।

गड्ढा मुक्ति अभियान के लिए विभागीय कार्ययोजना से अवगत होते हुए मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि सड़कों के लिए बजट का कोई अभाव नहीं है, आवश्यकता है कि सभी विभाग बेहतर नियोजन करें। उन्होंने सभी विभागों को यह निर्देश दिए कि यह सुनिश्चित किया जाए कि सड़क बनाने वाली एजेंसी/ठेकेदार सड़क बनने के अगले 05 वर्ष तक उसके अनुरक्षण की जिम्मेदारी भी उठाएगा। इस बारे में नियम-शर्ते स्पष्ट रूप से उल्लिखित की जाएं। विभागीय मंत्री व अधिकारी फील्ड में रैंडम दौरा कर निर्माण परियोजनाओं की साप्ताहिक समीक्षा करें। कार्यों के प्रति जवाबदेही भी तय की जाय। मुख्यमंत्री जी ने कार्य को मैनुअल के स्थान पर मैकेनाइज़्ड किये जाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि सभी विभागों के पास सड़क मरम्मत के लिए पर्याप्त इक्विपमेंट होने चाहिए। सड़कों के पैच ठीक करने की कार्रवाई ऑटो मोड पर की जानी चाहिए।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सड़कों पर किए जाने वाले बेतरतीब कार्यों से दुर्घटना होने की संभावना बनती है। सड़कों पर सीवर लाइन तथा पाइपलाइन आदि डालने के बाद ठीक ढंग से मरम्मत की जानी चाहिए। सड़कों पर ऊंचे ब्रेकर से दुर्घटना होने की संभावना बनती है। अतः सड़कों पर टेबल टॉप ब्रेकर का निर्माण किया जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि गड्ढामुक्ति और नवनिर्माण के अभियान की जियो टैगिंग कराई जाए। इसे पीएम गतिशक्ति पोर्टल से जोड़ा जाना चाहिए, साथ ही इसी तर्ज पर अपना पोर्टल भी विकसित किया जाना चाहिए ताकि कार्य की गुणवत्ता की अनवरत मॉनीटरिंग की जा सके।।एक्सप्रेसवे की मरम्मत का कार्य भी आगे बढ़ाया जाए, जिससे पर्व व त्योहारों पर लोगों का आवागमन सुगम हो सके। एमपी तथा एमएलए निधि के अंतर्गत बनी सड़कों की मरम्मत के लिए कार्य योजना तैयार करें।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि गन्ना विभाग द्वारा गन्ना समिति तथा विद्यालयों के भवनों की मरम्मत की जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में ग्राम सचिवालयों की अवधारणा को केंद्र सरकार ने मॉडल के रूप में स्वीकार किया है। ग्राम सचिवालयों की तर्ज पर गन्ना समिति के कार्यालयों का अपग्रेडेशन किया जाए। किसानों के लिए डिस्प्ले बोर्ड पर उपयोगी सूचनाएं प्रदर्शित की जाएं तथा किसानों की क्वेरीज का समाधान किया जाए।

प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर मंडी समिति तथा औद्योगिक प्रतिष्ठानों में सीएसआर पद्धति के माध्यम से पेयजल, टॉयलेट, कैंटीन आदि सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रस्ताव तैयार किया जाए। इस कार्य से महिला स्वयं समूहों को भी जोड़ा जाए। मंडियों में कैंटीन के माध्यम से किसानों के लिए कम कीमत में भोजन की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। औद्योगिक प्रतिष्ठानों में सुरक्षा व्यवस्था के लिए सीसीटीवी, स्ट्रीट लाइट तथा साफ सफाई आदि की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सभी जनपदों के नगर पंचायत,नगर निगम तथा नगर पालिका परिषदों में प्राइम लोकेशनों पर स्मार्ट रोड की अवधारणा को आगे बढ़ाया जाए। स्मार्ट रोड पर एक जैसी फसाड लाइट लगाई जाएं। नगर विकास विभाग भी शहरों की फसाड लाइटिंग में समरूपता प्रदर्शित करे। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में शहरीकरण का निरंतर विस्तार हो रहा है । अवैध कालोनियों को किसी भी दशा में विकसित न होने दिया जाए। सड़क, बिजली पानी आदि बुनियादी सुविधाओं की उपलब्धता के बाद ही नवीन कालोनियों का हैंडोवर कराया जाए।

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