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प्रादेशिक

हरियाणा: कहां है मॉडल दिव्या की लाश? पुलिस ने यहां जाकर की तलाश; अभी तक हाथ खाली

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Divya Pahuja Murder

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पटियाला। हरियाणा के गुरुग्राम के होटल में मॉडल दिव्या पाहुजा की हत्या के तार पटियाला से जुड़ने के बाद पुलिस ने शनिवार को गोताखोरों की मदद से भाखड़ा नहर में शव की तलाश के लिए अभियान शुरू किया। इस अभियान में कुल 45 गोताखोरों की टीम दिन भर जुटी रही।राजपुरा, घन्नौर, गंडाखेड़ी, पसियाना व समाना में नहर में मॉडल के शव की तलाश की गई। फिलहाल गोताखोरों को कोई सफलता नहीं मिली। ड्राइवर्स क्लब के प्रधान शंकर भारद्वाज के मुताबिक रविवार को पातड़ां व खन्नौरी में नहर में शव की तलाश की जाएगी।

गौरतलब है कि गुरुग्राम के होटल में मॉडल की हत्या के बाद लाश को बीएमडब्लयू गाड़ी में डालकर ले जाया गया था। वही बीएमडब्लयू गाड़ी बीते दिनों पटियाला में नए बस स्टैंड की पार्किंग में खड़ी मिली थी। इसकी पिछली सीट के नीचे बिछे पायदान पर खून के धब्बे भी मिले थे, लेकिन लाश नहीं मिली। साथ ही एक एनक भी मिली थी।

पटियाला पुलिस को शक है कि हो सकता है कि होटल मालिक के साथियों ने मॉडल की लाश को भी भाखड़ा नहर में ही फेंक दिया हो। इसके चलते भाखड़ा नहर में तलाश की जा रही है। क्लब प्रधान शंकर भारद्वाज ने बताया कि बड़ी नदी में भी तलाश की गई है, लेकिन वहां भी लाश नहीं मिली है। उधर, डीएसपी (डी) सुख अमृत सिंह रंधावा ने कहा कि तलाश जारी है। पुलिस हर तरह से मुस्तैद है।

होटल मालिक ने मिटाए थे सबूत

गैंगस्टर संदीप गाडौली की प्रेमिका दिव्या पहुजा की हत्या के बाद शव ठिकाने लगवाने से पहले होटल संचालक अभिजीत ने बीएमडब्ल्यू कार से ओल्ड दिल्ली रोड पर जाकर हत्या से जुड़े सबूत को नष्ट किया था। पांच दिन की पुलिस रिमांड के दौरान चल रही छानबीन में होटल मालिक अभिजीत ने पुलिस को बताया कि उसने दिव्या का पहचान पत्र, उसका एपल का मोबाइल व वारदात में इस्तेमाल पिस्टल को ओल्ड दिल्ली रोड पर कहीं फेंका था।

दिव्या पहुजा की हत्या के बाद पुलिस आयुक्त विकास अरोड़ा ने उसकी जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है। एसआईटी की ओर से गठित चार टीमों में दो टीमें पंजाब में अलग-अलग ठिकानों पर छापा मार रहीं हैं, जबकि दो टीमें यहां पर जांच में जुटी हैं। पुलिस की एक टीम ने दिल्ली के साउथ एक्सटेंशन में उसके आवास पर सर्च किया तो दूसरी टीम ओल्ड दिल्ली रोड पर होटल मालिक के बताए स्थानों पर सर्च कर रही है।

उसे अब तक हत्या से जुड़ा कोई सबूत नहीं मिला है। मॉडल दिव्या पहुजा की हत्या के बाद उसके शव को ठिकाने लगाने के बाद बलराज गिल शव को ले जाने के लिए घर पर खड़ी मिनी कूपर कार से गुरुग्राम आया था। जिसे उसने सेक्टर 14 थाना क्षेत्र यानी होटल के आसपास लावारिस हालत में छोड़ दिया था।

होटल से कुछ दूरी पर शव को बीएमडब्ल्यू की डिग्गी में रखकर अभिजीत उसके पास ले गया था। वहां से अभिजीत पैदल होटल में आया था, जबकि उसकी बीएमडब्ल्यू में दिव्या का शव लेकर बलराज चला गया था। बीएमडब्ल्यू को पुलिस पटियाला से लावारिस हालत में बरामद कर चुकी है।

अभिजीत के घर पर ही रहता था बलराज

पुलिस की छानबीन के दौरान पता चला है कि होटल मालिक की पत्नी एक निजी कंपनी में काम करती है। उससे अभिजीत के संबंध अच्छे नहीं हैं। उसकी बेटी शादी करके हांगकांग में सेटल हो गई है। पुलिस जांच में पता चला है कि बलराज गिल और अभिजीत की पत्नी की लगातार मोबाइल पर बात होती थी। बलराज गिल अभिजीत के घर में मालिक की तरह रहता था। साथ ही पंजाब से आने वाले सूखे नशे को अपने दोस्त अभिजीत को उपलब्ध कराता था।

गैंगस्टर संदीप की बहन ने उठाए सवाल

गैंगस्टर संदीप गाडौली की बहन ज्योतसना ने दिव्या पहुजा की हत्या के बाद सवाल उठाया है कि उसकी हत्या का सबसे अधिक फायदा किसे मिलेगा। उसकी हत्या के बाद जेल में बंद गैंगस्टर बिंदर गुर्जर व उसके भाई की हत्या के आरोपी पुलिस के लोगों को इसका फायदा मिलेगा। कमिश्नरेट की पुलिस अगर चाहती तो दिव्या की हत्या के बाद उसके शव को बरामद कर लेती, मगर उसकी लापरवाही के कारण उसका शव शहर से बाहर गया।

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उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश में हुई 559 वर्ग किमी. वन व वृक्ष आच्छादन की वृद्धि

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लखनऊ |  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में पिछले साढ़े सात वर्ष से चल रहा ‘पेड़ लगाओ-पेड़ बचाओ जनअभियान’ रंग ले आया। 2024 में 36.80 करोड़ से अधिक पौधरोपण करने वाले उत्तर प्रदेश में आईएसएफआर 2023 के अनुसार 559 वर्ग किमी. वन व वृक्ष आच्छादन से अधिक की वृद्धि हुई है। उत्तर प्रदेश से आगे केवल छत्तीसगढ़ है, जबकि अन्य सभी राज्य उत्तर प्रदेश से पीछे हैं। इस उपलब्धि पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के नेतृत्व में आए इस सकारात्मक पहल की बधाई दी। वहीं केंद्रीय वन-पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने भी इस उपलब्धि पर उत्तर प्रदेश को शुभकामना दी।

देहरादून में भारत वन स्थिति रिपोर्ट (आईएसएफआर) 2023 की रिपोर्ट प्रस्तुत की गई

🌳भारत का वन एवं वृक्ष आवरण 8,27,357 वर्ग किमी है, जो देश के भौगोलिक क्षेत्र का 25.17% है। इसमें 7,15,343 वर्ग किमी (21.76%) वन आवरण और 1,12,014 वर्ग किमी (3.41%) वृक्ष आवरण है।

🌳2021 के आकार-फ़ाइल आधारित मूल्यांकन की तुलना में वन एवं वृक्ष आवरण में 1,445 वर्ग किमी की वृद्धि हुई है, जिसमें वन आवरण में 156 वर्ग किमी और वृक्ष आवरण में 1289 वर्ग किमी की वृद्धि शामिल है।

🌳वन एवं वृक्ष आवरण में अधिकतम वृद्धि दिखाने वाले शीर्ष चार राज्यों में उत्तर प्रदेश दूसरे स्थान पर है। छत्तीसगढ़ (684 वर्ग किमी) के साथ शीर्ष पर है। ओडिशा का क्षेत्रफल (558.57 वर्ग किमी), राजस्थान (394 वर्ग किमी) व झारखंड (286.96 वर्ग किमी.) है।

इनसेट
इन राज्यों में हुई वृद्धि
राज्य एरिया
छत्तीसगढ़ 683.62 वर्ग किमी.
उत्तर प्रदेश 559.19 वर्ग किमी.
ओडिशा 558.57 वर्ग किमी.
राजस्थान 394.46 वर्ग किमी.
झारखंड 286.96 वर्ग किमी.

‘हरित उत्तर प्रदेश’ बनने की दिशा में तीव्रता से गतिमान है नया उत्तर प्रदेश:सीएम योगी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट ‘एक्स’ पर पोस्ट किया। उन्होंने लिखा कि नया उत्तर प्रदेश ‘हरित उत्तर प्रदेश’ बनने की दिशा में तीव्रता से गतिमान है। आईएसएफआर 2023 के अनुसार उत्तर प्रदेश में हुई 559 वर्ग कि.मी. की वन और वृक्ष आच्छादन की ऐतिहासिक वृद्धि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के आह्वान ‘एक पेड़ मां के नाम’ और भारतीय दर्शन ‘माता भूमिः पुत्रोऽहं पृथिव्याः’ भाव से उत्तर प्रदेश वासियों के जुड़ाव का प्रतिफल है।

मानवता के कल्याण को समर्पित इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए पौधरोपण अभियान से जुड़े सभी लोगों, प्रकृति प्रेमियों एवं प्रदेश वासियों को हार्दिक बधाई!

यूपी में लगाए गए 36.80 करोड़ से अधिक पौधे

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में एक दिन (20 जुलाई) को 36.51 करोड़ पौधरोपण कर इतिहास रचने वाले उत्तर प्रदेश ने 30 सितंबर तक 36.80 करोड़ से अधिक पौधरोपण किए। साढ़े सात वर्ष में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में 210 करोड़ पौधरोपण किये गए।

भारतीय वन सर्वेक्षण, देहरादून द्वारा वर्ष 2023 में प्रकाशित रिपोर्ट के परीक्षण करने पर उत्तर प्रदेश में वनावरण की स्थिति…

वनावरण

1. अति सघन वन 2,688.73 वर्ग कि०मी०
2. मध्यम सघन वन 4,001.41 वर्ग कि०मी०
3. खुला वन 8.355.66 वर्ग कि०मी०
4. कुल योग 15045.80 वर्ग कि०मी० (6.24%)
वृक्षावरण 8950.92 वर्ग कि0मी (3.72%)
कुल वनावरण व वृक्षावरण 23996.72 वर्ग कि0मी0 (9.96%)

भारतीय वन सर्वेक्षण, देहरादून द्वारा वर्ष 2021 (यथा संशोधित) में प्रकाशित रिपोर्ट में उत्तर प्रदेश से सम्बन्धित आंकड़े…
वनावरण

1. अति सघन वन 2655.29 वर्ग कि०मी०
2. मध्यम सघन वन 3995.53 वर्ग कि०मी०
3. खुला वन 8276.55 वर्ग कि०मी०
4. कुल योग 14927.37 वर्ग कि०मी० (6.20%)
5-वृक्षावरण 8510.16 वर्ग कि0मी0 (3.53%)
6-कुल वनावरण व वृक्षावरण 23437.53 वर्ग कि0मी0.( 9.73%)

सर्वाधिक वृद्धि वाले उत्तर प्रदेश के पांच जनपद

1- झांसी – 8597 एकड़
2- अमरोहा – 7769 एकड़
3- इटावा – 7127 एकड़
4- कानपुर नगर – 6249 एकड़
5- बिजनौर – 3343 एकड

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