प्रादेशिक
हरियाणा सरकार का फैसला- सेना और CRPF के शहीदों के परिवारों के लिए अनुग्रह राशि बढ़कर हुई 1 करोड़
चंडीगढ़। हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी ने सेना और CRPF के शहीद जवानों के परिवारों को बड़ी राहत देते हुए बड़ा ऐलान किया है। सेना और CRPF के शहीदों के परिवारों के लिए अनुग्रह राशि को 50 लाख से बढ़ाकर 1 करोड़ करने का फैसला लिया गया है।
गौरतलब है कि पहले भी कई बार शहीद जवानों के परिजनों के लिए अनुग्रह राशि को बढ़ाए जाने की मांग उठी थी। ऐसे में सरकार द्वारा अनुग्रह राशि को बढ़ाए जाने की घोषणा एक बड़ा फैसला है, जिससे शहीदों के परिजनों को आर्थिक रूप से काफी राहत मिलेगी।
बता दें कि अनुग्रह राशि, वह राशि होती है जिसे सरकार किसी व्यक्ति विशेष या उसके परिवार को हुए नुकसान या हानि की भरपाई के लिए भुगतान करती है। यह भुगतान लोगों को उनकी ओर से किसी दायित्व या ऋण की अपेक्षा किए बिना दिया जाता है।
इसका लाभ मृतक के परिजनों को मिलता है और वह आर्थिक रूप से अपने क्रियाकलापों को पूरा करने में सक्षम हो पाते हैं। 1957 के हिंदी आंदोलन मातृभाषा के सत्याग्रहियों के लिए जो मासिक पेंशन 15 हजार थी, उसे भी बढ़ा दिया गया है। इस पेंशन को बढ़ाकर 20 हजार रुपए करने का फैसला लिया गया है। खुद सीएम सैनी ने ये ऐलान किया है।
प्रादेशिक
37 करोड़ रुपये की लागत से बना देश का पहला ग्लास ब्रिज, सीएम एमके स्टालिन ने किया उद्घाटन
कन्याकुमारी। तमिलनाडु के कन्याकुमारी में समुद्र के ऊपर देश के पहले ग्लास ब्रिज यानी कि कांच के पुल का उद्घाटन कर दिया गया है। ये कांच का पुल 77 मीटर लंबा और 10 मीटर चौड़ा है जो कि कन्याकुमारी के तट पर विवेकानंद रॉक मेमोरियल और 133 फीट ऊंची तिरुवल्लुवर प्रतिमा को जोड़ता है। सोमवार की शाम तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने पुल का उद्घाटन किया है। आइए जानते हैं इस पुल की खूबियां।
देश का पहला ऐसा पुल
कन्याकुमारी के समुद्र तट पर बने इस कांच के पुल को देश का पहला ऐसा पुल बताया जा रहा है। ये पुल पर्यटकों को विवेकानंद रॉक मेमोरियल और तिरुवल्लुवर की प्रतिमा और आसपास के समुद्र का बेहतरीन दृश्य दिखाता है। एक पर्यटक अधिकारी ने कहा है कि इस पुल के ऊपर चलने से एक रोमांचक अनुभव प्राप्त होता है।
37 करोड़ रुपये की लागत
तमिलनाडु सरकार की ओर से इस कांच के पुल का निर्माण 37 करोड़ रुपये की लागत से कराया गया है। सीएम एमके स्टालिन ने पुल का उद्घाटन दिवंगत मुख्यमंत्री एम करुणानिधि द्वारा तिरुवल्लुवर प्रतिमा के अनावरण की रजत जयंती के अवसर पर किया है। उद्घाटन के बाद, मुख्यमंत्री स्टालिन, उपमुख्यमंत्री उदयनिधि स्टालिन, राज्य के मंत्री, सांसद कनिमोझी और वरिष्ठ अधिकारी आदि ने एक साथ पुल पर चल कर इसका अनुभव लिया।
पर्यटन को बढ़ावा देना है मकसद
इस ग्लास ब्रिज को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन की एक दूरदर्शी सोच के रूप में प्रस्तुत किया जा रहा है। इसका मकसद पर्यटकों को आधुनिक सुविधाएं प्रदान करते हुए पर्यटन को बढ़ावा देना है। यह कदम कन्याकुमारी को एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के प्रयासों का एक हिस्सा है। बता दें कि इस ग्लास ब्रिज को अत्याधुनिक तकनीक से बनाया गया है और इसे खारी हवा, जंग और तेज समुद्री हवाओं सहित कठोर समुद्री परिस्थितियों का सामना करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
-
लाइफ स्टाइल14 hours ago
ठंड के मौसम में Seasonal Flu से परेशान हैं तो अपनाएं ये उपाय
-
नेशनल3 days ago
मन की बात में बोले पीएम मोदी- हमारा संविधान हर कसौटी पर खरा उतरा है
-
खेल-कूद3 days ago
पीएम मोदी से मिले युवा चेस वर्ल्ड चैंपियन डी गुकेश
-
नेशनल3 days ago
तीसरी बार बेटी होने पर हैवान बना पति, पत्नी को किया आग के हवाले
-
नेशनल3 days ago
ओडिशा के कोरापुट जिले में बड़ा हादसा, चार यात्रियों की मौत 40 लोग घायल
-
मनोरंजन3 days ago
सलमान खान के 59वें जन्मदिन पर जामनगर में ग्रैंड पार्टी, भांजी आयत के साथ काटा केक
-
नेशनल2 days ago
BPSC : छात्रों का प्रदर्शन जारी, बिहार में चक्का जाम करने का ऐलान
-
उत्तर प्रदेश2 days ago
संभल हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों से मिलेगा सपा का प्रतिनिधिमंडल, देगा 5 लाख रुपए की आर्थिक मदद