Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

बिजनेस

एचडीएफसी ने अटल पेंशन योजना में जीते तीन पुरस्कार

Published

on

एचडीएफसी बैंक, अटल पेंशन योजना में जीते तीन पुरस्कार

Loading

एचडीएफसी बैंक, अटल पेंशन योजना में जीते तीन पुरस्कार

लखनऊ। एचडीएफसी बैंक ने अटल पेंशन योजना के दूसरे चरण में अपने प्रदर्शन के लिए पेंशन निधि विनियामक और विकास प्राधिकरण की तरफ से प्रमुख पुरस्कार हासिल किये हैं। एचडीएफसी बैंक को अटल पेंशन योजना में सबसे अधिक लाभार्थी नामांकित करने के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन वाले बैंक सहित तीन पुरस्कार मिले हैं।

ये पुरस्कार हैं

सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन वाला बैंक . अधिकतम अटल पेंशन योजना लाभार्थी

निजी बैंकों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन वाला बैंक

सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन वाला बैंक, निजी बैंकों में अटल पेंशन योजना महोत्सव (कार्निवाल)

दिल्ली में आयोजित एक समारोह में वित्त मंत्रालय के वित्तीय सेवा विभाग की विशेष सचिव सुश्री स्नेहलता श्रीवास्तव ने पेंशन फंड नियामक एवं विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष हेमंत कॉन्ट्रैक्टर की मौजूदगी में एचडीएफसी बैंक के समावेशी बैंकिंग पहल के प्रमुख विकास पांडे को सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन वाला बैंक, अधिकतम अटल पेंशन योजना लाभार्थी पुरस्कार दिया। एचडीएफसी बैंक ने इस योजना के पहले चरण में भी निजी बैंकों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन बैंक का पुरस्कार जीता था। इस योजना का पहला चरण जून 2015 में और दूसरा चरण फरवरी 2016 में शुरू किया गया।

ये पुरस्कार असंगठित क्षेत्र में काम कर रहे लोगों के लिए भारत सरकार की सामाजिक सुरक्षा पहल को बढ़ावा देने, जागरूकता पैदा करने और इस पहल से लोगों को जोड़ने में एचडीएफसी बैंक के योगदान को मान्यता देते हैं। एचडीएफसी बैंक ने इस योजना से अधिक से अधिक लोगों को जोड़ने का लक्ष्य रखते हुए अपनी 4,200 से अधिक शाखाओं के जरिये इस योजना को प्रस्तुत किया, क्योंकि अभी भारत की केवल 11प्रतिशत आबादी को किसी पेंशन योजना का लाभ मिलता है। अटल पेंशन योजना भारत सरकार की सामाजिक सुरक्षा योजना है। इसकी घोषणा केंद्रीय बजट 2015-16 में की गयी और इसका आरंभ 9 मई 2015 को हुआ। इसका उद्देश्य कम आय वाले वर्गों और असंगठित क्षेत्र में काम रहे लोगों को सेवानिवृत्ति का ध्यान रखते हुए बचत के लिए प्रोत्साहित करना है।

 

नेशनल

ऑनलाइन फूड ऑर्डरिंग ऐप को मनमानी करने पर 103 के बदले देने पड़ेंगे 35,453 रु, जानें क्या है पूरा मामला

Published

on

Loading

हैदराबाद। ऑनलाइन फूड ऑर्डरिंग ऐप स्विगी को ग्राहक के साथ मनमानी करना भारी पड़ गया। कंपनी की इस मनमानी पर एक कोर्ट ने स्विगी पर तगड़ा जुर्माना ठोक दिया। हैदराबाद के निवासी एम्माडी सुरेश बाबू की शिकायत पर उपभोक्ता आयोग ने बड़ा फैसला सुनाया है। बाबू ने आरोप लगाया था कि स्विगी ने उनके स्विगी वन मेंबरशिप के लाभों का उल्लंघन किया और डिलीवरी Food Delivery की दूरी को जानबूझकर बढ़ाकर उनसे अतिरिक्त शुल्क वसूला

क्या है पूरा मामला ?

सुरेश बाबू ने 1 नवंबर, 2023 को स्विगी से खाना ऑर्डर किया था। सुरेश के लोकेशन और रेस्टॉरेंट की दूरी 9.7 किमी थी, जिसे स्विगी ने बढ़ाकर 14 किमी कर दिया था। दूरी में बढ़ोतरी की वजह से सुरेश को स्विगी का मेंबरशिप होने के बावजूद 103 रुपये का डिलीवरी चार्ज देना पड़ा। सुरेश ने आयोग में शिकायत दर्ज कराते हुए कहा कि स्विगी वन मेंबरशिप के तहत कंपनी 10 किमी तक की रेंज में फ्री डिलीवरी करने का वादा किया था।कोर्ट ने बाबू द्वारा दिए गए गूगल मैप के स्क्रीनशॉट्स और बाकी सबूतों की समीक्षा की और पाया कि दूरी में काफी बढ़ोतरी की गई है।

कोर्ट ने स्विगी को अनुचित व्यापार व्यवहार का दोषी पाया और कंपनी को आदेश दिया कि वे सुरेश बाबू को 9 प्रतिशत ब्याज के साथ 350.48 रुपये के खाने का रिफंड, डिलीवरी के 103 रुपये, मानसिक परेशानी और असुविधा के लिए 5000 रुपये, मुकदमे की लागत के लिए 5000 रुपए समेत कुल 35,453 रुपये का भुगतान करे।

Continue Reading

Trending