बिजनेस
मर्जर के बाद एचडीएफसी बैंक ने पेश किए नतीजे, 29.13 प्रतिशत बढ़ा मुनाफ़ा
नई दिल्ली। देश के निजी क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक एचडीएफसी बैंक ने आज सोमवार को वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही के नतीजे पेश किए हैं। बैंक का मुनाफा कंसोलिडेटेड आधार पर 29.13 प्रतिशत बढ़कर 12,370.38 करोड़ रुपये हो गया है। एक साल पहले बैंक को समान अवधि में 9,579.11 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था, जबकि मार्च तिमाही में मुनाफा 12,594.47 करोड़ रुपये था।
एचडीएफसी बैंक द्वारा पहली बार एचडीएफसी के साथ मर्जर के बाद नतीजे पेश गए हैं। इस कारण से इस बार के नतीजों को काफी अहम माना जा रहा था।
बैंक की आय में आया उछाल
बैंक की आय में जबरदस्त उछाल देखने को मिला है। वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में बैंक की आय 61,021 करोड़ रुपये रही है, जोकि एक साल पहले 44,202 करोड़ रुपये थी। बैंक का ऑपरेटिंग एक्सपेंस बढ़कर 15,117 करोड़ रुपये हो गया है, जो कि एक पहले 11,355 करोड़ रुपये का था।
NPA में मामूल बढ़ोतरी
एचडीएफसी बैंक के ग्रॉस एनपीए में जून तिमाही में मामूली बढ़तोरी हो हुई है और यह बढ़कर 1.17 प्रतिशत हो गया है, जो कि मार्च तिमाही में 1.12 प्रतिशत था। वहीं, एक साल पहले ये 1.28 प्रतिशत था।
HDFC बैंक का शेयर
HDFC बैंक का शेयर 0.60 प्रतिशत की तेजी के साथ 1657 रुपये प्रति शेयर पर कारोबार कर रहा है।
18+
जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई
नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।
बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।
बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।
ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।
-
उत्तराखंड2 days ago
उत्तराखंड सरकार ने भू-कानून के उल्लंघन पर अपनाया सख्त रुख
-
उत्तराखंड2 days ago
जगद्गुरु रामभद्राचार्य अस्पताल में भर्ती, सांस लेने में तकलीफ
-
राजनीति2 days ago
महाराष्ट्र विस चुनाव: सचिन ने डाला वोट, बोले- सभी लोग बाहर आकर मतदान करें
-
प्रादेशिक2 days ago
यूपी उपचुनाव : मुजफ्फरनगर जिले की मीरापुर सीट पर बवाल, पुलिस ने संभाला मोर्चा
-
मध्य प्रदेश2 days ago
24 से 30 नवंबर तक यूके और जर्मनी प्रवास पर रहेंगे सीएम मोहन यादव, प्रदेश में निवेश लाना है मकसद
-
अन्य राज्य3 days ago
महाराष्ट्र और झारखंड में वोटिंग करने के लिए पीएम मोदी ने की खास अपील
-
प्रादेशिक2 days ago
नई दिल्ली में भव्य ‘महाकुंभ कॉन्क्लेव’ का आयोजन करेगी योगी सरकार
-
बिहार2 days ago
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार निकालेंगे महिला संवाद यात्रा, 225 करोड़ रुपए खर्च करने का प्रस्ताव