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पंजाब

जालंधर में दिल दहलाने वाली घटना, तीन साल की मासूम सहित एक ही घर से उठी पांच लोगों की अर्थियां

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आदमपुर। पंजाब के जालंधर शहर में जहां देर शाम लोग नववर्ष के स्वागत की तैयारी में जुटे थे, वहीं दूसरी तरफ आदमपुर कस्बे के गांव डरोली खुर्द में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। एक ही परिवार के पांच लोगों के शव घर के अंदर मिले। मृतकों की पहचान 59 वर्षीय मनमोहन सिंह, पत्नी सरबजीत कौर, 32 वर्षीय बेटी ज्योति (शादीशुदा), 31 वर्षीय बेटी गोपी और ज्योति की तीन साल की बेटी अमन के रूप में हुई है।

फंदा लगाने से पहले परिवार के लोगों को दिया था जहर

मनमोहन सिंह का शव फंदे से लटकता और शेष चारों के शव बेड पर पड़े मिले। आशंका जताई जा रही है कि मनमोहन ने फंदा लगाने से पहले परिवार के लोगों को कोई जहरीला पदार्थ खिलाया था। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल जालंधर भिजवा दिए हैं। घटनास्थल से पुलिस को मनमोहन सिंह का लिखा एक सुसाइड नोट भी मिला है। उसमें उसने कर्ज से परेशान होकर यह कदम उठाने की बात लिखी है।

पुलिस ने कब्‍जे में लिया सुसाइड नोट

पुलिस ने सुसाइड नोट को फोरेसिंक जांच के लिए कब्जे में ले लिया है। फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट की टीम भी मौके पर बुलाई गई है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। पुलिस के अनुसार मनमोहन सिंह डाकघर की शाखा का हेड था। उसके घर में ही डाकघर की शाखा थी। उसने करीब 25 से 30 लाख रुपये से अधिक का कर्ज ले रखा था। ज्योति के पति सरबजीत सिंह ने बताया कि ज्योति दवाई लेने के लिए अपने मायके परिवार आई थी।

मौके पर पहुंची पुलिस

रविवार को दिन में उसने ज्योति को कई बार फोन किया, लेकिन उसने नहीं उठाया। रविवार शाम को वह खुद ससुराल पहुंचा और जब घर के अंदर दाखिल हुआ तो देखा उसके ससुर मनमोहन सिंह का शव पंखे से लटक रहा था। सास सरबजीत कौर, पत्नी ज्योति, साली गोपी और बेटी अमन के शव बेड पर पड़े थे। इसके बाद उसने थाना आदमपुर की पुलिस को सूचना दी। थाना प्रभारी मनजीत सिंह और डीएसपी आदमपुर विजय कुंवरपाल सिंह रात करीब 8:20 बजे मौके पर पहुंचे।

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पंजाब

किसानों ने शुरू किया रेल रोको आंदोलन, 30 दिसंबर तक पंजाब बंद का आह्वान

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चंडीगढ़। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने बुधवार को कहा कि किसानों ने 30 दिसंबर को ‘पंजाब बंद’ का आह्वान किया है। इसके साथ ही पंधेर ने प्रदर्शनकारी किसानों की मांगें नहीं मानने के लिए केंद्र की आलोचना की। पंधेर ने कहा कि ‘बंद’ का आह्वान करने का फैसला संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा ने किया है। किसान नेता ने कहा, ‘‘इस महीने की 30 तारीख को पूर्ण ‘बंद’ रहेगा।’’

अमृतसर में मीडिया को संबोधित करते हुए पंधेर ने कहा कि ‘बंद’ के दौरान आपातकालीन सेवाएं चालू रहेंगी। उन्होंने व्यापारियों, कारोबारियों, ट्रांसपोर्टरों समेत अन्य लोगों से ‘बंद’ को सफल बनाने की अपील की। उन्होंने कहा, जिस तरह रेल रोको विरोध सफल रहा। उसी तरह पंजाब बंद को भी सफल बनाया जाना चाहिए।

अपनी मांगों पर अड़े किसान

पजाब में बुधवार को रेल सेवाएं प्रभावित हुईं, क्योंकि किसानों ने फसलों के लिए कानूनी रूप से बाध्यकारी न्यूनतम समर्थन मूल्य सहित अपनी विभिन्न मांगों को स्वीकार करने के लिए केंद्र पर दबाव बनाने के लिए तीन घंटे के ‘रेल रोको’ विरोध प्रदर्शन के तहत 50 से अधिक स्थानों पर रेल पटरियों पर धरना दिया। फिरोजपुर रेलवे मंडल के अधिकारियों के अनुसार, 52 स्थानों पर किसानों के विरोध प्रदर्शन के कारण 12 रेलगाड़ियां रद्द कर दी गईं। उन्होंने बताया कि 34 रेलगाड़ियां देरी से चल रही हैं।

किसानों की क्या हैं मांगें?

किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की कानूनी गारंटी, फसलों का मूल्य तय करने के लिए स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करना, कृषि को विश्व व्यापार संगठन से बाहर करने और कुछ अन्य मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। किसानों और खेतिहर मज़दूरों के लिए पेंशन की भी मांग है। साथ ही बिजली दरों में कोई बढ़ोतरी नहीं करने की भी मांग की जा रही है।

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