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उत्तराखंड

सेना का एमआई-17 हेलीकाॅप्टर हुआ क्रैश, बाल-बाल बचे जवान

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उत्तराखंड के केदारघाटी क्षेत्र में मंगलवार की सुबह सेना का बड़ा हेलीकॉप्टर ( एमआई-17 हेलीकाॅप्टर) दुर्घटना का शिकार हो गया। राहत की बात यह रही कि इस दुर्घटना में हेलीकॉप्टर में सवार पायलट और सह पायलट दोनों सुरक्षित हैं।

एमआई -17 हेलीकाॅप्टर सुबह आठ बजे सामान लेकर गुप्तकाशी जा रहा था। फिलहाल हेलिकॉप्टर के क्रैश होने का कारण नहीं पता लग पाया है। हेलीकाॅप्टर में कुल छह लोग सवार थे, इसमें एक व्यक्ति को थोड़ी चोटें आई हैं और बाकी सभी सुरक्षित हैं। दुर्घटना में हेलीकाॅप्टर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है।

इस हेलिकॉप्टर में सिंचाई विभाग का सामान ले जाया जा रहा था। इससे पहले भी 2013 में आई प्राकृतिक आपदा के दौरान राहत कार्य करते हुए यहीं पर एमआई-17 हेलीकाॅप्टर क्रैश हो गया था, जिसमें आठ लोगों की जान चली गई थी। वहीं यह हेलीकॉप्टर गुप्तकाशी में हैलीपैड पर पहुंचने से 60 मीटर पहले दुर्घटनाग्रस्त हो गया।

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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राष्ट्रीय कौशल एवं रोजगार सम्मेलन का किया उद्घाटन

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देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को राष्ट्रीय कौशल एवं रोजगार सम्मेलन का उद्घाटन किया। नीति आयोग, सेतु आयोग और राज्य सरकार के संयुक्त प्रयासों से राजधानी देहरादून में दून विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय कौशल एवं रोज़गार सम्मलेन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन करने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि इस तरह की कार्यशालाएं प्रदेश के युवाओं के बेहतर भविष्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित होंगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार युवाओं को बेहतर रोजगार मुहैया कराने की दिशा में सकारात्मक कदम उठा रही है।

कार्यक्रम में कौशल विकास मंत्री सौरभ बहुगुणा ने इसे सरकार की ओर से युवाओं के लिए महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य उत्तराखंड के तमाम बेरोजगार युवाओं को रोजगार देना है। मुख्यमंत्री ने कहा, “निश्चित तौर पर इस कार्यशाला में जिन विषयों पर भी मंथन होगा, उससे बहुत ही व्यावहारिक चीजें निकलकर सामने आएंगी, जो अन्य युवाओं के लिए समृद्धि के मार्ग प्रशस्त करेगी। हमें युवाओं को प्रशिक्षण देना है, जिससे उनके लिए रोजगार की संभावनाएं प्रबल हो सकें, ताकि उन्हें बेरोजगारी से निजात मिल सके।

उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2015 में स्किल डेवलपमेंट का विभाग खोला था, ताकि अधिक से अधिक युवाओं को रोजगार मिल सके। इसके अलावा, वो रोजगार खोजने वाले नहीं, बल्कि रोजगार देने वाले बनें। अगर प्रदेश के युवा रोजगार देने वाले बनेंगे, तो इससे बेरोजगारी पर गहरा अघात पहुंचेगा। ” उन्होंने कहा, “हम आगामी दिनों में अन्य रोजगारपरक प्रशिक्षण युवाओं को मुहैया कराएंगे, जो आगे चलकर उनके लिए सहायक साबित होंगे।

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