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Holi 2019: होलिका दहन का ये है सबसे शुभ मुहूर्त, इस विधि से करें पूजा, हो जाएंगे मालामाल

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नई दिल्ली। होलिका दहन फाल्गुन शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि पर प्रदोष काल में किया जाता है। विद्वानों के अनुसार फाल्गुन पूर्णिमा पर भद्रा रहित प्रदोष काल में होली दहन को श्रेष्ठ माना गया है।

होलिका पूजा और दहन के समय की जाने वाली परिक्रमा बेहद अहम होती है। शास्त्रों के अनुसार परिक्रमा करते समय अगर दिल से अपनी इच्छा कह दी जाए तो वह सत्य हो जाती है।

ज्योतिषों के मुताबिक होलिका दहन के समय सफेद खाद्य पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए। होलिका दहन की बची हुई अग्नि और भस्म को अगले दिन सुबह अपने घर ले जाने से सभी नकारात्मक उर्जा दूर हो जाती है।

 

होलिका दहन का सही मुहूर्त-

होलिका दहन मुहूर्त- 21:05 से 11:31 तक

भद्रा पूंछ- 17:23 से 18:24 तक

भद्रा मुख- 18:24 से 20:07 तक

रंगवाली होली- 21 मार्च को खेली जाएगी

पूर्णिमा तिथि आरंभ- 10:44 (20 मार्च)

पूर्णिमा तिथि समाप्त- 07:12 (21 मार्च)

 

कैसे करें होलिका दहन- 

– गंगाजल से शुद्ध लें वो स्थान जहां होलिका दहन करना है।

– होलिका डंडा बीच में रखें. भक्त प्रहलाद का प्रतीक एक डंडा होता है।

– डंडे के चारों तरफ चंदन की लड़की का इस्तेमाल करें

– इसके बाद सामान्य लकड़ियां, उपले और घास चढ़ाएं।

कपूर से अग्नि प्रज्वलित करें-

– होलिका दहन में पहले श्री गणेश हनुमान जी और शीतला माता भैरव जी की पूजा करें।

– अग्नि में रोली, पुष्प, चावल, साबूत मूंग, हरे चने, पापड़, नारियल आदि चीजें चढ़ाएं।

– चारों तरफ सूखे उपले, सूखी लकड़ी, सूखी घास रखें. इसके बाद अग्नि जलाएं और होलिका दहन करें।

– मन्त्र -ॐ प्रह्लादये नमः बोलकर परिक्रमा करें।

होलिका की अग्नि में क्या अर्पित करें-

अच्छे स्वास्थ्य के लिए- होलिका की अग्नि में काले तिल के दाने अर्पित करें.

बीमारी से मुक्ति के लिए– हरी इलाइची और कपूर अर्पित करें.

धन लाभ के लिए- चन्दन की लकड़ी अर्पित करें.

रोजगार के लिए- पीली सरसों अर्पित करें.

विवाह और वैवाहिक समस्याओं के लिए- हवन सामग्री अर्पित करें.

नकारात्मक ऊर्जा से मुक्ति के लिए- काली सरसों अर्पित करें.

 

होलिका दहन के लाभ-

– इस दिन मन की तमाम समस्याओं का निवारण हो सकता है. कई बीमारियों और विरोधियों की समस्या से निजात मिल सकती है।

– आर्थिक बाधाओं से राहत मिल सकती है।

– इस दिन आसानी से ईश्वर की कृपा प्राप्त कर सकते हैं।

– अलग-अलग चीज़ों को अग्नि में डालकर अपनी बाधाओं से मुक्ति पा सकते हैं।

 

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गैस चेंबर बनी दिल्ली, AQI 500 तक पहुंचा

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नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर में इन दिनों सांस लेना भी मुश्किल हो गया है। दरअसल दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण का स्तर बदतर स्थिति में है। अगर श्रेणी के आधार पर बात करें तो दिल्ली में प्रदूषण गंभीर स्थिति में बना हुआ है। कल जहां एक्यूआई 470 था तो वहीं आज एक्यूआई 494 पहुंच चुका है। दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में एक्यूआई के आंकड़ें आ चुके हैं। अलीपुर में 500, आनंद विहार में 500, बवाना में 500 के स्तर पर एक्यूआई बना हुआ है।

कहां-कितना है एक्यूआई

अगर वायु गुणवत्ता की बात करें तो अलीपुर में 500, बवाना में 500, आनंद विहार में 500, डीटीयू में 496, द्वारका सेक्टर 8 में 496, दिलशाद गार्डन में 500, आईटीओ में 386, जहांगीरपुरी में 500, जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में 500, लोधी रोड में 493, मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम 499, मंदिर मार्ग में 500, मुंडका में 500 और नजफगढ़ में 491 एक्यूआई पहुंच चुका है। दिल्ली की वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में बनी हुई है। ऐसे में दिल्ली में ग्रेप 4 को लागू कर दिया गया है। इस कारण दिल्ली के अलावा नोएडा, गाजियाबाद, हापुड़, मेरठ में स्कूलों को बंद कर दिया गया है और ऑनलाइन माध्यम से अब क्लासेस चलाए जाएंगे।

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