Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

गृह मंत्री अमित शाह ने की नायब सिंह सैनी की तारीफ, कहा- हरियाणा सरकार OBC के लिए लाएगी तीन बड़े सुधार

Published

on

Loading

नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि हरियाणा सरकार ने आरक्षण से संबंधित अन्य पिछड़ा वर्ग के कल्याण के लिए तीन महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं। महेंद्रगढ़ में पिछड़ा वर्ग सम्मान सम्मेलन को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा, “नायब सिंह की कैबिनेट ने हरियाणा के लिए तीन बड़े सुधार किए हैं। पहला यह है कि क्रीमी लेयर की सीमा 6 लाख रुपये से बढ़ाकर 8 लाख रुपये करने का फैसला किया गया है, जिससे ग्रुप ए को 8% और ग्रुप बी को 5% पंचायतों और नगर निगमों में आरक्षण मिलेगा।”

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को कहा कि हरियाणा सरकार ने आरक्षण से संबंधित अन्य पिछड़ा वर्ग के कल्याण के लिए तीन महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं। शाह ने कहा, “पहली बार पीएम मोदी ने केंद्रीय विद्यालयों, नवोदय विद्यालयों, सैनिक स्कूलों और नीट परीक्षाओं में 27 प्रतिशत आरक्षण दिया है।” संसद में प्रधानमंत्री मोदी के पहले भाषण का हवाला देते हुए कि यह दलितों, गरीबों और पिछड़ों की सरकार है, गृह मंत्री ने कहा कि उनकी पार्टी ने देश को पहला मजबूत प्रधानमंत्री दिया है जो पिछड़े वर्ग से आता है। उन्होंने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाले केंद्रीय मंत्रिमंडल में 71 मंत्रियों में से 27 पिछड़े वर्ग से हैं, जिनमें हरियाणा से 2 शामिल हैं।

हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी द्वारा किए गए कार्यों की प्रशंसा करते हुए और भाजपा को पिछड़ा वर्ग की हितैषी बताते हुए शाह ने कहा, “…नायब सिंह सैनी की कैबिनेट ने तीन फैसले लिए हैं। पहला, क्रीमीलेयर की आय सीमा 6 लाख रुपये से बढ़ाकर 8 लाख रुपये करना…दूसरा, पंचायतों में आरक्षण में बदलाव का फैसला लिया गया है। पंचायतों में ग्रुप ए के लिए 8 प्रतिशत आरक्षण आवंटित किया गया था, अब ग्रुप डी के लिए 5 प्रतिशत आरक्षण भी आज से शुरू हो जाएगा, जिसका हरियाणा की जनता को बड़े पैमाने पर लाभ मिलेगा। तीसरा, नगर निगम में ग्रुप बी के लिए 5 प्रतिशत आरक्षण शुरू होगा और 8 प्रतिशत आरक्षण यथावत रहेगा…ये तीनों फैसले पीएम नरेंद्र मोदी की नीति को लागू करते हैं।” उन्होंने आगे कहा, “लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी ने न केवल ओबीसी आयोग को मान्यता दी, बल्कि ओबीसी के लिए आरक्षण को संवैधानिक भी बनाया। इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने सैनिक स्कूल, केंद्रीय विद्यालय, नवोदय विद्यालय और नीट परीक्षा में ओबीसी छात्रों को 27 प्रतिशत आरक्षण दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने क्रीमी लेयर की सीमा भी बढ़ाई।”

Continue Reading

उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश में हुई 559 वर्ग किमी. वन व वृक्ष आच्छादन की वृद्धि

Published

on

Loading

लखनऊ |  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में पिछले साढ़े सात वर्ष से चल रहा ‘पेड़ लगाओ-पेड़ बचाओ जनअभियान’ रंग ले आया। 2024 में 36.80 करोड़ से अधिक पौधरोपण करने वाले उत्तर प्रदेश में आईएसएफआर 2023 के अनुसार 559 वर्ग किमी. वन व वृक्ष आच्छादन से अधिक की वृद्धि हुई है। उत्तर प्रदेश से आगे केवल छत्तीसगढ़ है, जबकि अन्य सभी राज्य उत्तर प्रदेश से पीछे हैं। इस उपलब्धि पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के नेतृत्व में आए इस सकारात्मक पहल की बधाई दी। वहीं केंद्रीय वन-पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने भी इस उपलब्धि पर उत्तर प्रदेश को शुभकामना दी।

देहरादून में भारत वन स्थिति रिपोर्ट (आईएसएफआर) 2023 की रिपोर्ट प्रस्तुत की गई

🌳भारत का वन एवं वृक्ष आवरण 8,27,357 वर्ग किमी है, जो देश के भौगोलिक क्षेत्र का 25.17% है। इसमें 7,15,343 वर्ग किमी (21.76%) वन आवरण और 1,12,014 वर्ग किमी (3.41%) वृक्ष आवरण है।

🌳2021 के आकार-फ़ाइल आधारित मूल्यांकन की तुलना में वन एवं वृक्ष आवरण में 1,445 वर्ग किमी की वृद्धि हुई है, जिसमें वन आवरण में 156 वर्ग किमी और वृक्ष आवरण में 1289 वर्ग किमी की वृद्धि शामिल है।

🌳वन एवं वृक्ष आवरण में अधिकतम वृद्धि दिखाने वाले शीर्ष चार राज्यों में उत्तर प्रदेश दूसरे स्थान पर है। छत्तीसगढ़ (684 वर्ग किमी) के साथ शीर्ष पर है। ओडिशा का क्षेत्रफल (558.57 वर्ग किमी), राजस्थान (394 वर्ग किमी) व झारखंड (286.96 वर्ग किमी.) है।

इनसेट
इन राज्यों में हुई वृद्धि
राज्य एरिया
छत्तीसगढ़ 683.62 वर्ग किमी.
उत्तर प्रदेश 559.19 वर्ग किमी.
ओडिशा 558.57 वर्ग किमी.
राजस्थान 394.46 वर्ग किमी.
झारखंड 286.96 वर्ग किमी.

‘हरित उत्तर प्रदेश’ बनने की दिशा में तीव्रता से गतिमान है नया उत्तर प्रदेश:सीएम योगी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट ‘एक्स’ पर पोस्ट किया। उन्होंने लिखा कि नया उत्तर प्रदेश ‘हरित उत्तर प्रदेश’ बनने की दिशा में तीव्रता से गतिमान है। आईएसएफआर 2023 के अनुसार उत्तर प्रदेश में हुई 559 वर्ग कि.मी. की वन और वृक्ष आच्छादन की ऐतिहासिक वृद्धि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के आह्वान ‘एक पेड़ मां के नाम’ और भारतीय दर्शन ‘माता भूमिः पुत्रोऽहं पृथिव्याः’ भाव से उत्तर प्रदेश वासियों के जुड़ाव का प्रतिफल है।

मानवता के कल्याण को समर्पित इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए पौधरोपण अभियान से जुड़े सभी लोगों, प्रकृति प्रेमियों एवं प्रदेश वासियों को हार्दिक बधाई!

यूपी में लगाए गए 36.80 करोड़ से अधिक पौधे

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में एक दिन (20 जुलाई) को 36.51 करोड़ पौधरोपण कर इतिहास रचने वाले उत्तर प्रदेश ने 30 सितंबर तक 36.80 करोड़ से अधिक पौधरोपण किए। साढ़े सात वर्ष में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में 210 करोड़ पौधरोपण किये गए।

भारतीय वन सर्वेक्षण, देहरादून द्वारा वर्ष 2023 में प्रकाशित रिपोर्ट के परीक्षण करने पर उत्तर प्रदेश में वनावरण की स्थिति…

वनावरण

1. अति सघन वन 2,688.73 वर्ग कि०मी०
2. मध्यम सघन वन 4,001.41 वर्ग कि०मी०
3. खुला वन 8.355.66 वर्ग कि०मी०
4. कुल योग 15045.80 वर्ग कि०मी० (6.24%)
वृक्षावरण 8950.92 वर्ग कि0मी (3.72%)
कुल वनावरण व वृक्षावरण 23996.72 वर्ग कि0मी0 (9.96%)

भारतीय वन सर्वेक्षण, देहरादून द्वारा वर्ष 2021 (यथा संशोधित) में प्रकाशित रिपोर्ट में उत्तर प्रदेश से सम्बन्धित आंकड़े…
वनावरण

1. अति सघन वन 2655.29 वर्ग कि०मी०
2. मध्यम सघन वन 3995.53 वर्ग कि०मी०
3. खुला वन 8276.55 वर्ग कि०मी०
4. कुल योग 14927.37 वर्ग कि०मी० (6.20%)
5-वृक्षावरण 8510.16 वर्ग कि0मी0 (3.53%)
6-कुल वनावरण व वृक्षावरण 23437.53 वर्ग कि0मी0.( 9.73%)

सर्वाधिक वृद्धि वाले उत्तर प्रदेश के पांच जनपद

1- झांसी – 8597 एकड़
2- अमरोहा – 7769 एकड़
3- इटावा – 7127 एकड़
4- कानपुर नगर – 6249 एकड़
5- बिजनौर – 3343 एकड

Continue Reading

Trending