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अन्तर्राष्ट्रीय

हमास की संसद पर IDF का कब्जा, लहराया इजरायली झंडा; स्पीकर की कुर्सी पर बैठे सैनिक

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IDF captures Hamas-controlled parliament

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गाजा। इजरायल हमास युद्ध (Israel Hamas War) का आज 39वां दिन है। इस बीच इजरायल ने यह दावा किया है कि सेना ने हमास की ‘संसद’ पर कब्जा कर लिया है। सोशल मीडिया पर इजरायली सेना ने एक फोटो साझा किया है, जिसमें देखा जा सकता है कि IDF के गोलानी ब्रिगेड गाजा में मौजूद हमास के संसद भवन (Hamas Parliament) के अंदर मौजूद हैं और वे अपने देश का झंडा लहरा रहे हैं। तस्वीर में देखा जा सकता है कि इजरायली सैनिक संसद की स्पीकर की कुर्सी पर बैठे हैं।

बता दें कि इजरायली सेना और हमास के बीच जारी युद्ध की वजह से गाजा में अब तक 23 लाख लोगों को अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जाना पड़ा है। 7 अक्टूबर से चल रही इस जंग में 11,000  से अधिक फलिस्तीनी मारे जा चुके हैं। इजरायल ने कहा कि सेना ने गाजा सिटी को चारों ओर से घेर रखा है।

2007 से संसद पर हमास का कब्जा

द टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के अनुसार फलस्तीनी विधान परिषद भवन 2007 से हमास के नियंत्रण में था, जिसे अब इजरायली बलों ने अपने नियंत्रण में ले लिया है।

हमास ने खो दिया गाजा पट्टी पर नियंत्रण

एफपी की रिपोर्ट के अनुसार इजरायली रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने कहा, “हमास के जिन आतंकियों ने गाजा पट्टी पर 16 सालों से नियंत्रण किया अब वो अपना नियंत्रण खो चुके हैं। योव गैलेंट ने आगे कहा हमास के लड़ाके दक्षिण गाजा की ओर भाग रहे हैं। उनके ठिकानों को फलस्तीनी नागरिक लूट रहे हैं। गाजा के नागरिकों में हमास की सरकार को लेकर कोई आस्था नहीं रह गई है।

आर-पार की लड़ाई लड़ रही इजरायली सेना

इजरायल ने साफ तौर पर कहा है कि जब तक हमास के कब्जे में मौजूद सभी इजरायली नागरिकों को हम रिहा नहीं कर लेते तब तक यह युद्ध जारी रहेगा। इजरायली सेना आर-पार की लड़ाई लड़ रही है।

कुछ दिनों पहले इजरायल ने कहा था कि गाजा को दो हिस्सों (उत्तर और दक्षिण गाजा) में बांट दिया गया है। गाजा सरकार द्वारा जारी आंकड़ो के अनुसार, मृतकों में 4,630 बच्चे और 3,130 महिलाएं थीं, जबकि अन्य 29,000 लोग घायल हुए थे।

हमास द्वारा संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि उत्तरी गाजा की सड़कों पर दर्जनों शव पड़े हुए हैं। यहां सबसे भीषण लड़ाई चल रही है। जब उन्होंने उन्हें निकालने की कोशिश कर रहे हैं तो, एम्बुलेंस इजरायली गोलीबारी की चपेट में आ रही हैं।

हमास के खात्मे तक यह युद्ध जारी रहेगा

इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सोमवार को कहा कि हमास के खात्मे तक यह युद्ध जारी रहेगा। यह केवल एक ‘ऑपरेशन’ या ‘राउंड’ नहीं है, बल्कि आतंकवादी समूह द्वारा उत्पन्न खतरे को खत्म करने का एक निरंतर प्रयास है। अगर हम इन्हें खत्म नहीं करते हैं, तो यह वापस आएगा।

अन्तर्राष्ट्रीय

पाकिस्तानी हवाई हमले से बौखलाया तालिबान, 15 लोगों की मौत

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काबुल। अफगानिस्तान में पक्तिका प्रांत के बरमल जिले पर पाकिस्तान ने की हवाई हमले किए जिसमें महिलाओं और बच्चों सहित कम से कम 15 लोगों की मौत हो गई है। मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका है। खामा प्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, 24 दिसंबर की रात को पाकिस्तान के हमलों में लमान सहित सात गांवों को निशाना बनाया गया, जहां एक ही परिवार के पांच सदस्य मारे गए। स्थानीय सूत्रों का दावा है कि बमबारी के लिए पाकिस्तानी जेट जिम्मेदार थे। रिपोर्टों से संकेत मिलता है कि बरमाल में मुर्ग बाज़ार गांव पूरी तरह से नष्ट हो गया है, इस हमले में कई लोग घायल भी हैं।

पाकिस्तानी हवाई हमले से बौखलाया तालिबान

खामा प्रेस ने बताया कि इस हवाई हमले की जांच की जा रही है और इसकी पुष्टि करने और हमलों की जिम्मेदारी स्पष्ट करने के लिए आगे की जांच की आवश्यकता है। तालिबान के रक्षा मंत्रालय ने बरमाल, पक्तिका पर हवाई हमले के बाद जवाबी कार्रवाई करने की कसम खाई है। मंत्रालय ने कहा कि अपनी भूमि और संप्रभुता की रक्षा करना उनका वैध अधिकार है, और हमले की निंदा करते हुए दावा किया कि लक्षित लोगों में “वज़ीरिस्तानी शरणार्थी” भी शामिल

पाकिस्तान ने साधी चुप्पी

पाकिस्तानी अधिकारियों ने आधिकारिक तौर पर हवाई हमले की पुष्टि नहीं की है, लेकिन सेना के करीबी सुरक्षा सूत्रों ने सुझाव दिया कि हमला सीमा के पास तालिबान के ठिकानों को निशाना बनाकर किया गया था। यह हवाई हमला पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच हुआ है। खामा प्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तानी तालिबान या तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने हाल के महीनों में पाकिस्तानी बलों पर अपने हमले बढ़ा दिए हैं, पाकिस्तान ने अफगान तालिबान पर इन आतंकवादियों को शरण देने का आरोप लगाया है।

बढ़ सकती है मृतकों की संख्या

तालिबान के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता इनायतुल्ला ख्वारज़मी ने पाकिस्तानी दावों का खंडन किया और एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट किया कि हवाई हमले में “नागरिक लोग, ज्यादातर वज़ीरिस्तानी शरणार्थी” मारे गए थे। ख्वारज़मी ने कहा कि हमले में “कई बच्चे और अन्य नागरिक शहीद और घायल हुए”, हालांकि हताहतों की कोई आधिकारिक संख्या उपलब्ध नहीं कराई गई। सूत्रों ने बताया कि महिलाओं और बच्चों सहित कम से कम 15 शव बरामद किए गए हैं, और खोज प्रयास जारी रहने के कारण मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका है।

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