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उत्तर प्रदेश

सपा का विलय भाजपा में करें अखिलेश, तो बना सकते हैं केंद्रीय मंत्री: योगी के मंत्री

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लखनऊ। उप्र की योगी सरकार के राज्यमंत्री गिरीश चंद्र यादव ने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के बयान पर पलटवार किया है। कल शनिवार को मैनपुरी पहुंचे गिरीश चंद्र यादव ने कहा कि अखिलेश यादव सपा का विलय भाजपा में कर दें तो उन्हें केंद्रीय मंत्री बनाने पर विचार किया जा सकता है।

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बता दें कि सपा मुखिया अखिलेश यादव ने चुनाव प्रचार के दौरान प्रदेश सरकार के दोनो डिप्टी सीएम को असिस्टेंट बताया था। अखिलेश यादव ने कहा था कि दोनों डिप्टी सीएम अगर 100 विधायक लेकर आ जाएं तो सपा उन्हें मुख्यमंत्री बना देगी। सपा मुखिया के इसी बयान पर राज्यमंत्री ने पलटवार किया।

उन्होंने कहा कि अब अखिलेश मुख्यमंत्री और मंत्री बनने वाले नहीं हैं। जनमत उन्हें मिलने वाला नहीं है। जनता का मोदी और योगी पर विश्वास है और मोदी और योगी का जनता पर विश्वास है। सपा के किले पहले ही ध्वस्त हो गए हैं। मैनपुरी उपचुनाव पर कहा कि सपा का अंतिम किला भी आठ दिसंबर को ध्वस्त हो जाएगा।

ब्रजेश पाठक ने भी अखिलेश पर साधा निशाना

डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक को शनिवार को मैनपुरी आना था। यहां उनकी पत्रकारों से वार्ता का समय निर्धारित था। हेलीकॉप्टर में तकनीकी खराबी आने के कारण वो नहीं आ सके। इस पर वो लखनऊ से वर्चुअल तरीके से प्रेसवार्ता किए। उन्होंने कहा कि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव कहा करते थे, कि वो उपचुनाव में वोट मांगने नहीं जाते है, लेकिन पत्नी के लिए उन्हें यह संकल्प तोड़ना पड़ा।

एक सवाल के जवाब में ब्रजेश पाठक ने कहा कि सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष का हाल ही में डिप्टी सीएम को लेकर दिया गया बयान उनकी खीज को उजागर करता है। साथ ही साबित करता है कि उनके पास कोई मुद्दा नहीं है, इसलिए वो इस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं।

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उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

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संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

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