Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

अयोध्या-अहमदाबाद के बीच शुरू हुई इंडिगो की हवाई सेवा, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिखाई हरी झंडी

Published

on

Indigo air service started between Ayodhya-Ahmedabad

Loading

लखनऊ। धर्मनगरी अयोध्या में प्रभु श्री राम के दर्शन-पूजन की चाह रखने वाले श्रद्धालुओं/पर्यटकों को अहमदाबाद-अयोध्या के बीच सीधी हवाई सेवा का विकल्प मिल गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को आयोजित एक कार्यक्रम में अहमदाबाद – अयोध्या के लिए इंडिगो एयरलाइंस की सीधी हवाई सेवा का गुरुवार को शुभारंभ किया।

अयोध्या-अहमदाबाद के बीच नई हवाई सेवा के शुभारंभ पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस उड़ान सेवा से भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या, हवाई सेवा द्वारा, सीधे अहमदाबाद से जुड़ गयी है। अयोध्या से दिल्ली के बाद अहमदाबाद दूसरा कनेक्टेड स्थल है। आगामी 15 जनवरी से मुम्बई के लिए उड़ान सेवा आरम्भ हो जाने के पश्चात मुम्बई तीसरा कनेक्टेड स्थल हो जाएगा। इसके अतिरिक्त, दिनांक 16 जनवरी, 2024 से दिल्ली के लिए एक और उड़ान आरम्भ हो रही है।

प्रदेश में हवाई यात्रियों की संख्या 2022-23 में बढ़कर 96.02 लाख हो गई

मुख्यमंत्री ने बेहतर हवाई सेवाओं को पर्यटन और व्यापार की गतिविधियों को इससे बड़ा प्रोत्साहित करने वाला बताया। प्रदेश में बेहतर होती हवाई सेवाओं की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2016-17 में प्रदेश में हवाई यात्रियों की संख्या 59.97 लाख थी, जो वित्तीय वर्ष 2022-23 में बढ़कर 96.02 लाख हो गयी। विगत 03 वर्षों में प्रदेश में हवाई यात्रियों की संख्या में 29.46 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी है।

उन्होंने कहा कि वर्ष 2016-17 में लखनऊ एयरपोर्ट पर यात्रियों की संख्या 39. 68 लाख, वाराणसी में 19.16 लाख, गोरखपुर में 54 हजार तथा प्रयागराज में 45 हजार थी। जबकि वर्ष 2022-23 में लखनऊ एयरपोर्ट पर यात्रियों की संख्या बढ़कर 52.20 लाख, वाराणसी में 25.21 लाख, गोरखपुर में 7.18 लाख तथा प्रयागराज में 5.71 लाख हो गयी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी की परिकल्पना है कि एक सामान्य नागरिक भी हवाई जहाज में यात्रा करे, हवाई चप्पल पहनने वाला व्यक्ति भी हवाई सेवा का लाभ उठाये। राज्य सरकार इस परिकल्पना को साकार करने के लिए प्रतिबद्धतापूर्वक कार्य कर रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या में 05 वर्ष पहले तक एक छोटी सी एयरस्ट्रिप थी लेकिन आज वहां महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट संचालित हो रहा है। आज हर व्यक्ति अयोध्या आने का इच्छुक है। इसलिए प्रधानमंत्री जी के विजन के अनुरूप सरकार ने सड़क, रेल और वायु मार्ग की बेहतर कनेक्टिविटी दी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के लिए 821 एकड़ की भूमि राज्य सरकार ने उपलब्ध कराई और केंद्रीय नागर विमानन मंत्रालय ने समयबद्धता के साथ विश्वस्तरीय एयरपोर्ट तैयार कराया।

उत्तर प्रदेश में इंडियो एयरलाइन्स की उपस्थिति का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इंडिगो द्वारा उत्तर प्रदेश के 08 नगरों लखनऊ, गोरखपुर, वाराणसी, कानपुर, आगरा, प्रयागराज, बरेली तथा अयोध्या से उड़ान सुविधा दी जा रही है। इसमें लगातार बढोतरी भी हो रही है। उन्होंने कहा कि लखनऊ एयरपोर्ट से उड़ान वर्ष 2009 में प्रारम्भ हुई। वर्तमान में 13 कनेक्टेड राष्ट्रीय गंतव्य स्थलों के लिए 84 उड़ानें प्रतिदिन उपलब्ध हैं।

इसी तरह, वाराणसी एयरपोर्ट से 06 कनेक्टेड राष्ट्रीय गंतव्य स्थलों के लिए 34 उड़ानें, गोरखपुर एयरपोर्ट से 04 कनेक्टेड राष्ट्रीय गंतव्य स्थलों के लिए 06 उड़ानें, प्रयागराज एयरपोर्ट से 10 कनेक्टेड राष्ट्रीय गंतव्य स्थलों के लिए 11 उड़ानें, आगरा एयरपोर्ट 06 कनेक्टेड राष्ट्रीय गंतव्य स्थलों के लिए 06 उड़ानें, कानपुर एयरपोर्ट से 03 कनेक्टेड राष्ट्रीय गंतव्य स्थलों के लिए 03 उड़ानें, बरेली एयरपोर्ट से 03 कनेक्टेड राष्ट्रीय गंतव्य स्थलों के लिए 03 उड़ानें प्रतिदिन उपलब्ध हैं।

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि आगामी 22 जनवरी को अयोध्या में श्रीरामलला के नव विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा की न केवल 140 करोड़ भारतीयों बल्कि विदेशों में भी बड़ी प्रतीक्षा है। केंद्रीय मंत्री ने बीते 30 दिसंबर को महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के शुभारंभ के दिन के अनुभव साझा करते हुए कहा कि अयोध्या में ऐसा लगा कि मानो हर कोई अपने प्रभु श्रीराम के स्वागत में आह्लादित है। योगी जी ने नव्य अयोध्या बनाई है। अयोध्या एयरपोर्ट सहित विभिन्न विकास परियोजनाओं की समयबद्धता पर खुशी जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि ‘जहां होता है राम का नाम-वहां पूरे होते हैं सारे काम।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सहयोग से ही महज 20 महीने में यह एयरपोर्ट बन सका। इतनी कम अवधि में हवाईअड्डा बनना, एक रिकॉर्ड है। अहमदाबाद और अयोध्या के बीच इंडिगों की फ्लाइट सेवा के शुभारंभ पर सभी को बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि इस फ्लाइट के माध्यम से वाइब्रेंट गुजरात और आध्यत्मिक अयोध्या का संगम हो रहा है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जिस उत्तर प्रदेश में 2014 में 700 एयरक्राफ्ट प्रति सप्ताह था, आज 137 गुना बढ़कर 1654 एयर मूवमेंट प्रति सप्ताह तक पहुंच गया है। बहुत जल्द अलीगढ़, आजमगढ़, चित्रकूट, श्रावस्ती में भी हवाई सेवा शुरू होने जा रही है।

कार्यक्रम में इंडिगो एयरलाइंस के स्पेशल डायरेक्टर आरके सिंह ने देश के सिविल एविएशन सेक्टर में इंडिगो एयरलाइंस की मजबूत उपस्थिति की जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में इंडिगो हर दिन उत्तर प्रदेश के 07 हवाईअड्डों से 165 उड़ानें भर रहा है। आने वाले दिनों में इसमें और बढ़ोतरी सुनिश्चित है।

अयोध्या-अहमदाबाद के बीच शुरू हुई नई फ्लाइट के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि दोनों ओर से फ्लाइट सप्ताह में तीन दिन में उपलब्ध होगी। इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और फ्लाइट संख्या 6ई112 की अयोध्या से पहली उड़ान के पहले यात्री को बोर्डिंग पास भी प्रदान किया गया। वर्चुअल माध्यम से हुए इस कार्यक्रम में सांसद लल्लू सिंह और सांसद किरीट प्रेमजीभाई सोलंकी और इंडिगो के प्रतिनिधिगणों की भी उपस्थिति रही।

उत्तर प्रदेश

महाकुम्भ 2025 के सफल आयोजन के लिए 07 हजार बसों के अलावा 550 शटल बसें संचालित करेगा परिवहन निगम

Published

on

Loading

लखनऊ/प्रयागराज। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशन में उ0प्र0 परिवहन निगम दिव्य, भव्य एवं ग्रीन महाकुम्भ मेला-2025 के सफल आयोजन के लिए 07 हजार बसों को संचालित करेगा। परिवहन निगम प्रदेश के सभी महत्वपूर्ण स्थानों से सुगम, सस्ती एवं आरामदायक सुविधायें उपलब्ध कराने के लिए कटिबद्ध है।

महाकुम्भ मेला में सड़क मार्ग से पूर्वाचल से अधिक संख्या में तीर्थयात्री आते हैं। इसके दृष्टिगत पूर्वांचल के छोटे-छोटे कस्बों से मेला स्थल को जोड़ते हुए बसों के संचालन की योजना परिवहन निगम ने तैयार की है। महिला एवं वृद्ध तीर्थयात्रियों को विशेष सुविधा प्रदान करने की योजना बनाई गयी है।

3 चरणों में संचालन

एमडी परिवहन निगम मासूम अली सरवर ने बताया कि महाकुम्भ मेला 2025 के दौरान मुख्य स्नान 13 जनवरी से 26 फरवरी, 2025 के बीच पड़ रहे, जिसमें मौनी अमावस्या का शाही स्नान 29 जनवरी एवं बसंत पंचमी का शाही स्नान 03 फरवरी, 2025 को है। महाकुम्भ 2025 के दौरान लगभग 6800 परिवहन बसें एवं लगभग 200 वातानुकूलित बसों का संचालन किये जाने की योजना है।

प्रथम चरण में 12 जनवरी से 23 जनवरी तक द्वितीय चरण में 24 जनवरी से 07 फरवरी तक एवं तीसरे चरण में 08 फरवरी से 27 फरवरी तक तीन चरणों में महाकुम्भ मेले में संचालन को बाटा गया है। निगम के कुल 19 क्षेत्रों से लगभग 165 मार्गों पर निगम की बसों का संचालन किया जायेगा।

550 शटल बसें चलाई जाएंगी

एमडी परिवहन निगम ने बताया कि बसों के अतिरिक्त 550 शटल बसें विभिन्न स्थाई एवं अस्थाई बस स्टेशनों एवं विभिन्न मार्गों पर निर्धारित वाहन पार्किंग स्थलों से संगम तट के निकट स्थित भारद्वाज पार्क एवं भारत स्काउट गाइड कालेज बैक रोड तक तथा लेप्रोसी बस स्टेशन व अंधावा बस स्टेशन तक संचालित किये जाने की योजना है।

उन्होंने बताया कि मुख्य स्नान पर्व पर शश्रद्धालुओं की अत्यधिक भीड़ बढ़ने के कारण शास्त्रीपुल, फाफामऊ पुल एवं यमुना पुल यातायात हेतु प्रतिबंधित रहने की स्थिति में शहर के बाहर कुल 08 अस्थाई बस स्टेशन गठित किये जायेंगे, जिसमें झूसी बस स्टेशन, दुर्जनपुर बस स्टेशन, सरस्वतीगेट बस स्टेशन, नेहरू पार्क बस स्टेशन, बेली कछार बस स्टेशन, बेला कछार बस स्टेशन, सरस्वती हाइटेक सिटी मेनू एवं लेप्रोसी मिशन बस स्टेशन हैं।

इन मार्गों प्रभाग संचालन

एमडी ने बताया कि झूसी बस स्टेशन से दोहरी घाट, बड़हलगंज, गोला, उरूवा, खजनी, सीकरीगंज, गोरखपुर मार्ग, आजमगढ़-बलिया-मऊ व सम्बद्ध मार्ग के लिए बसों का संचालन किया जायेगा। दुर्जनपुर बस स्टेशन का उपयोग झूसी बस स्टेशन की बसों का संचालन मेला प्रशासन द्वारा रोके जाने पर किया जायेगा।

इसी प्रकार सरस्वतीगेट बस स्टेशन से बदलापुर, शाहगंज, टांडा व सम्बद्ध मार्ग एवं वाराणसी एवं संबद्ध मार्ग के लिए बसों का संचालन किया जायेगा, नेहरू पार्क बस स्टेशन से कानपुर एवं कौशाम्बी को संबद्ध मार्ग के लिए, बेला कछार बस स्टेशन से रायबरेली लखनऊ व संबद्ध मार्ग एवं फैजाबाद, अयोध्या, गोण्डा, बस्ती, बहराइच व संबद्ध मार्ग के लिए, सरस्वती हाइटेक सिटी नैनी से विन्ध्यांचल, मिर्जापुर, शक्तिनगर व संबद्ध मार्ग के लिए, लैप्रोसी मिशन बस स्टेशन से बांदा-चित्रकूट व संबद्ध मार्ग एवं रीवा-सीधी व संबद्ध मार्ग के लिए संचालन किया जायेगा।
नेहरू पार्क बस स्टेशन पर बसों का संचालन मेला प्रशासन द्वारा रोके जाने पर बसों का संचालन बेली कछार बस स्टेशन से किया जायेगा।

Continue Reading

Trending