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बजट 2019: इन किसानों को ही केवल मिलेंगे 6 हजार रुपए, पूरी बात जानकर हैरान रह जाएंगे

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नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने अंतरिम बजट में किसानों के खजाना खोल दिया है। शुक्रवार को वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने अंतरिम बजट पेश किया। लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए केंद्र की मौजूदा मोदी सरकार ने किसानों को लेकर कई बड़े एलान किए हैं।

वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने किसानों को बड़ी सौगात देते हुए हर साल 6 हजार रुपए देने का एलान किया है। साथ ही मोदी सरकार ने 2022 तक किसानों की आय दुगनी करने के लक्ष्य को पूरा करने के लिए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की शुरुआत की है।

इस योजना का फायदा देश के 12 करोड़ किसानों को होगा। हिंदी पट्टी के तीन राज्यों में किसानों के गुस्से से मिली हार के बाद यह कयास लगाए जा रहे थे कि इस अंतरिम बजट में मोदी सरकार किसानों के लिए बड़े एलान कर सकती है। आइए जानते है किन किसानों को इस योजना का लाभ मिल सकेगा।

योजना की मुख्य बातें:

  • सरकार ने फसलों का एमएसपी लागत डेढ़ गुना करने की घोषणा की है।
  • प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना को मंजूरी के अंतर्गत 2 हेक्टेयर तक की जमीन वाले किसान को हर साल 6 हजार रुपये मिलेंगे।
  • किसानों के खाते में 3 किस्तोंमें पैसे जाएंगे।
  • इसका फायदा देश के 12 करोड़ किसानों को मिलेगा।
  • 1 दिसंबर 2018 से यह योजना पूरे देश में लागू होगी।
  • किसान निधि के लिए 75,000 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है।
  • 2022 तक किसानों की आय दुगनी करने के लक्ष्य है।
  • पहली किस्त अगले महीने की 31 तारीख तक किसानों के खातों में डाल दी जाएगी।

 

नेशनल

ऑनलाइन फूड ऑर्डरिंग ऐप को मनमानी करने पर 103 के बदले देने पड़ेंगे 35,453 रु, जानें क्या है पूरा मामला

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हैदराबाद। ऑनलाइन फूड ऑर्डरिंग ऐप स्विगी को ग्राहक के साथ मनमानी करना भारी पड़ गया। कंपनी की इस मनमानी पर एक कोर्ट ने स्विगी पर तगड़ा जुर्माना ठोक दिया। हैदराबाद के निवासी एम्माडी सुरेश बाबू की शिकायत पर उपभोक्ता आयोग ने बड़ा फैसला सुनाया है। बाबू ने आरोप लगाया था कि स्विगी ने उनके स्विगी वन मेंबरशिप के लाभों का उल्लंघन किया और डिलीवरी Food Delivery की दूरी को जानबूझकर बढ़ाकर उनसे अतिरिक्त शुल्क वसूला

क्या है पूरा मामला ?

सुरेश बाबू ने 1 नवंबर, 2023 को स्विगी से खाना ऑर्डर किया था। सुरेश के लोकेशन और रेस्टॉरेंट की दूरी 9.7 किमी थी, जिसे स्विगी ने बढ़ाकर 14 किमी कर दिया था। दूरी में बढ़ोतरी की वजह से सुरेश को स्विगी का मेंबरशिप होने के बावजूद 103 रुपये का डिलीवरी चार्ज देना पड़ा। सुरेश ने आयोग में शिकायत दर्ज कराते हुए कहा कि स्विगी वन मेंबरशिप के तहत कंपनी 10 किमी तक की रेंज में फ्री डिलीवरी करने का वादा किया था।कोर्ट ने बाबू द्वारा दिए गए गूगल मैप के स्क्रीनशॉट्स और बाकी सबूतों की समीक्षा की और पाया कि दूरी में काफी बढ़ोतरी की गई है।

कोर्ट ने स्विगी को अनुचित व्यापार व्यवहार का दोषी पाया और कंपनी को आदेश दिया कि वे सुरेश बाबू को 9 प्रतिशत ब्याज के साथ 350.48 रुपये के खाने का रिफंड, डिलीवरी के 103 रुपये, मानसिक परेशानी और असुविधा के लिए 5000 रुपये, मुकदमे की लागत के लिए 5000 रुपए समेत कुल 35,453 रुपये का भुगतान करे।

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