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जाह्नवी के विलेन ‘पिता’ बोले, “उनमें श्रीदेवी जैसा चार्म बिल्कुल नहीं..”

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मुंबई। 20 जुलाई को एक बार फिर देश ने श्री देवी को उनकी बेटी की शक्ल में बहुत याद किया गया क्योंकि मौका था उनकी बेटी जाह्नवी कपूर की पहली फिल्म ‘धड़क’ की रिलीज़ का। ‘धड़क’ में जाह्नवी के ऑन स्क्रीन पिता और एक मंझे हुए अभिनेता आशुतोष राणा ने जाह्नवी की परफॉर्मेंस को लेकर अपना अनुभव साझा किया। उन्होंने बताया कि, “मेरे अनुभव के आधार पर कहूं तो मुझे एक बार भी नहीं लगा कि वह श्रीदेवी की बेटी हैं। मुझे पहले दिन से ही ऐसा लगने लगा था कि वह एक बहुत महान कलाकार बनने जा रही हैं।”

जाह्नवी की तारीफ़ करते हुए आशुतोष ने कहा कि, “वह पिछले कुछ वक्त से इंडस्ट्री में हैं। अनुभव आपको यह बता देता है कि कौन लंबी रेस का घोड़ा साबित होने वाला है। उनके पास श्रीदेवी वाला चार्म नहीं है और न हीं कभी उन्होंने इसे पाने की कोशिश की है। उन्होंने कहा, “मैंने उनके साथ काम करने को इंजॉय किया। वह बहुत प्रोफेशनल हैं और काम को लेकर बहुत फोकस्ड हैं। उनकी समझ और प्रोफेश्नलिज्म आपको यह बताता है कि वह एक बॉर्न एक्टर हैं।”

आशुतोष यहीं नहीं रुके इसके आगे उन्होंने कहा कि, “श्रीदेवी की जाह्नवी के साथ और ईशान की शाहिद कपूर के साथ तुलना किया जाना गलत है। किसी भी स्टारकिड में हम उनके माता-पिता को तलाशने लगते हैं। मुझे लगता है कि यह सही नहीं है। यदि आप उसे सिर्फ जाह्नवी कपूर के तौर पर देखेंगे तो समझ पाएंगे कि वह कितनी शानदार कलाकार है।” बता दें कि फिल्म ‘धड़क’ मराठी भाषा की फिल्म ‘सैराट’ का आधिकारिक हिंदी रीमेक है।

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मध्य प्रदेश के शहडोल में अनोखे बच्चों ने लिया जन्म, देखकर उड़े लोगों के होश

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शहडोल। मध्य प्रदेश के शहडोल से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां ऐसे बच्चों ने जन्म लिया है, जिनके 2 शरीर हैं लेकिन दिल एक ही है। बच्चों के जन्म के बाद से लोग हैरान भी हैं और इस बात की चिंता जता रहे हैं कि आने वाले समय में ये बच्चे कैसे सर्वाइव करेंगे।

क्या है पूरा मामला?

एमपी के शहडोल मेडिकल कालेज में 2 जिस्म लेकिन एक दिल वाले बच्चे पैदा हुए हैं। इन्हें जन्म देने वाली मां समेत परिवार के लोग परेशान हैं कि आने वाले समय में इन बच्चों का क्या भविष्य होगा। उन्हें समझ में ही नहीं आ रहा कि शरीर से एक दूसरे से जुड़े इन बच्चों का वह कैसे पालन-पोषण करेंगे।

परिजनों को बच्चों के स्वास्थ्य की भी चिंता है। बच्चों को ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया है। मेडिकल कालेज प्रबंधन द्वारा इन्हें रीवा या जबलपुर भेजने की तैयारी की जा रही है, जिससे इनका उचित उपचार हो सके। ऐसे बच्चों को सीमंस ट्विन्स भी कहा जाता है।

जानकारी के अनुसार, अनूपपुर जिले के कोतमा निवासी वर्षा जोगी और पति रवि जोगी को ये संतान हुई है। प्रेग्नेंसी के दर्द के बाद परिजनों द्वारा महिला को मेडिकल कालेज लाया गया था। शाम करीब 6 बजे प्रसूता का सीजर किया गया, जिसमें एक ऐसे जुडवा बच्चों ने जन्म लिया, जिनके जिस्म दो अलग अलग थे लेकिन दिल एक ही है, जो जुड़ा हुआ है।

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